Samajwadi Dr Ram Manohar Lohiya death anniversary

लोहिया की पुण्यतिथि पर ऐसे दिखा समाजवादी कुनबा
स्वतंत्रता सेनानी और समाजवादी राजनेता राममनोहर लोहिया जी की 50वीं पुण्यतिथि पर शत्-शत् नमन।
डॉ राम मनोहर लोहिया की पुण्यतिथि पर गुरुवार को लखनऊ के राम मनोहर लोहिया पार्क में अखिलेश यादव और मुलायम सिंह यादव ने लोहिया की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। इस दौरान अखिलेश और मुलायम सिंह तो साथ में दिखे लेकिन शिवपाल यादव कार्यक्रम में नहीं पहुंचे।
अखिलेश के साथ आए मुलायम, शिवपाल रहे दूर, कहा- परिवार में कोई झगड़ा नहीं
डॉ. राम मनोहर लोहिया की 50वीं पुण्यतिथि पर बृहस्पतिवार को लंबे समय बाद मुलायम सिंह और अखिलेश यादव एक साथ नजर आए लेकिन शिवपाल सिंह यादव दूर ही रहे। लोहिया पार्क में अखिलेश ने पिता के पैर छुए तो मुलायम सिंह ने उन्हें आशीर्वाद दिया। मुलायम ने कहा कि परिवार में कोई मतभेद नहीं है, सब एक हैं।
समाजवाद के शिखर पुरुष, महान दार्शनिक और विचारक, डॉ. राममनोहर लोहिया की 50वीं पुण्यतिथि पर लोहिया पार्क में उन्हें याद करने के लिए मुलायम और अखिलेश दोनों ही पहुंचे। मुलायम पहले पहुंच गए थे। उन्होंने डॉ. लोहिया को श्रद्धासुमन अर्पित किए। सपा के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम ने बताया कि अखिलेश यादव पहुंचने वाले हैं तो मुलायम सिंह रुक गए। अखिलेश ने पहुंचते ही उनके पैर छुए तो मुलायम ने उन्हें आशीर्वाद दिया।
पत्रकारों के सवाल के जवाब में मुलायम ने कहा, अखिलेश के साथ पहले भी मेरा आशीर्वाद था और अब भी है। परिवार में कोई विवाद नहीं है, परिवार एक है और हमेशा एक रहेगा। अखिलेश ने कहा कि झगड़ा विचारों का होता है। यह हर घर में है, मैं भी इससे अछूता नहीं हूं। इससे पहले मुलायम सिंह ने शिवपाल यादव के साथ लोहिया ट्रस्ट में डॉ. लोहिया को याद किया।
शिवपाल उनके साथ लोहिया पार्क नहीं गए। वह लोहिया ट्रस्ट में ही रुककर कार्यकर्ताओं से मिलते रहे। संभावना थी कि लोहिया की पुण्यतिथि पर मुलायम, अखिलेश व शिवपाल एक साथ नजर आएंगे। हालांकि मुलायम व अखिलेश एक मंच पर रहे लेकिन शिवपाल ने इससे दूरी बनाकर रखी।
अखिलेश का हमला, भाजपा वाले बताएं 50 हजार से 80करोड़ बनाने का फॉर्मूला
सपा मुखिया अखिलेश यादव ने एक बार फिर भाजपा अध्यक्ष अमित शाह व उनके बेटे पर निशाना साधा। जय शाह का नाम लिए बिना कहा कि हाल ही में 50 हजार रुपये से कुछ ही दिनों में 80 करोड़ की संपत्ति खड़ा होने की जो चर्चा सामने आ रही है, वह आर्थिक भ्रष्टाचार का बड़ा उदाहरण है।
उन्होंने भाजपा नेताओं से पूछा कि वह कौन-सा फॉर्मूला है जिससे 50 हजार रुपये से साल भर में 80 करोड़ रुपये कमाए जा सकते हैं।
लोहिया पार्क व सपा मुख्यालय में लोहिया की पुण्यतिथि पर आयोजित कार्यक्रमों में अखिलेश ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार में भ्रष्टाचार का बोलबाला है। आए दिन सीएम योगी आदित्यनाथ पुलिस में भ्रष्टाचार बताकर अपने ही शासन की अक्षम नीतियों को दर्शाते हैं।
