Strictness will remain in 59 Containment Zone in Faridabad
फरीदाबाद के 59 कंटेनमेंट जोन में रहेगी सख्ती, देखे लिस्ट
सोमवार से शुरू अनलॉक-वन में कई तरह की छूट मिल रही है, लेकिन कंटेनमेंट जोन में पहले की जैसी ही स्थिति रहेगी। जिला प्रशासन ने 59 कंटेनमेंट जोन बनाए हैं। इनमे गांव पलवली, डबुआ कॉलोनी, सेक्टर-88 स्थित एफ ब्लॉक, चावला कॉलोनी स्थित डी ब्लॉक, एनआइटी-1 स्थित ब्लॉक-ए, बी, सी, एच और एनआइटी-2 स्थित ब्लॉक-जी, सेक्टर-28, बाढ़ मोहल्ला ओल्ड फरीदाबाद, जवाहर कॉलोनी में ब्लॉक बी, मुजेसर, ग्रीनफील्ड कॉलोनी, संजय कॉलोनी सेक्टर-23, सेक्टर-23ए, पार्क एवं मार्केट के सामने, सेक्टर-62, आदर्श कॉलोनी, सेक्टर-18, हाऊसिग बोर्ड कॉलोनी, गांव फतेहपुर चंदीला, गांव मोहला, गांव सिही, शिव शारदा कॉलोनी, बल्लभगढ़, मवई रोड से शिव मंदिर, सेक्टर-10, इंद्रा कॉलोनी सेक्टर-5, ऑटो पिन झुग्गी नाले के पास रेलवे रोड के बीच, सेक्टर-7, गांव मवई,, खेड़ीकलां रोड, नचौली रोड, जवाहर कॉलोनी और प्रेस कॉलोनी के बीच वाला 22 फीट रोड, मिल्हार्ड कॉलोनी साउथ, जैन कॉलोनी, गांव डीग और प्रह्लादपुर माजरा डीग, एनएच-5 में ब्लॉक सी व डी, गांव पल्ला, सेक्टर-16, भारत कॉलोनी, सेक्टर-49, सेक्टर-55, गांव बहादुरपुर की फिरनी, भगतसिंह कॉलोनी बल्लभगढ़, ईस्ट चावला कॉलोनी बल्लभगढ़, सेक्टर-3 के 36 गज वाले पॉकेट, सेक्टर-23 हाउसिग बोर्ड कॉलोनी, ऊंचा गांव, सेक्टर-37, सूरजकुंड के पीछे इबिजा टाउन का टावर सी, भूड कॉलोनी, गांव गौंछी, रामनगर, सेक्टर-30 व सेक्टर 31 के बीच का एरिया, पंचशील कालोनी में बसंतपुर रोड, अजरौंदा में चक्की वाली गली, जाट चौपाल, मंडी मार्केट वाली गली, एसडी मॉडल स्कूल का एरिया, गांव महावतपुर, सेक्टर-82 और गांव नरियाला को शामिल किया गया है। कंटेनमेंट जोन के निवासी जरूरी काम के लिए अपने क्षेत्रों से बाहर निकल पाएंगे। यहां किसी भी प्रकार की सामान्य आवाजाही की मनाही होगी।
कोरोना से जंग लड़ने को 1327 भागों में फरीदाबाद जिले को बांटा
फरीदाबाद में कोरोना के खिलाफ जारी जंग में फतह के लिए प्रशासन ने पूरे जिले को 1327 छोटे-छोटे भागों में बांटा है। लोकल कमेटियां बनाई हैं। इन कमेटियों में शामिल सदस्यों का काम लोगों को जागरूक करना होगा। इन कमेटियों में प्रत्येक भाग में तीन-तीन कर्मचारी लगाए गए हैं, जिनमें एक स्वास्थ्य कर्मी तथा दूसरा चुनाव कार्यालय से जुड़ा है तथा तीसरा स्वयंसेवी है।
कोरोना वायरस से बचाव के उपाय को लेकर जिला उपायुक्त ने बताया कि प्रत्येक पांच कमेटियों के ऊपर एक सरकारी अधिकारी की जिम्मेदारी निर्धारित की गई है। उसके बाद ऐसे पांच अधिकारियों के ऊपर, उनसे वरिष्ठ एक और अधिकारी की तैनाती की गई है। कोरोना से लड़ाई में सबसे महत्वपूर्ण कार्य यह है कि नीचे के लेवल पर जितने ज्यादा लोग जागरूक होंगे, ये लड़ाई उतनी ही सुगम होगी। उपायुक्त ने बताया कि शहरभर में लगभग 4 लाख 50 हजार घर हैं। इन सभी पर लगभग 45 हजार स्वयंसेवक लगाने का कार्य चल रहा है। कोशिश है कि प्रत्येक 10 घरों पर एक स्वयंसेवक उपलब्ध हो। लगभग 20 हजार से अधिक स्वयंसेवक इन कमेटियों में जुड़ चुके हैं।
