Residents came forward to help RWA Auditor Pankaj Vishwamitra of Omaxe Heights Society
ओमैक्स हाइट्स सोसायटी के लोग आरडब्ल्यूए ऑडिटर पंकज विश्वामित्र की मदद को आगे आये
जानलेवा हमले के कारण जिदगी और मौत से जूझ रहे राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से सटे हरियाणा के ग्रेटर फरीदाबाद के ओमैक्स हाइट्स सोसायटी सेक्टर-86 के आरडब्ल्यूए ऑडिटर पंकज विश्वामित्र की मदद को पूरी सोसायटी ने एकजुटता दिखाई है। पंकज का इलाज नोएडा के एक बड़े अस्पताल में चल रहा है। उनके इलाज पर अब तक करीब 25 लाख रुपये खर्च हो चुके हैं। शुरुआत में इलाज का खर्च उनके मेडिक्लेम के माध्यम से भुगतान किया गया। मगर इलाज काफी लंबा लग गया, जिसमें मेडिक्लेम का सारा रुपये खर्च हो गया। अब सोसायटी के करीब एक हजार लोगों ने इलाज का बाकी खर्च उठाने के लिए हाथ से हाथ मिलाया है। अब तक करीब 19 लाख रुपये सोसायटी के लोग एकत्र करके इलाज के लिए दे चुके हैं और आगे भी मदद करने के लिए कटिबद्ध हैं।
आरडब्ल्यूए में गोलमाल के खिलाफ उठाई थी आवाज
ओमैक्स हाइट्स सोसायटी में रखरखाव का जिम्मा आरडब्ल्यूए के हाथ ही होता है। आरडब्ल्यूए में जिम, सुरक्षा, साफ-सफाई के लिए आरडब्ल्यूए ठेका छोड़ती है। यह ठेका लाखों का होता है। कुछ स्थानीय लोगों ने ये ठेके हासिल कर सोसायटी में पैठ बना ली थी। उनके बाउंसर सरेआम लोगों को धमकाते थे, महिलाओं से छेड़छाड़ करते थे। सोसायटी में आरडब्ल्यूए ऑडिटर पंकज विश्वामित्र ने इसके विरुद्ध आवाज उठाई थी। इसलिए बाउंसरों ने सबक सिखाने के लिए पहले जनवरी में पंकज पर हमला किया था। इसके बाद 12 मार्च को नोएडा में उनकी कंपनी के बाहर जानलेवा हुआ हुआ, जिसमें दोनों पैरों को बुरी तरह तोड़ दिया गया। अब तक उनके पैरों की आठ सर्जरी हो चुकी हैं। अभी कई सर्जरी होनी बाकी हैं।
मुख्य आरोपित गिरफ्तार नहीं
इस मुकदमे में नोएडा थाना पुलिस ने दीपक चंदीला, रिकू चंदीला, पवन गौड़, प्रवेश चंदीला, राहुल चंदीला, समयपाल भडाना सहित कई अन्य के खिलाफ जानलेवा हमले सहित कई अन्य धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया है। इस मामले में नोएडा पुलिस तीन युवकों को गिरफ्तार कर चुकी है, मगर मुख्य आरोपितों की गिरफ्तारी अभी तक नहीं हो पाई है। इससे सोसायटी के निवासियों के खासा रोष है। नोएडा पुलिस का कहना है कि कोरोना संक्रमण के डर की वजह से बाकी आरोपितों की गिरफ्तारी नहीं हो पा रही है।






Saurabh Chamoli
They should have been arrested and locked up for attempt to murder for 10 years each.