Two new cases of corona patients found on Tuesday in Faridabad
कोरोना के मामलों में गुरुग्राम से भी आगे निकला फरीदाबाद, कुल 33 हुई संक्रमितों की संख्या
हरियाणा में कोरोना वायरस के नए पॉजिटिव केस मिलने का सिलसिला लगातार जारी है। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से सटे हरियाणा के फरीदाबाद जिले में तेजी से बढ़ रहे मामलों ने अब गुरुग्राम को भी पीछे छोड़ दिया है। मंगलवार को फरीदाबाद से 2 और COVID-19 मामले सामने आए हैं। राज्य में अब कोरोना वायरस पॉजिटिव मामलों की कुल संख्या अब 184 तक पहुंच गई है, जिसमें 143 एक्टिव मामले, 39 मरीज डिस्चार्ज किए जा चुके हैं और 2 लोगों की मौत हो चुकी है।
फरीदाबाद जिले में एक और महिला में कोरोना संक्रमण की पुष्टि, कुल 33 हुई संक्रमितों की संख्या
कोरोना संक्रमण के मामले में मंगलवार को एक बार फिर बढ़ गए। स्वास्थ्य विभाग ने बड़खल निवासी एक 72 वर्षीय महिला में संक्रमण की पुष्टि की है। महिला का बेटा पिछले दिनों यूपी के एटा जिले में आयोजित जमात में शामिल हुआ था। बीते दिनों वह संक्रमित पाया गया। इसके बाद अब 72 वर्षीय उसकी मां में भी संक्रमण मिला है।
मंगलवार को जिले में कोरोना संक्रमितों की कुल संख्या 33 हो गई। इनमें से करीब 20 लोग अलग-अलग जगहों पर आयोजित जमात में शामिल होने के कारण संक्रमित पाए गए थे। कोविड-19 के नोडल अधिकारी डॉ रामभगत ने बताया कि आठ मरीज कोरोना से जंग जीत चुके हैं।
अन्य 25 लोग अस्पताल में भर्ती हैं। कुल 1265 लोगों को क्वारंटीन किया गया हे, जिसमें से 497 लोग संक्रमितों के संपर्क में आने के कारण संदिग्ध हुए हैं। अब तक कुल 774 सैंपल लिए गए हैं। 640 की रिपोर्ट नेगेटिव मिली है, 101 सैंपलों की रिपोर्ट का इंतजार है।
बड़खल क्षेत्र में मिले हैं सबसे अधिक संक्रमित
कोविड-19 के मामले में बड़खल क्षेत्र हॉट स्पॉट बन गया है। प्रशासन ने क्षेत्र को कंटेनमेंट जोन घोषित किया है तो स्वास्थ्य विभाग 30 हजार लोगों की जांच हर सप्ताह करने का प्लान तैयार कर चुका है। 33 में से 11 मामले अकेले बड़खल क्षेत्र से संबंधित हैं। इनमें से नौ लोग जमात में शामिल हुए थे, दो उन्हीं के परिवार के सदस्य हैं। कोविड-19 के नोडल अधिकारी डॉ. रामभगत ने बताया कि बड़खल में करीब 28 हजार लोग रहते हैं। सप्ताह में एक बार इस क्षेत्र के प्रत्येक घर में जाकर लोगों के स्वास्थ्य की जांच की जाएगी। इस दौरान खासी, जुकाम व बुखार से पीड़ितों की सीधे कोरोना जांच की जाएगी।
हरियाणा स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, नूंह राज्य का सबसे अधिक प्रभावित जिला है जहां अब तक 45 मामले सामने आ चुके हैं, वहीं फरीदाबाद में 33, गुरुग्राम में 32 और पलवल में 29 मामले सामने आए हैं।
