People of Greater Faridabad are not getting basic facilities
ग्रेटर फरीदाबाद के लोगों को नहीं मिल रहीं बुनियादी सुविधाएं
ग्रेटर फरीदाबाद में करोड़ों रुपये खर्च कर फ्लैट खरीदने के बावजूद लोग वर्षों से मूलभूत सुविधाओं को तरस रहे हैं। यहां अधिकांश सड़कें खस्ताहाल हैं। बिजली सबस्टेशन अभी तक बना नहीं है। सोसाइटियों के पास बने तालाबों में गंदा पानी भरा रहता है। इन समस्याओं को लेकर लोग कई बार आवाज उठा चुके हैं। सड़कों पर उतर विरोध प्रदर्शन कर चुके हैं लेकिन अधिकारी कोई कार्रवाई नहीं करते हैं, जिससे लोग काफी परेशान हैं।
ग्रेटर फरीदाबाद में करीब 50 छोटी बड़ी सोसाइटियां है। इनमें एक लाख से अधिक लोग निवास करते हैं। यहां फ्लैट की कीमत 20 लाख रुपये से डेढ़ करोड़ रुपये तक हैं। शुरुआत में बिल्डरों ने लोगों को बड़े-बड़े सपने दिखाए। बिजली, पानी, एसटीपी, सुंदर सड़कें, विश्वस्तरीय यातायात सुविधाएं देने के दावे किए। ये दावे फाइलों में दब कर रह गए हैं। एक दशक बीतने के बाद लोग मूलभूत सुविधाओं के लिए तरस रहे हैं। बीपीटीपी पार्क फ्लोर-2 के निवासी जयंत कुमार मोहंती ने बताया कि ग्रेटर फरीदाबाद में सबसे ज्यादा खराब हालत सड़कों की है। बारिश के बाद सड़कों पर जगह-जगह गड्ढे हो गए हैं। इनके सुधार पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। अधिकारी कुछ सुनते नहीं हैं।
ग्रेटर फरीदाबाद स्थित लार्ड कृष्णा रेजीडेंसी के आरडब्ल्यूए प्रधान रोजवीर सिंह सोलंकी ने बताया कि सेक्टर-76 स्थित डिस्कवरी चौक से डीपीएस चौक तक सड़क गड्ढों में तबदील हो गई है। तीन माह से लोग टूटी सड़कों की समस्या से जूझ रहे हैं। उन्होंने ग्रेटर फरीदाबाद की तुलना ग्रामीण क्षेत्रों से की है। उन्होंने कहा कि गांवों में जीवन शहरों की तुलना में बेहतर है। डब्ल्यूएस मॉल चौक से सेक्टर 75-76 तक दो किमी सड़क खस्ताहाल है। लंबे समय से इन सड़कों की मरम्मत नहीं हुई है। यही हाल बाईपास रोड से हाईवे तक सेक्टर-9 सड़क का बना हुआ है। बीपीटीपी सेक्टर 76 आरडब्ल्यूए की प्रधान श्रेया सक्सेना ने कहा कि सोसाइटियों के लोगों को बेहतर सुविधाएं नहीं मिल पा रही हैं। डीपीएस स्कूल से डिस्कवरी चौक की सड़क टूटी हुई है। इससे हादसा होने की संभावना बनी रहती है।
बिजली के सब स्टेशन नहीं
जयंत कुमार मोहंती ने बताया कि ग्रेटर फरीदाबाद में सबसे बड़ा मुद्दा बिजली के सब स्टेशन बनने का है। अभी तक ग्रेटर फरीदाबाद में बिजली के सब स्टेशन नहीं बने हैं। इस कारण बिल्डर द्वारा लोगों को अस्थायी बिजली के कनेक्शन दिए गए हैं। इनमें अक्सर फॉल्ट होता है और 24 घंटे लोगों को बिजली नहीं मिल पाती।
ग्रेटर फरीदाबाद में कुछ सड़कें एचएसवीपी से एफएमडीए को हस्तांतरित हुई हैं। इन सड़कों को रि-डिजाइन कर बनाया जाएगा। पानी की समस्या काफी हद तक दूर कर दी गई है। एक साल पहले तक जहां रोजाना घंटों की समस्या होती थी। वह अभी लगभग समाप्त हो गई है। बिजली की समस्या दूर करने के लिए जल्द बिजली निगम के अधीक्षण से बात की जाएगी। – डॉ. गरिमा मित्तल, अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी, एफएमडीए





