Jewar International Airport or Noida International Airport
नियाल को सौंपा नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का ड्राफ्ट मास्टर प्लान
ज्यूरिख एयरपोर्ट इंटरनेशनल एजी ने नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का ड्राफ्ट मास्टर प्लान नियाल को सौंप दिया है। विकासकर्ता कंपनी अंतिम मास्टर प्लान इसी माह नियाल (नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड) कंपनी को सौंप देगी। नोएडा एयरपोर्ट को हाइ स्पीड ट्रेन से कनेक्टिविटी के लिए ड्राफ्ट मास्टर प्लान नेशनल हाइ स्पीड रेल कारपोरेशन से साझा किया गया है।
सात अक्टूबर को नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का कंसेशन एग्रीमेंट होने के बाद विकासकर्ता कंपनी को मास्टर प्लान दो माह में सौंपने का समय दिया गया था, लेकिन कंपनी इसी माह मास्टर प्लान स्वीकृति के लिए नियाल को सौंप देगी। इसकी सभी तकनीकी पहलू से जांच के बाद प्रदेश की परियोजना निगरानी एवं क्रियान्वयन समिति को स्वीकृति के लिए भेजा जाएगा।
विकासकर्ता कंपनी ने ड्राफ्ट मास्टर प्लान सौंप दिया है। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट को दिल्ली वाराणसी हाइ स्पीड कारीडोर से कनेक्टिविटी देने की योजना है। गौतमबुद्धनगर में हाइस्पीड ट्रेन के दो स्टेशन प्रस्तावित हैं। पहला स्टेशन नोएडा व दूसरा जेवर क्षेत्र में नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के नजदीक होगा। विकासकर्ता कंपनी चाहती है कि हाइस्पीड ट्रेन का स्टेशन एयरपोर्ट के टर्मिनल संख्या एक में बने। हालांकि स्टेशन का अंतिम निर्णय हाइस्पीड ट्रेन की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट में होगा।
नेशनल हाइस्पीड रेल कारपोरेशन दिल्ली-वाराणसी कारीडोर के लिए डीपीआर तैयार करा रही है। यमनुा प्राधिकरण क्षेत्र में कारीडोर के लिए उसने नियाल से एयरपोर्ट का मास्टर प्लान मांगा था। विकासकर्ता कंपनी से ड्राफ्ट मास्टर प्लान मिलने के बाद इसे कारपोरेशन के साथ साझा कर दिया गया है।
फरवरी से पहले शुरू होगा निर्माण कार्य
पिछले दिनों यमुना प्राधिकरण की समीक्षा बैठक में औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना ने दावा किया था कि नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का निर्माण कार्य सात फरवरी से पहले शुरू हो जाएगा। एयरपोर्ट से 2023 से हवाई सेवाओं का संचालन शुरू होगा। बॉक्स
20 मिनट में पहुंच सकेंगे दिल्ली से नोएडा एयरपोर्ट
हाइस्पीड ट्रेन से नोएडा एयरपोर्ट की कनेक्टिविटी का फायदा यात्रियों को होगा। सराय काले खां रेलवे स्टेशन से मात्र 20 मिनट में यात्री नोएडा एयरपोर्ट पहुंच जाएंगे। मेरठ से सराय काले खां तक रैपिड रेल का कार्य भी चल रहा है। पश्चिम उत्तर प्रदेश के जिले रैपिड रेल, हाइस्पीड रेल से सीधे नोएडा एयरपोर्ट से जुड़ जाएंगे और कम समय में एयरपोर्ट पहुंचा जा सकेगा।
ज्यूरिख एयरपोर्ट ने नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का ड्राफ्ट मास्टर प्लान सौंप दिया है। इसी माह कंपनी अंतिम मास्टर प्लान सौंप देगी। -डॉ.अरुणवीर सिंह, सीईओ, यमुना प्राधिकरण एवं नियाल
High Speed Train: दिल्ली से नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट सिर्फ 20 मिनट में, हाई स्पीड से जुड़ेंगे दोनों शहर
