Health department give notice to Sarvoday Hospital Faridabad
फरीदाबाद के सर्वोदय अस्पताल में मरीज की मौत पर हंगामा
हरियाणा के फरीदाबाद में सेक्टर-आठ स्थित सर्वोदय अस्पताल में भर्ती एक मरीज की मंगलवार को मौत हो गई। इसके बाद परिजनों ने जमकर हंगामा किया। अस्पताल प्रबंधन ने स्वाइन फ्लू या कोराना वायरस से पीड़ित होने की आशंका जताई है। हालांकि स्वास्थ्य विभाग ने इसकी पुष्टि नहीं की है।
बीके सिविल अस्पताल के उपमुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. राम भगत ने कहा कि मृतक में कोरोना वायरस की बात अफवाह है। शुरूआती जांच में पता चला है कि मृतक को डायबिटीज की बीमारी थी। मंगलवार को तबीयत ज्यादा खराब होने पर अस्पताल में उसकी मौत हो गई। स्वास्थ्य विभाग ने मरीज की केस हिस्ट्री और ब्लड सैंपल मांगे हैं। बुधवार को सैंपल को जांच के लिए दिल्ली लैब भेजा जाएगा।
सर्वोदय अस्पताल की ओर से जारी ब्यान के अनुसार सेक्टर-35 अशोका एन्क्लेव निवासी 49 वर्षीय धर्मेंद्र कुमार कई दिनों से बुखार व खांसी से पीड़ित था। धर्मेंद्र सोमवार को सेक्टर-19 स्थित सर्वोदय अस्पताल में भर्ती हुआ था। वहां एक्सरे करने पर उसे निमोनिया से पीड़ित पाया गया। उसे सांस की तकलीफ थी। मरीज की हालत खराब होते देख उसे वहां से सेक्टर-आठ, सर्वोदय अस्पताल रेफर कर दिया गया। वहां स्थिति में सुधार नहीं होने के बाद डॉक्टर उसे दिल्ली रेफर करने पर विचार कर रहे थे। तभी उसकी मौत हो गई। अस्पताल में वरिष्ठ श्वास रोग विशेष डॉक्टर मनीषा मेहंदीरत्ता ने कहा कि जांच के दौरान मरीज में एच1एन1 और कोरोना वायरस के संभावित लक्षण पाए गए।
सर्वोदय अस्पताल को स्वास्थ्य विभाग ने दिया कारण बताओ नोटिस
जिला स्वास्थ्य विभाग ने मंगलवार दोपहर सेक्टर-8 स्थित सर्वोदय अस्पताल में दम तोड़ने वाले मृतक धीरेंद्र कुमार में कोरोना वायरस व निमोनिया के लक्षण बताए जाने पर बुधवार सुबह नोटिस जारी कर दिया। विभागीय अधिकारियों का दावा है कि यदि अस्पताल प्रबंधन को मरीज में कोरोना वायरस से मिलते-जुलते लक्षण दिखे तो स्वास्थ्य विभाग को सूचना क्यों नहीं दी गई।
इसके अलावा मृतक को कोरोना वायरस का संभावित मरीज किस आधार पर बताया गया इस बारे में अस्पताल प्रबंधन से जबाव मांगा गया है। स्वास्थ्य विभाग का दावा है कि उन्होंने मरीज की मेडिकल हिस्ट्री जांची तो पता चला कि वह मधुमेह व फेफड़ों के संक्रमण से पीड़ित था। इस कारण उसकी मौत हुई है। जिला उप-चिकित्सा अधिकारी डॉ. रामभगत का कहना है कि कोरोना वायरस की जांच की रिपोर्ट आने से पहले उसे कोरोना पीड़ित कहना बिल्कुल गलत है।
उधर सर्वोदय अस्पताल के मेडिकल प्रबंधक डॉ. सौरभ गहलौत का कहना है कि मामले की विभाग से कारण बताओ नोटिस मिला है। पूछे गए प्रश्नों के आधार पर जवाब तैयार कर लिया गया है। अस्पताल प्रशासन ने मरीज को कोरोना से मिलते- जुलते लक्षण से ग्रस्त बताया था। सेक्टर-35 निवासी धीरेंद्र अस्पताल की सेक्टर-19 स्थित शाखा में सोमवार देर रात गंभीर हालत में भर्ती हुआ था। तबीयत ज्यादा खराब होने पर उसे सेक्टर-8 स्थित सर्वोदय अस्पताल में मंगलवार सुबह 12 बजे के करीब रेफर किया गया था। इसी दौरान वेंटिलेटर पर ही मंगलवार दोपहर करीब ढाई बजे मरीज ने दम तोड़ दिया। डॉ. सौरभ का कहना है कि शायद यही कारण रहा कि अस्पताल समय से स्वास्थ्य विभाग को सूचना नहीं दे सका। मरीज के जांच नमूने स्वास्थ्य विभाग को सौंप दिए गए हैं।





