Shivpal Singh Yadav dissolved party panelist team
शिवपाल यादव का बड़ा फैसला, पार्टी प्रवक्ता-पैनलिस्ट का मनोनयन तत्काल प्रभाव से किया समाप्त
प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के राष्ट्रीय महासचिव आदित्य यादव (Aditya Yadav) ने कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल यादव (Shivpal Yadav) के निर्देशानुसार पार्टी के समस्त प्रवक्ता और पैनलिस्ट का मनोनयन तत्काल प्रभाव से समाप्त किया जाता है.
प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के राष्ट्रीय महासचिव और शिवपाल यादव के बेटे आदित्य यादव (Aditya Yadav) ने एक पत्र जारी कर पैनलिस्ट टीम भंग किए जाने की सूचना दी है. उन्होंने कहा है कि प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल यादव (Shivpal Yadav)के निर्देशानुसार पार्टी समस्त प्रवक्ता और पैनलिस्ट का मनोनयन तत्काल प्रभाव से समाप्त किया जाता है. यह आदेश राष्ट्रीय अध्यक्ष की स्वीकृति से अभी तक पार्टी द्वारा मनोनीत किए गए सभी प्रवक्ता और पैनलिस्ट पर लागू होगा. मीडिया को संबोधित पत्र में आदित्य यादव ने कहा है कि पीएसपीएल की अगली सूची आने तक पार्टी के किसी भी प्रवक्ता और पैनलिस्ट को पार्टी का पक्ष रखने हेतु किसी भी परिचर्चा में आमंत्रित न करें.
क्या अखिलेश से नजदीकी बढ़ने की वजह से उठाया कदम!
गौरतलब है कि समाजवादी पार्टी से प्रगतिशील समाजवादी पार्टी यानी चाचा (शिवपाल यादव) की भतीजे (अखिलेश यादव) से नजदीकियां कोई छिपी हुई बात नहीं रह गई है. जबकि मिशन 2022 को देखते हुए प्रसपा नेता ने शनिवार को हुई एक बैठक में इस प्रस्ताव पर मुहर लगा दी कि प्रवक्ताओं की सूची भंग की जाए. हालांकि ये माना जा रहा है कि जो सूची आएगी उसमें समाजवादी विचारधारा को पुरजोर तरीके से मीडिया में रखने वाले लोगों की संख्या ज्यादा होगी. साफ है कि जो भी प्रवक्ता सामने आएंगे उसमें समाजवादी पार्टी की झलक दिखाई देगी. जबकि प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के नेता इसे एक सकारात्मक कदम बताते हैं.
प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता चंद्रप्रकाश राय कहते हैं कि थोड़ा देर से लिया गया अच्छा फैसला है, जिसके लिए मैं काफ़ी दिन से कह रहा था. जबकि पार्टी के एक अन्य नेता दीपक मिश्र कहते हैं कि प्रवक्ताओं और पैनलिस्टों की सूची भंग करना नवसृजन हेतु उठाया गया सार्थक और सकारात्मक कदम है.
शिवपाल ने लिखी थी अखिलेश यादव को चिट्ठी
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के निर्देश पर जहां शिवपाल यादव की सदस्यता खत्म करने वाली चिट्ठी वापस ली. वहीं प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के नेता ने भी चिट्ठी लिखकर अखिलेश यादव को धन्यवाद प्रस्तुत कर दिया यानी की कड़वाहट की बर्फ पिघलने की एक कड़ी और बढ़ गई है. शिवपाल ने अपनी चिट्ठी में अखिलेश यादव के नेतृत्व की तारीफ की है. उन्होंने बीती 29 मई को अखिलेश यादव को चिट्ठी में लिखा था, निश्चय ही यह मात्र एक राजनीतिक परिघटना नहीं है बल्कि आपके इस तरह के स्पष्ट, सार्थक व सकारात्मक हस्तक्षेप से राजनीतिक परीधि में आपके नेतृत्व में एक नव राजनीतिक विकल्प व नवाक्षर का जन्म होगा. एक ओर जहां एसपी ने शिवपाल की सदस्यता रद्द करने की याचिका वापस ले ली है, वहीं शिवपाल ने अखिलेश यादव को चिट्ठी लिखकर इसके लिए आभार जताया था.