उन्होंने बताया कि बाकी लोगों से अपील की जा रही है कि वे इन कमेटियों से जुड़े। कोई भी स्वयंसेवक अपने इलाके के बूथ लेवल ऑफिसर से संपर्क कर सकता है, जिनका संपर्क अथवा मोबाइल नंबर जिले की वेबसाइट पर डाल दिया गया है। इन कमेटियों के द्वारा इस लड़ाई में जो योगदान दिया जाएगा, उसके तहत यह कमेटियां 300 से 400 घरों के ऊपर बनेंगी। कमेटी उन घरों तक आने-जाने के रास्ते को एक जगह से ही निर्धारित करेंगी तथा बाकी रास्तों को बंद कर देगी। किसी भी नए व्यक्ति के आने पर तुरंत स्वास्थ्यकर्मी को सूचित करेंगे, ताकि उसकी स्वास्थ्य जांच की जा सके और तब तक उसे घर के अंदर ही रहने के लिए कहा जाएगा।
फरीदाबाद जिले में बनेंगे 10 हजार बेड के आइसोलेशन वॉर्ड
फरीदाबाद जिले में लगातार कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग एवं जिला प्रशासन ने मरीजों को भर्ती करने के लिए अतिरिक्त तैयारियां शुरू कर दी हैं। इसके लिए जिला प्रशासन के सहयोग से स्वास्थ्य विभाग आइसोलेशन केंद्र बनाने की योजना पर कार्य कर रहा है। इन केंद्रों में बेड संख्या 10 हजार तक हो सकती है।
उल्लेखनीय है कि कोरोना के मामलों में लगातार इजाफा हो रहा है। एक महीने से कोरोना के प्रतिदिन नए मामले आ रहे हैं। जिले में अभी तक 360 कोरोना के मरीज हो चुके हैं और इनकी संख्या में भारी इजाफा होने की आशंका है। केंद्र सरकार ने भी देश में अगस्त तक कोरोना संक्रमितों की संख्या 2.74 करोड़ तक पहुंचने की आशंका जताई है। वहीं जिले में महज 13 दिनों में संक्रमितों की संख्या दोगुनी से अधिक हो गई है। 19 मई तक कोरोना संक्रमितों की संख्या 159 थी और अब यह संख्या 360 तक पहुंच गई है। इन्हें देखते हुए प्रदेश सरकार ने जिला प्रशासन को अतिरिक्त तैयारी करने के निर्देश दिए हैं। इसके तहत जिले में करीब 10 हजार बेड के आइसोलेशन केंद्र बनाने का फैसला किया गया है। इसे लेकर स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव राजीव अरोड़ा ने फरीदाबाद पहुंच कर आइसोलेशन केंद्रों पर चर्चा की थी।
क्वारंटाइन केंद्र भी बन सकते हैं आइसोलेशन केंद्र
जिला प्रशासन ने शिक्षण संस्थानों, धर्मशालाओं, हरियाणा टूरिज्म के होटल सहित कई संस्थानों में 4150 क्वारंटाइन केंद्र बने हैं। इनको आइसोलेशन केंद्रों में भी बदला जा सकता है। फिलहाल इन केंद्रों में कोरोना संक्रमित के संपर्क में आने वाले व विदेश से लौटने वाले लोगों को रखा जा रहा है। इसके अलावा शहर के विभिन्न स्टेडियमों को भी आइसोलेशन केंद्रों का रूप दिया जा सकता है। मरीज को भर्ती करने के लिए उपायुक्त यशपाल यादव के पास बेड सैंपल भी मंगवाए गए हैं।
जिले में करीब 10 हजार बेड का आइसोलेशन केंद्र बनाने की योजना है। इसे लेकर कार्रवाई चल रही है। कोरोना संक्रमितों की संख्या अधिक होने पर उन्हें इन आइसोलेशन केंद्रों में भर्ती किया जा सकता है। – डॉ.रमेश, उपमुख्य चिकित्सा अधिकारी





