School College Management pressurizing parents for fees but salaries not paid to teachers says Akhilesh Yadav
स्कूल-कॉलेज अभिभावकों पर बना रहे फीस का दबाव, शिक्षकों को वेतन नहीं : अखिलेश यादव
समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने गुरुवार को कहा कि प्रदेश में गावों और छोटे शहरों-कस्बों से बड़े-बड़े सपने लेकर शहरों में पढ़ाई और नौकरी की तलाश में आने वाले छात्रों, नौजवानों को समय से मदद की सख्त जरूरत है. वैश्विक महामारी कोरोना (COVID-19) के चलते खराब आर्थिक हालातों के मारे ‘भविष्य‘ के पास वर्तमान में कमरे का किराया, खाने-पीने और फीस देने का भी इंतजाम नहीं है.
सिर्फ प्रेस नोट जारी कर रही सरकार
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने गुरुवार को बयान जारी कर कहा कि विडम्बना है कि लॉकडाउन (Lockdown) की स्थिति में शैक्षणिक गतिविधियां बंद रहीं, लेकिन तमाम स्कूल-कॉलेजों के प्रबन्धक अभिभावकों से फीस और अन्य खर्चे वसूलने के लिए लगाातार दबाव बनाए हुए हैं. शिक्षा संस्थानों में कार्यरत शिक्षकों और दूसरे कर्मचारियों को वेतन भी नहीं दिया जा रहा है. वहीं मुख्यमंत्री और उनकी टीम इलेवन इन मामलों में मौन धारण किए है. केवल प्रेस नोट जारी कर ही सरकार अपने कर्तव्य की इतिश्री मान रही है.
बीजेपी ने वर्चुअल रैली में 250 करोड़ का किया अपव्यय
अखिलेश यादव ने कहा कि समाजवादी पार्टी की सरकार में भविष्य की पीढ़ियों को सशक्त करने के लिए उन तक लैपटॉप पहुंचाए थे. आज भी ये चल रहे हैं जबकि भाजपा ने अपने चुनाव घोषणा पत्र में वादा करके भी मेधावी छात्र-छात्राओं को लैपटॉप से वंचित रखा है. भाजपा को अपनी सत्ता के प्रदर्शन का खासा शौक है इसलिए भाजपा ने कोरोना बीमारी पर जीत हासिल करने की जगह चुनाव की पवित्रता नष्ट करने के लिए जंगल के पेड़ों तक पर एलईडी लगवा दी. बिहार-बंगाल में भाजपा ने अपनी वर्चुअल रैली में ढाई सौ करोड़ रूपए से ज्यादा रकम क्यों अपव्यय किया? जब पूरे देश में महामारी का आतंक है और संक्रमण के शिकार तमाम लोग अपनी जान गंवा चुके हैं, तब भी भाजपा हर वक्त चुनाव की चिंता में रहती है. यही है दिशा और सोच का अंतर.
नौकरियों का दें ‘दिव्यदान’
अखिलेश यादव ने कहा कि नौजवानों की जिन्दगी से खिलवाड़ का क्रूरतापूर्ण खेल भाजपा राज में धड़ल्ले से हो रहा है. शोर तो बहुत मचाया पर सचाई यह है कि उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार में इन्वेस्टमेंट समिट्स एवं डिफेंस एक्सपो का कागजी इवेंट न तो निवेशक ला सका, न ही रोजगार. यदि मुख्यमंत्री 69000 शिक्षक, बीडीओ, एलटी, एटीए एवं यूपीपीएससी की अन्य नौकरियां अटकाएं और लटकाएं नहीं और जाते-जाते नौकरियों का ‘दिव्यदान’ दे जाएं तो युवा उनकी विदाई मुस्करा कर करेंगे.
मृतक आश्रितों को 1-1 लाख की मदद कर रही समाजवादी पार्टी
समाजवादी पार्टी प्रमुख ने कहा कि जनता ने स्वयं देखा है कि समाजवादी मुश्किल चुनौतियों का सामना अपने साहस और दृढ़ इच्छाशक्ति से करने वालों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े रहे हैं. जरूरतमंदों को राशन, भोजन तथा उनके घरों तक पहुंचाने में समाजवादी पार्टी के नेता-कार्यकर्ता दिनरात सक्रिय रहे हैं. यही नहीं, समाजवादी पार्टी की ओर से मृतक आश्रितों को एक-एक लाख रूपए की धनराशि भी दी जा रही है. इसके अतिरिक्त जरूरतमंदों की हर तरह से मदद पार्टी कार्यकर्ताओं ने की है. समाजवादी पार्टी ने सरकार से मांग की है कि वह आपदाग्रस्त किसान परिवारों, श्रमिक परिवारों और कोरोना पीड़ित परिवारों को 10-10 लाख रूपए की मदद दे.