राज्य के अब तक 19 जिलों तक अपने पैर पसार चुके कोरोना वायरस के अब तक अंबाला में 7, करनाल में 6 और पंचकूला में 5 पॉजिटिव केस मिल चुके हैं। पानीपत और सिरसा जिले में 4-4 और सोनीपत और यमुनानगर में 3-3 मरीज हैं। वहीं भिवानी, हिसार, जींद, कैथल और कुरुक्षेत्र में दो-दो मरीज मिलें हैं। चरखी दादरी, फतेहाबाद और रोहतक से अब तक सिर्फ एक-एक मामले ही सामने आए हैं।
देशव्यापी लॉकडाउन को 3 मई तक बढ़ाने की घोषणा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए लागू देशव्यापी लॉकडाउन को 3 मई तक बढ़ाने की मंगलवार को घोषणा करते हुए कहा कि इस महामारी को परास्त करने के लिए यह जरूरी है। प्रधानमंत्री ने राष्ट्र के नाम संबोधन में कहा कि राज्यों एवं विशेषज्ञों से चर्चा और वैश्विक स्थिति को ध्यान में रखते हुए भारत में लॉकडाउन को अब 3 मई तक और बढ़ाने का फैसला किया गया है। गौरतलब है कि कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए लागू 21 दिन के लॉकडाउन का वर्तमान चरण आज (14अप्रैल) समाप्त हो रहा है।
इस दौरान पीएम ने कहा कि अगले एक सप्ताह में कोरोना के खिलाफ लड़ाई में सख्ती और ज्यादा बढ़ाई जाएगी। 20 अप्रैल तक हर कस्बे, हर थाने, हर जिले, हर राज्य को परखा जाएगा कि वहां लॉकडाउन का कितना पालन हो रहा है, उस क्षेत्र ने कोरोना से खुद को कितना बचाया है। मोदी ने कहा कि जो क्षेत्र इस अग्नि परीक्षा में सफल होंगे, जो हॉटस्पॉट में नहीं होंगे और जिनके हॉटस्पॉट में बदलने की आशंका भी कम होगी, वहां पर 20 अप्रैल से कुछ जरूरी गतिविधियों की अनुमति दी जा सकती है।
सभी राज्यों ने दिया था लॉकडाउन बढ़ाने का सुझाव
प्रधानमंत्री ने राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में इस संबंध में राज्यों के साथ हुई अपनी चर्चा का जिक्र करते हुए कहा कि सभी का यही सुझाव है कि लॉकडाउन को आगे बढ़ाया जाए। कई राज्य तो पहले से ही लॉकडाउन को बढ़ाने का फैसला भी कर चुके हैं।
मोदी ने कहा कि 3 मई तक हम सभी को, हर देशवासी को लॉकडाउन में ही रहना होगा। इस दौरान हमें अनुशासन का उसी तरह पालन करना है, जैसे हम करते आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमें अधिक संवेदनशील स्थानों (हॉटस्पॉट) को लेकर बहुत ज्यादा सतर्कता बरतनी होगी। जिन स्थानों के हॉटस्पॉट में बदलने की आशंका है, उन पर भी हमें कड़ी नजर रखनी होगी। नए हॉटस्पॉट का बनना, हमारे लिए और चुनौती खड़ी करेगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि हम धैर्य बनाकर रखेंगे, नियमों का पालन करेंगे तो कोरोना जैसी महामारी को भी परास्त कर पाएंगे। मोदी ने लोगों से 7 विषयों पर सहयोग भी मांगा जिसमें बुजुर्गों का ध्यान रखने, गरीबों के प्रति संवेदनशील नजरिया अपनाना आदि शामिल है।
किसी की मां बीमार तो किसी के घर में कोई कमाने वाला नहीं, शेल्टर होम फंसे लोग, सता रही अपनों की चिंता
फरीदाबाद के शेल्टर होम में रह रहे प्रवासी मजदूर लॉकडाउन बढ़ने के बाद से परेशान हैं। घर में किसी की मां बीमार है तो किसी के घर में कमाने वाला कोई नहीं है। लॉकडाउन के दौरान शेल्टर होम में ठहरे लोगों को अपनों की चिंता सता रही है।