ज्यूरिख एयरपोर्ट इंटरनेशनल एजी ने नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का ड्राफ्ट मास्टर प्लान नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (Noida International Airport Limited) को सौंप दिया है। इसके बाद विकासकर्ता कंपनी अंतिम मास्टर प्लान इसी माह नियाल कंपनी को सौंप देगी। नोएडा एयरपोर्ट को हाइ स्पीड ट्रेन से कनेक्टिविटी के लिए ड्राफ्ट मास्टर प्लान नेशनल हाइ स्पीड रेल कॉरपोरेशन से साझा किया गया है। अगर यह योजना परवान चढ़ी तो दिल्ली और नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के बीच की दूरी हाइस्पीड ट्रेन के जरिये सिर्फ 20 मिनट में तय होगी।
बता दें कि पिछले महीने 7 अक्टूबर को नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का कंसेशन एग्रीमेंट होने के बाद विकासकर्ता कंपनी को मास्टर प्लान 2 माह में सौंपने का समय दिया गया था, लेकिन कंपनी इसी माह मास्टर प्लान स्वीकृति के लिए नियाल को सौंप देगी। इसकी सभी तकनीकी पहलू से जांच के बाद प्रदेश की परियोजना निगरानी एवं क्रियान्वयन समिति को स्वीकृति के लिए भेजा जाएगा।
विकासकर्ता कंपनी ने ड्राफ्ट मास्टर प्लान सौंप दिया है। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट को दिल्ली वाराणसी हाइ स्पीड कारीडोर से कनेक्टिविटी देने की योजना है। गौतमबुद्धनगर में हाइस्पीड ट्रेन के दो स्टेशन प्रस्तावित हैं। पहला स्टेशन नोएडा व दूसरा जेवर क्षेत्र में नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के नजदीक होगा। विकासकर्ता कंपनी चाहती है कि हाइस्पीड ट्रेन का स्टेशन एयरपोर्ट के टर्मिनल संख्या एक में बने। हालांकि स्टेशन का अंतिम निर्णय हाइस्पीड ट्रेन की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट में होगा।
नेशनल हाइस्पीड रेल कारपोरेशन दिल्ली वाराणसी कारीडोर के लिए डीपीआर तैयार करा रही है। यमनुा प्राधिकरण क्षेत्र में कारीडोर के लिए उसने नियाल से एयरपोर्ट का मास्टर प्लान मांगा था। विकासकर्ता कंपनी से ड्राफ्ट मास्टर प्लान मिलने के बाद इसे कारपोरेशन के साथ साझा कर दिया गया है।
एयरपोर्ट की कनेक्टिविटी को सुगम बनाएगी सौ मीटर चौड़ी सड़क
ग्रेटर नोएडा से जेवर तक एक्सप्रेस-वे के समानांतर 60 मीटर चौड़ी सड़क को सौ मीटर किया जाएगा। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के निर्माण के साथ सड़क चौड़ीकरण का कार्य भी होगा। एयरपोर्ट की कनेक्टिविटी के लिए यमुना एक्सप्रेस-वे के समानांतर विकल्प के तौर पर सड़क तैयार की जाएगी। इससे यीडा सिटी के लोगों को भी फायदा होगा।
यमुना एक्सप्रेस-वे के समानांतर ग्रेटर नोएडा से रबूपुरा तक साठ मीटर चौड़ी सड़क का निर्माण हो चुका है। यह सड़क जेवर तक प्रस्तावित है, लेकिन रबूपुरा के आगे जमीन न मिल पाने की वजह से सड़क का निर्माण नहीं हो पाया है। साठ मीटर चौड़ी सड़क यीडा सिटी को ग्रेटर नोएडा से जोड़ने वाला मुख्य मार्ग है। यीडा सिटी बसने के बाद शहर का यातायात इस शहर से होकर गुजरेगा। इससे सड़क पर वाहनों का दबाव भी काफी अधिक हो जाएगा।
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के बाद इसमें और इजाफा होगा। इसलिए यमुना प्राधिकरण की सड़क को साठ से बढ़ाकर सौ मीटर चौड़ी करने की योजना है।