भाजपा दिवाली पर भी कर रही राजनीति
अखिलेश ने कहा कि डॉ. लोहिया ने हमेशा विषमता और अन्याय का विरोध किया। गरीबों, दलितों, पिछड़ों, अल्पसंख्यकों, महिलाओं को राजनीति में आगे बढ़ाया। भाजपा सरकारों में विकास अवरुद्ध हुआ है, देश पीछे चला गया है, महंगाई से जनता बेहाल है। भाजपा दिवाली पर भी राजनीति कर रही है।
वे हमारे पत्थर हटा रहे, हम उनकी सरकार हटा देंगे
अखिलेश ने कहा, यूपी से ही परिवर्तन होगा। भाजपा सरकार की तरफ इशारा करते हुए कहा कि वे हमारे विकास के पत्थर हटा रहे हैं, हम उनकी सरकार हटा देंगे। 2019 में बड़े राजनीतिक बदलाव के लिए अभी से तैयारी करनी है।
साइकिल यात्री ने की मुलाकात
उरई से लखनऊ तक की साइकिल करने वाले सिहोना (मध्य प्रदेश) निवासी राघवेंद्र (रामजी) ने प्रदेश कार्यालय में अखिलेश से मुलाकात कर उनके नेतृत्व में निष्ठा जताई।
वाराणसी से आए लालू यादव ने उन्हें पीतल से बना गाय-बछड़ा भेंट किया। लोहिया पार्क में लोहिया की जन्मस्थली अंबेडकर नगर से शुरू हुए ‘लोहिया से अखिलेश‘ हस्ताक्षर अभियान का समापन भी हुआ।
झगड़ा विचारों का होता है ये हर घर में होता है मैं भी इससे अछूता नहीं हूंः अखिलेश यादव
झगड़ा विचारों का होता है। यह हर घर में है, मैं भी इससे अछूता नहीं हूं। ये बयान समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने गुरुवार को दिया। वह डॉ. राम मनोहर लोहिया की 50वीं पुण्य तिथि पर लखनऊ में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
इस दौरान लंबे समय बाद मुलायम सिंह और अखिलेश यादव एक साथ नजर आए लेकिन शिवपाल सिंह यादव दूर ही रहे। लोहिया पार्क में अखिलेश ने पिता के पैर छुए तो मुलायम सिंह ने उन्हें आशीर्वाद दिया। मुलायम ने कहा कि परिवार में कोई मतभेद नहीं है, सब एक हैं।
समाजवाद के शिखर पुरुष, महान दार्शनिक और विचारक, डॉ. राममनोहर लोहिया की 50वीं पुण्यतिथि पर लोहिया पार्क में उन्हें याद करने के लिए मुलायम और अखिलेश दोनों ही पहुंचे। मुलायम पहले पहुंच गए थे। उन्होंने डॉ. लोहिया को श्रद्धासुमन अर्पित किए। सपा के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम ने बताया कि अखिलेश यादव पहुंचने वाले हैं तो मुलायम सिंह रुक गए। अखिलेश ने पहुंचते ही उनके पैर छुए तो मुलायम ने उन्हें आशीर्वाद दिया।
पत्रकारों से सवाल के जवाब में मुलायम ने कहा कि अखिलेश के साथ पहले भी आशीर्वाद था और अब भी है। उन्होंने कहा कि परिवार में कोई विवाद नहीं है, परिवार एक है और हमेशा एक रहेगा। अखिलेश ने कहा कि झगड़ा विचारों का होता है। यह हर घर में है, मैं भी इससे अछूता नहीं हूं। इससे पहले मुलायम सिंह यादव ने शिवपाल सिंह यादव के साथ लोहिया ट्रस्ट में डॉ. लोहिया को याद किया। शिवपाल उनके साथ लोहिया पार्क नहीं गए। वह लोहिया ट्रस्ट में ही रुककर कार्यकर्ताओं से मिलते रहे।