Yogi government will present budget today

यूपी का बजट आज: सभी को कुछ न कुछ देने की तैयारी में योगी सरकार
योगी आदित्यनाथ सरकार का पहला आम बजट मंगलवार को विधानसभा में पेश होगा। वित्त मंत्री राजेश अग्रवाल दोपहर 12.20 बजे विधानसभा में वित्त वर्ष 2017-18 का बजट पेश करेंगे। वित्त मंत्री ने सोमवार को बजट भाषण पर हस्ताक्षर कर बजट प्रस्तावों को अंतिम रूप दे दिया।
बजट को दीनदयाल उपाध्याय मय बनाने की पहल की है। वित्त मंत्री संकल्प-पत्र में किए गए वादों पर अमल की कोशिश करते नजर आएंगे। उन्होंने कहा है कि इस बजट में सभी के लिए कुछ न कुछ होगा।
सूत्रों के मुताबिक भाजपा सरकार ने इस बजट में समाजवादी नाम से शुरू की गईं समाजवादी पेंशन सहित कई योजनाएं पूरी तरह खत्म कर दी हैं।
ये मिल सकती हैं सौगातें
करीब 3.60 लाख करोड़ के बजट में सरकार किसानों से जुड़ी कई योजनाओं का एलान कर सकती है। इसमें कर्जमाफी के अलावा किसानों की आय दोगुना करने से जुड़ी योजनाएं तो होंगी ही मुख्यमंत्री के गृह क्षेत्र गोरखपुर और पार्टी के सांस्कृतिक एजेंडे से जुड़े धार्मिक नगरों के लिए सौगातें भी नजर आएंगी।
बिजली व सड़क, पानी, किसानी के साथ वह गोरखपुर सहित तीन शहरों में मेट्रो, मथुरा में गीता शोध संस्थान की स्थापना जैसे कार्यक्रम घोषित किए जा सकते हैं। गोरखपुर को चिड़ियाघर, वाटर स्पोर्ट्स, अत्याधुनिक प्रेक्षागृह सहित कई सौगातें मिल सकती हैं। युवाओं, महिलाओं के लिए खास स्कीम भी घोषित करने की तैयारी है।
सपा सरकार की कई योजनाएं नजर नहीं आएंगी
इस बजट में सपा सरकार की कई योजनाएं नजर नहीं आएंगी तो कई के नाम बदले हो सकते हैं। कन्या विद्याधन, डॉ. राम मनोहर लोहिया समग्र ग्राम विकास योजना, प्राइमरी स्कूलों में फल वितरण की स्कीम, महिला पुष्टाहार के लिए चलाई जाने वाली हौसला पोषण फीडिंग योजना, डॉ. राम मनोहर लोहिया आवास योजना, जनेश्वर मिश्र ग्राम योजना व समाजवादी स्वास्थ्य बीमा जैसी योजनाएं इस बजट में शायद ही नजर आएं।
ये योजनाएं होंगी तो पर बदले नाम से
समाजवादी पूर्वांचल एक्सप्रेस वे व समाजवादी युवा स्वरोजगार योजना सहित समाजवादी नाम वाली जिन चुनिंदा योजनाओं को जारी रखने का फैसला किया है, ये बदले स्वरूप व बदले नाम से घोषित होंगी। कई पुरानी योजनाएं मुख्यमंत्री नाम से होंगी। बजट में केंद्र के समानांतर चल रही राज्य की करीब एक दर्जन योजनाएं भी नहीं दिखेंगी।
इस पर वित्त मंत्री राजेश अग्रवाल का कहना है कि किसानों की कर्जमाफी का ऐतिहासिक फैसला तो बजट का हिस्सा है ही, प्रदेश के सभी वर्गों के हितों को ध्यान में रखकर बजट तैयार किया गया है। इसमें सभी के लिए कुछ न कुछ है।





