War continues between UP CM Yogi Adityanath and Keshav Prasad Maurya

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या के बीच कोल्ड वार जारी, गडकरी के सामने भरे मंच से केशव प्रसाद मौर्या ने योगी…….. !
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या के बीच सब कुछ सही नहीं चल रहा है ऐसी खबरें पिछले कई महीनों से सामने आ रही हैं। कभी गड्ढा मुक्त सड़कों को लेकर दोनों के बीच मनमुटाव देखने को मिलता है तो कभी सीएम डिप्टी सीएम को बिना साथ लिए ही हिमांचल प्रदेश चले जाते हैं तो फिर डिप्टी सीएम मौर्या चार्टेड प्लेन से शिमला पहुंच जाते हैं।
ऐसा ही एक मामला फिर सामने आया है जब पार्टी के कार्यक्रम में मंच से डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या प्रदेश की हमारी सरकार तो बोलते हैं लेकिन मुख्यमंत्री का नाम एकबार भी नहीं लेते हैं। भरे मंच से केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के सामने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का नाम न लेना पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं में चर्चा का विषय बना हुआ है।
बृहस्पतिवार को देवरिया में राजकीय इंटर कॉलेज या बंगरा बाजार का कार्यक्रम हो, दोनों में उन्होंने मुख्यमंत्री का नाम नहीं लिया। दोनों के बीच की तल्खी कुछ और इशारा कर रही है। वहीं नितिन गडकरी अपने भाषण में सीएम का तीन बार और एक बार कैबिनेट मंत्री सूर्यप्रताप शाही का जिक्र करते हैं लेकिन डिप्टी सीएम केशव मौर्या एक बार भी सीएम योगी का नाम नहीं लेते हैं।
पूर्वांचल के देवरिया से योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने से पहले से गहरा रिश्ता रहा है जब वो सांसद थे तो पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं के एक बुलावे पर यहां पहुंच जाते थे और पार्टी कार्यकर्ताओं की आवाज उठाने का काम करते थे। इसलिए भाजपा के कार्यक्रम में योगी आदित्यनाथ के चाहने वालों की संख्या अधिक रहती है।
जीआईसी में डिप्टी सीएम केशव मौर्या सिर्फ सात मिनट बोले। ‘हमारी सरकार’ से शुरू हुआ उनका भाषण ‘अलग से किसी दिन देवरिया आने’ के साथ खत्म हुआ। इस बीच एक बार भी उन्होंने सीएम योगी आदित्यनाथ का नाम नहीं लिया। दो बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और एक बार परिवहन मंत्री नितिन गडकरी का नाम लिया।
इससे पहले भी चार जनवरी को बंगरा बाजार (भाटपाररानी) में आयोजित कार्यक्रम में डिप्टी सीएम ने मोदी का मंच से कई बार नाम लिया। लेकिन एक बार भी सीएम का नाम नहीं लिया। पार्टी के कार्यक्रमों में मंच से डिप्टी सीएम की ओर से सीएम का नाम नहीं लेना राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बना हुआ है। लखनऊ में एकबार फिर से दोनों के बीच मतभेद की चर्चा शुरू हो गई है।