चौड़ीकरण का कार्य एयरपोर्ट के निर्माण के साथ ही शुरू होगा। इससे एयरपोर्ट से हवाई सेवाओं की शुरुआत होने से पहले ही यातायात का दबाव सहन करने के लिए सड़क तैयार होगी। वाहन चालकों को यमुना एक्सप्रेस-वे के साथ साथ जेवर तक आने जाने के लिए एक वैकल्पिक मार्ग भी मिल जाएगा। ग्रेटर नोएडा से जेवर तक सड़क बनने का फायदा ग्रामीणों को मिलेगा। जेवर आने-जाने के लिए ग्रामीण यमुना एक्सप्रेस-वे का उपयोग करते हैं। इसलिए एक्सप्रेस-वे पर ग्रामीणों के लिए टोल माफ करने की मांग अक्सर उठती है। किसान धरना प्रदर्शन करते रहते हैं। जेवर तक सड़क बनने से ग्रामीणों को टोल से राहत मिल जाएगी।
लॉजिस्टिक व वेयरहाउस का हब बनेगा टप्पल शहरी केंद्र, मास्टर प्लान पर सरकार ने लगाई मुहर
टप्पल बाजना शहरी केंद्र को लॉजिस्टिक एवं वेयरहाउस हब के रूप में विकसित किया जाएगा। इसलिए औद्योगिक उपयोग के आरक्षित भूमि के बराबर ही मिश्रित भूपयोग श्रेणी होगी। सेक्टर में 35 सेक्टर विकसित होंगे।
प्रदेश सरकार ने स्वीकृत किया मास्टर प्लान
यमुना प्राधिकरण में अधिसूचित टप्पल बाजना शहरी केंद्र फेज दो में प्रस्तावित है। इसका मास्टर प्लान प्रदेश सरकार ने स्वीकृत कर दिया है। राया मथुरा केंद्र के साथ ही टप्पल बाजना केंद्र विकसित किया जाएगा। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के नजदीक होने की वजह से यह औद्योगिक गतिविधियों का मुख्य केंद्र होगा।
टप्पल बाजना में लॉजिस्टिक एवं वेयरहाउस को मिलेगा प्राथमिकता
नोएडा एयरपोर्ट यात्रियों के साथ कार्गो का मुख्य केंद्र होगा। एनसीआर से कार्गो को दुनिया भर के देशों में भेजने एवं वहां से आने वाला माल नोएडा एयरपोर्ट पर उतारा जाएगा। एयरपोर्ट का आस पास का क्षेत्र आने वाले समय में लॉजिस्टिक एवं वेयरहाउस गतिविधियों के लिए महत्वपूर्ण होगा। इसलिए यमुना प्राधिकरण टप्पल शहरी केंद्र में लॉजिस्टिक एवं वेयरहाउस को प्राथमिकता देगा।
11104 हेक्टेयर क्षेत्र में विकसित होगा शहर
टप्पल बाजना शहर 11104 हेक्टेयर में विकसित होगा। शहर में 1794 हेक्टेयर जमीन उद्योग के लिए आरक्षित होगी। इसके अलावा 1608 हेक्टेयर जमीन मिश्रित भूपयोग श्रेणी के लिए आरक्षित होगी। शेष भूमि अन्य श्रेणी की गतिविधियों के लिए होगी।
शहर में होंगे 35 सेक्टर
टप्पल बाजना शहरी केंद्र में 35 सेक्टर विकसित किए जाएंगे। यह सेक्टर उद्योग, संस्थागत, आवासीय, रिक्रिएशनल आदि श्रेणी के लिए होंगे। प्राधिकरण योजनाओं के जरिये इन सेक्टरों में भूखंड आवंटन करेगा।
जल्द शुरु होगा जमीन अधिग्रहण
टप्पल बाजना शहर को बसाने के लिए यमुना प्राधिकरण जमीन अधिग्रहण जल्द शुरू करेगा। किसानों से सहमति के आधार पर जमीन खरीदने के अलावा लैंडपूल पालिसी के तहत जमीन लेने का विकल्प भी होगा। लैंडपूल पालिसी को हाल में प्रदेश सरकार ने लागू किया है। यमुना प्राधिकरण इसे बोर्ड के जरिये स्वीकृत कर चुका है। इस पालिसी के तहत किसान से ली गई जमीन का 25 फीसद उसे विकसित कर वापस किया जाएगा। किसान इस अपने हिस्से की जमीन को उद्योग, कामर्शियल, आवासीय आदि श्रेणी में उपयोग कर सकेगा या बेच कसेगा।
राया शहरी केंद्र के साथ टप्पल शहरी केंद्र को भी विकसित किया जाएगा। प्रदेश सरकार इसका मास्टर प्लान स्वीकृत कर चुकी है। नोएडा एयरपोर्ट के नजदीक होने के कारण यहां लॉजिस्टिक एवं वेयरहाउस को प्राथमिकता दी जाएगी। (डा. अरुणवीर सिंह, सीईओ यमुना प्राधिकरण)