Will Mulayam Singh Yadav become a bridge between Akhilesh Yadav and Shivpal Singh Yadav
क्या अखिलेश और शिवपाल के बीच ‘पुल’ बनेंगे मुलायम सिंह यादव?
इससे पहले समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) के तरफ से हरी झंडी मिलने के बाद जसवंतनगर से विधायक शिवपाल यादव (Shivpal Yadav) की सदस्यता खत्म करने की याचिका वापस ले ली है.
समाजवादी पार्टी (सपा) संस्थापक और पूर्व रक्षा मंत्री मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) समाजवादी पार्टी और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहियावादी के बीच पुल का काम कर रहे हैं. जब कभी भी मुलायम सिंह की तबीयत खऱाब होती है उनके बेटे अखिलेश यादव और बहू डिंपल यादव के साथ ही उनके छोटे भाई शिवपाल यादव भी उनके पास मौजूद रहते हैं. इस बार भी कुछ ऐसा ही हुआ है. मेदांता में एडमिट मुलायम सिंह के पास दोनों परिवार मौजूद रहे. इसी तरह से मुलायम सिंह यादव की तबियत बेटे और भाई के परिवार के बीच नजदीकियां बढ़ा रहा है.
मुलायम सिंह यादव के स्वास्थ्य को लेकर शिवपाल यादव ने ट्वीट भी किया है. शिवपाल ने अपने ट्वीट में लिखा है कि पिछले 2-3 दिनों से बहुत से शुभचिंतक हम सभी की प्रेरणा व ऊर्जा के स्त्रोत श्री मुलायम सिंह यादव जी की सेहत को लेकर परेशान थे. ‘नेता जी’ ईश्वर की अनुकम्पा से स्वस्थ हैं व स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं. ईश्वर से प्रार्थना है कि नेता जी दीर्घायु हों, स्वस्थ रहें और देश व समाज को दिशा दें.
इससे पहले ये खबर आई थी कि समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के तरफ से हरी झंडी मिलने के बाद विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रामगोविद चौधरी ने विधानसभा अध्यक्ष को पत्र लिखकर जसवंतनगर से विधायक शिवपाल यादव की सदस्यता खत्म करने की याचिका वापस ले ली है. गौरतलब है कि समाजवादी पार्टी ने प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहियावादी बनाने के बाद विधानसभा अध्यक्ष को पत्र लिखकर शिवपाल यादव की सदस्यता खत्म करने की दलबदल कानून के तहत मांग की थी.
लेकिन याचिका वापस लेने के पीछे का कारण भी मुलायम सिंह यादव का शिवपाल यादव के प्रति स्नेह को ही माना जा रहा था. वहीं जब-जब मुलायम सिंह यादव की तबीयत खराब होती है, परिवारों का मिलना और उनके प्रति प्रेम के भाव का असर जल्द ही विपक्षी सियासत में भी दिखेगा.
शिवपाल-अखिलेश पहुंचे अस्पताल
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव अपने पिता का हाल लेने के लिए गुरुवार को मेदांता अस्पताल पहुंचे. यही नहीं, अखिलेश के अलावा मुलायम के भाई और उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री शिवपाल सिंह यादव तथा अन्य परिजन भी उनका हालचाल लेने के लिए अस्पताल गए थे.





