Samajwadi Party keeps its traditional vote in Prayagraj
प्रयागराज में समाजवादी पार्टी की अपने परंपरागत वोट पर रही नजर
पिछले लोकसभा और विधानसभा चुनावों में हार का सामना करने वाली समाजवादी पार्टी की नजर एक बार फिर अपने परंपरागत पिछड़ों और मुस्लिम वोट बैंक पर है। इसकी झलक सोमवार को जारी पदाधिकारियों की सूची में भी दिखी।
प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल की ओर से जिलाध्यक्ष के अलावा दो उपाध्यक्ष और महामंत्री के नाम की भी घोषणा की गई है। सभी चारों पदाधिकारी पिछड़ी जाति से हैं। वहीं महानगर में इफ्तेखार हुसैन के रूप में पार्टी ने मुस्लिम चेहरे को आगे किया है। पार्टी ने युवाओं को भी खास तवज्जो दी है। महामंत्री संदीप पटेल और उपाध्यक्ष अनिल यादव पार्टी में युवाओं का प्रतिनिधित्व करेंगे।
पार्टी की ओर से सोमवार को जारी सूची में प्रयागराज अकेला जिला है जहां अध्यक्ष के साथ दो उपाध्यक्ष और महामंत्री के नाम की घोषणा की गई है। इसके माध्यम से पार्टी ने गुटबाजी दबाने की कोशिश की है। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के अनुसार ऐसा पूर्व में एक-दो बार ही हुआ है जब शीर्ष नेतृत्व ने अध्यक्ष के अलावा अन्य पदाधिकारियों के नाम की भी घोषणा की हो। आमतौर पर कार्यकारिणी के अन्य पदाधिकारियों तथा सदस्यों की तरह उपाध्यक्ष एवं महामंत्री के चयन का अधिकार अध्यक्ष के पास ही रहा है। यहां भी महानगर के लिए सिर्फ अध्यक्ष की घोषणा की गई है।
गंगापार-यमुनापार के लिए अलग जिलाध्यक्ष की चर्चा पर विराम
जिला और महानगर अध्यक्ष के नाम की घोषणा के बाद यहां यमुनापार एवं गंगापार के लिए अलग-अलग कार्यकारिणी के गठन की चर्चा को भी विराम लग गया है। भाजपा में महानगर के अलावा गंगापार एवं यमुनापार के लिए अलग-अलग जिलाध्यक्ष बनाए गए हैं। सपा की ओर से भी इसका प्रस्ताव भेजा गया था। पार्टी के पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ में महानगर के अलावा यमुनापार एवं गंगापार के लिए अलग-अलग अध्यक्ष तथा उनके नेतृत्व में टीम बनाई गई है। ऐसे में मूल इकाई में भी इसी तरह के सांगठनिक ढांचे की चर्चा थी। हालांकि पार्टी ने महानगर के अलावा जिले के लिए सिर्फ एक अध्यक्ष की घोषणा की है।





