Millions of goods burnt in fire in paint Factory in Faridabad
पेंट फैक्टरी में आग से लाखों का सामान जला
फरीदाबाद में बड़खल चौक सेक्टर-27 ए स्थित प्लाजा पेंट फैक्टरी में दोपहर करीब ढाई बजे आग लग गई। फैक्टरी में ज्वलनशील केमिकल होने के कारण देखते ही देखते आग भीषण हो गई। मामले की सूचना पाकर फायर ब्रिगेड की 13 गाड़ियां मौके पर पहुंची। फायर ब्रिगेड की गाड़ियों के अलावा आसपास की फैक्ट्रियों से भी पानी की तेज धार से आग पर काबू पाने की कोशिश की गई। आग की लपटों के कारण पेंट फैक्टरी के साथ में बन रहे किआ कार के शोरूम की दीवारें व एयर कंडीशनर की डक्ट खराब हो गई। जिला अग्निशमन अधिकारी आरएस दहिया ने बताया कि आग को बुझाने के लिए सात गाड़ियां जिले से, दो गाड़ियां गुरुग्राम, दो पलवल, एक एस्कॉर्ट व एक गाड़ी एयरफोर्स स्टेशन से मंगाई गई थी। सभी गाड़ियों ने करीब 25 चक्कर लगाकर ढाई घंटे में शाम करीब पौने पांच बजे आग पर काबू पा लिया गया।
फैक्टरी में काम कर रहा एक कर्मचारी झुलसा
फैक्टरी में काम कर रहे एक कर्मचारी सन्नी झुलस गया। उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। फैक्टरी निर्माणाधीन है। उसके पिछले हिस्से में बनी एक गोदामनुमा इमारत में केमिकल व पेंट से भरे ड्रम रखे हुए थे। यहां थोड़ी मात्रा में नया पेंट बनाया जा रहा था। इसी दौरान यह हादसा हुआ। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक आग के दौरान फैक्टरी से कई बार तेज धमाके भी हुए। केमिकल से भरे ड्रम कई कई फीट तक हवा में उछल गए। आग की लपटों के कारण फैक्टरी के साथ में बन रहे किआ कार शोरूम की दीवारें गर्म हो गई और अंदर रखा फर्नीचर जल गया।
मुख्य दरवाजे तक पहुंचने में आई परेशानी
आग बुझाने में सबसे बड़ी समस्या कंपनी का मुख्य दरवाजा था। कंपनी में शुरुआत में निर्माण कार्य चल रहा है, जबकि आग पीछे की तरफ लगी हुई थी। मुख्य दरवाजे पर सामान व सरिया होने के कारण गाड़ी का आग तक जाना मुमकिन नहीं था। सरियों के बीच से पाइप ले जाने के कारण पानी का प्रेशर कम हो रहा था और बार बार उसके जोड़ भी खुल रहे थे। दूसरा ये कि बड़खल फ्लाईओवर पर गाड़ियों को खड़ी करने के बाद दमकल कर्मी पानी तो लगातार फेंक रहे थे, लेकिन नीचे से आग उतनी ही धधक रही थी। गोदाम के लिंटर पर पानी फेंकने से आग कम नहीं हो पा रही थी।
अपनी फैक्टरी को बचाने में जुटे रहे पड़ोसी
आग इतनी तेजी से फैली कि आसपास की फैक्ट्रियों तक इसकी तपिश एकदम से पहुंच गई। आग की लपटों के कारण आसपास की फैक्ट्रियों की दीवारें भी गर्म होने लगीं, जिससे प्रबंधन ने कर्मचारियों को बाहर निकाला और दीवारों के साथ रखी मशीनरी व समान को दूर किया। कर्मचारी फायर उपकरणों से अपनी दीवारों को ठंडा करते नजर आए। इससे काफी हद तक बचाव भी देखने को मिला। आग के कारण प्लाजा पेंट्स की गोदाम वाली इमारत पूरी तरह से ढह गई।
फ्लाईओवर तक पहुंचती आग तो हो जाता नीलम जैसा हाल
पेंट फैक्टरी में लगी आग यदि बड़खल फ्लाईओवर तक पहुंच जाती तो उसका हाल भी नीलम फ्लाईओवर जैसा हो सकता था। करीब पांच महीने पहले नीलम फ्लाईओवर के नीचे कबाड़ में आग लगने के कारण उसे कई महीनों तक मरम्मत के लिए बंद करना पड़ा था। शुक्रवार को फैक्टरी में लगी आग भी फ्लाईओवर के पास ही थी। हालांकि दमकल विभाग ने समय रहते आग पर काबू पा लिया नहीं तो बड़ा हादसा हो सकता था।