शेल्टर होम में ठहरे लोगों और उनके परिजनों को उम्मीद थी कि 14 अप्रैल को लॉकडाउन खुलने के बाद सब ठीक हो जाएगा और वे अपने परिजनों के पास चले जाएंगे, मगर मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा लॉकडाउन बढ़ाने की घोषणा से उनके चेहरों पर एक बार फिर मायूसी छा गई है। शेल्टर होम में रह रहे लोग परिवारजनों से मिलने को बेताब हैं, मगर यहां से जा नहीं पा रहे हैं।
कोरोना के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए लॉकडाउन को 3 मई तक बढ़ाने की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की घोषणा के बाद शेल्टर होम में ठहरे प्रवासी मजदूर काफी परेशान हैं।
हर कोई उम्मीद लगाए बैठा था कि लॉकडाउन खुलने के बाद जल्द से जल्द अपने घर पहुंच कर अपनों से मुलाकात करेंगे और उनका दुख दर्द बांटेंगे। मंगलवार को अनखीर स्थित राधास्वामी संत्संग भवन में ठहराए गए प्रवासी मजदूरों से उनकी व्यथा जानी तो हर कोई अपने घर जाने को बेताब दिखा।
जानिए क्या कह रहे लोग…
घर पर सिर्फ मां और बहन हैं। हम दोनों भाई यहां दिल्ली में रहकर मजदूरी कर जो कमाते थे, उसे घर भेजते थे और उसी से गुजारा चलता था। मां बीमार है। अकेले बहन उनकी देखभाल नहीं कर पा रही है। जमा पूंजी भी समाप्त होने लगी है। फोन पर कल भी मां से बात हुई थी तो वो रो रहीं थी। साथ ही उम्मीद लगाए बैठी थीं कि 14 अप्रैल को लॉकडाउन खुलने पर हम दोनों भाई उनके पास पहुंच जाएंगे, मगर आज पता चला कि लॉकडाउन बढ़ गया है तो घर फोन करने की हिम्मत नहीं हो रही है। – चंद्रभान, लक्ष्मणपुर, टीकमगढ़, मध्यप्रदेश
लॉकडाउन का पता चला तो हम लोग गांव सिकरावा, पुन्हाना से पैदल ही पुंछ, जम्मू जाने के लिए निकल पड़े थे। 30 मार्च को फरीदाबाद से गुजरते हुए पुलिस ने रोक लिया और यहां ले आई। आज 14 दिन हो गए हमें यहां पर, मगर घर जाने के बारे में कोई अता पता नहीं है। घर में पत्नी व बच्चे हैं। यहां से जो थोड़ा बहुत कमाता था वो घर भेजता था, जिससे गुजारा होता था। परिवार में कोई और कमाने वाला नहीं है। वहां घर में क्या हाल होगा, सोच कर भी जी घबराने लगता है। खुदा से यही दुआ कर रहे हैं कि जल्द से जल्द हम घर पहुंच जाएं। लॉकडाउन बढ़ गया है। ऐसे में यहां की सरकार को हमें अपने घर पहुंचे की व्यवस्था करनी चाहिए। – बाग सेन, पुंछ, जम्मू निवासी
सोहना में फ्लाइओवर निर्माण में काम में जुटे थे। लॉकडाउन होने का पता चला तो वहां काम कर रहे छह-सात मजदूर इक्ट्ठा सहारनपुर, उत्तर प्रदेश के लिए चल दिए। सैनिक कॉलोनी मोड़ के पास पुलिस ने रोक लिए और यहां ले आई। घर में हालात बहुत खराब हैं। घर में कमाने वाला कोई और नहीं है। फोन पर बच्चों से बात होती है तो सब परेशान हैं। लॉकडाउन बढ़ने से परेशानी और ज्यादा बढ़ेगी। हम लोग यहां ठहरे हुए हैं। खाने पीने की कोई परेशानी नहीं है, मगर घर वालों का गुजारा कैसे हो रहा होगा, यह सोच कर परेशान हो रहे हैं। – शकील, सहारनपुर, उत्तर प्रदेश





