Three family member from Greater Faridabad family dead in room fire
ग्रेटर फरीदाबाद में रात कमरे में अंगीठी जलाकर सोया परिवार, सुबह मिला पति-पत्नी और बच्चे का शव
दिल्ली से सटे हरियाणा के ग्रेटर फरीदाबाद के वजीरपुर गांव में एक ही परिवार के तीन सदस्यों की झुलसने से मौत हो गई। हादसे का पता मंगलवार सुबह चला। मृतकों में गजेंद्र उनकी पत्नी पायल और 11 साल की बेटी दिपांशी शामिल है। शुरुआत जांच में कमरे में अंगीठी के कारण आग लगने को हादसे की वजह बताया जा रहा है।
मिली जानकारी के मुताबिक, वजीरपुर गांव में गजेंद्र अपनी पत्नी पायल और 11 वर्षीय बेटी दीपांशी कमरे में मंगलवार रात को अंगीठी रखकर सो गए थे। बताया जा रही है कि कमरे में लगी आग से सभी इसकी चपेट आ गए और सुबह सभी मृत मिले।
वहीं, दिल्ली से सटे गाजियाबाद में धुएं से दम घुटा, महिला और पांच बच्चों की मौत
बॉर्डर थाना क्षेत्र की उत्तरांचल विहार सोसायटी में रविवार रात मोमबत्ती से प्लास्टिक कूलर व एलसीडी में आग लगने के बाद धुएं में दम घुटने से महिला और पांच बच्चों की मौत हो गई। बिल जमा नहीं होने के कारण बिजली कनेक्शन काट दिया गया था और परिवार प्लास्टिक वाले कूलर पर जलती मोमबत्ती रखकर सो गया था।
मूल रूप से मेरठ जिला निवासी यूसुफ चार भाइयों आसिफ, राशिद, मुन्ना, आरिफ व परिवार के साथ लोनी की उत्तरांचल विहार सोसायटी में रहते हैं। यहां उनके तीन मकान हैं। पांचों भाई मोबाइल चार्जर की इलेक्ट्रॉनिक प्लेट बनाने और तार के स्क्रैप का काम करते हैं। पांचों भाई पत्नी के साथ शुक्रवार शाम रिश्तेदार के यहां शादी में मेरठ गए थे। बच्चे घर पर थे, इसलिए रविवार रात यूसुफ पत्नी परवीन के साथ लोनी आ गए। परवीन(40), आसिफ की बेटी फातिमा (12), साहिमा (10) व रुकइया (8) व राशिद के पुत्र अब्दुल अजीज (8), अब्दुल अहद (5) आसिफ के मकान के भूतल पर बने कमरे में सोए थे, जबकि युसुफ अपने मकान में सोने चले गए थे। देर रात हुए हादसे में महिला व पांचों बच्चों की मौत हो गई।
ऐसे मिली जानकारी
फातिमा, साहिमा कक्षा तीन, रुकइया व अब्दुल अजीज यूकेजी व अहद नर्सरी में पढ़ते थे। उनका सोमवार को पेपर था, इसलिए वे शादी में नहीं गए थे। सोमवार सुबह आठ बजे तक जब वे नहीं निकले तो पड़ोसी बच्चों ने दरवाजा खटखटाया। बाद में दरवाजा तोड़ा गया तो सभी मृत पड़े थे। कूलर व एलसीडी टीवी जला था। चारों ओर धुआं भरा था। स्वजनों ने पोस्टमार्टम कराने से इन्कार कर दिया, इसलिए शव स्वजनों को सौंप दिए गए।





