Many BSP leaders joined Samajwadi Party
बसपा के कई दिग्गज नेता समाजवादी पार्टी में शामिल, अखिलेश यादव ने कोरोना समेत कई मुद्दों पर सरकार को घेरा
अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने सभी का समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) में स्वागत करते हुए कहा कि पार्टी की कोशिश है कि ज्यादा से ज्यादा लोगों को जोड़ा जाए. उन्होंने कहा कि आने वाला वक्त बताएगा कि समाजवादी पार्टी कितना मेहनत कर रही है.
बसपा (BSP) के कई दिग्गज नेताओं समेत कांग्रेस (Congress) के टिकट पर बदायूं से 2019 में लोकसभा चुनाव लड़ चुके सलीम शेरवानी की एक बार फिर समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) में वापसी हुई है. समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) की मौजूदगी में बसपा के दिग्गज नेता व कोआर्डिनेटर अम्बेडकर नगर से पूर्व सांसद त्रिभुवन दत्त, हरदोई के शाहाबाद से बसपा से विधायक रहे आसिफ़ उर्फ बब्बू खां, हापुड़ की धौलाना सीट से मौजूदा बसपा विधायक असलम चौधरी की पत्नी, कानपुर देहात के कैप्टन इंद्रपाल सिंह पाल और महराजगंज के जिलांपंचयत अध्यक्ष प्रभु दयाल चौहान समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए.
2022 का चुनाव तय करेगा देश की दिशा
अखिलेश यादव ने सभी का समाजवादी पार्टी में स्वागत करते हुए कहा कि पार्टी की कोशिश है कि ज्यादा से ज्यादा लोगों को जोड़ा जाए. उन्होंने कहा कि आने वाला वक्त बताएगा कि समाजवादी पार्टी कितना मेहनत कर रही है. उन्होंने कहा कि 2022 में यूपी होने वाले विधानसभा चुनाव न सिर्फ समाजवादी पार्टी की सत्ता में वापसी करवाएगा बल्कि देश की दिशा भी तय करेगा.
योगी सरकार पर हमला
अखिलेश यादव ने इस दौरान प्रदेश की योगी सरकार पर भी जमकर निशाना साधा. उन्होंने कोरोना महामारी, निवेश और कानून व्यवस्था समेत तमाम मुद्दों पर सरकार को घेरा. अखिलेश यादव ने कहा कि कोरोना से आज पूरी दुनिया लड़ रही है. लेकिन यूपी सरकार का एक ही निर्णय है, जितने कम टेस्ट उतनी कम बीमारी. ज्यादा टेस्ट होगा तो पता चलेगा कि आखिर कितने लोग बीमार हैं. मंत्री, अफसर, पत्रकार समेत बड़ी संख्या में लोगों की जान गई. अब सरकार कह रही है कि हमें अब इस बीमारी के साथ रहना होगा. लेकिन सरकार की तैयारी क्या है? अस्पतालों की हालत ठीक नहीं है लोगों को इलाज नहीं मिल रहा है. सरकार अस्पतालों में व्यवस्था नहीं दे पा रही, इसलिए बोल रही है कि बीमारी के साथ रहना होगा.
अखिलेश यादव यहीं नहीं रुके, उन्होंने इन्वेस्टमेंट समिट पर भी सवाल खड़े किए. उन्होंने कहा कि हम सरकार से जाना चाहते हैं कि 4 लाख करोड़ का इन्वेस्टमेंट कहां है? यह सरकार झूठी है. जो एमओयू हुए और जिनका भूमिपूजन हुआ वह जमीन पर कहां दिखाई दे रहा है सरकार इस बारे में बताए.





