Greater Faridabad Society Problems
मिट्टी कटाव से ग्रेटर फरीदाबाद के सोसायटी वासियों में दहशत
बीपीटीपी पार्क फ्लोर-1 सेक्टर-77 ग्रेटर फरीदाबाद के निवासी इस समय दहशत में हैं। पार्क फ्लोर-1 बराबर वाली सोसायटी का काम रुका हुआ है और वहां से मिट्टी कटने की वजह से कई टावरों के गिरने का खतरा बना हुआ है। इस संबंध में सोसायटी के निवासी कई बार बिल्डर एवं पुलिस में शिकायत कर चुके हैं, लेकिन कोई स्थायी समाधान नहीं हुआ है। बारिश के दिनों में बहुत अधिक मिट्टी का कटाव होता है।
सोसायटी वासियों के अनुसार बीपीटीपी पार्क फ्लोर-1 के बगल में कोर्ट केस की वजह से सोसायटी का काम रुका हुआ है। उस सोसायटी में बेसमेंट भी बनना था, काम रुकने की वजह से कुछ हिस्सा ही बन पाया है, जबकि शेष हिस्सा कच्चा पड़ा हुआ है। वहां से आए दिन मिट्टी का कटाव होता रहता है। मिट्टी के कटाव की वजह से सोसायटी के बिजली का पैनल भी गिर चुका है, जबकि नजदीक स्थित सोसायटी की चहारदीवारी भी गिर चुकी है।
निर्माणाधीन सोसायटी के पास स्थित टावर में रहने वाले लोगों को हमेशा फ्लैट के गिरने का भय सताता रहता है। टावर वाई, एन और जेड के निवासियों को सबसे अधिक भय है। सोसायटी वासियों का कहना है कि बिल्डर को कुछ ऐसी व्यवस्था करनी चाहिए, जिससे मिट्टी का कटाव रुके। वहीं स्थायी चहारदीवारी करवानी चाहिए, ताकि सोसायटी के अंदर कोई बाहर का व्यक्ति नहीं आ सके। इसके अलावा बिल्डर कभी सोसायटी में काम करने वाले कर्मचारियों को समय से तनख्वाह नहीं देता है। इसके चलते कर्मचारी आए दिन हड़ताल पर रहते हैं। इस संबंध में बिल्डर का कोई भी प्रतिनिधि बात करने को तैयार नहीं है।
सोसायटी के एसटीपी का पानी खुले में निर्माणाधीन सोसायटी में छोड़ जा रहा है। यह स्वास्थ्य के लिए भी हानिकारक है और इन दिनों डेंगू व मलेरिया का सीजन चल रहा है। -जसबीर बूटा, महासचिव, आरडब्ल्यूए
बिल्डर ने आज तक सोसायटी का व्यक्तिगत बिजली का कनेक्शन नहीं लिया है। एक कनेक्शन से चार सोसायटी को बिजली आपूर्ति की जा रही है। थोड़ा सा भी लोड पड़ने पर शार्ट सर्किट हो जाता है और घंटों बिजली गायब रहती है। -नीरज कुमार, कोषाध्यक्ष, आडब्ल्यूए
इस संबंध में बिल्डर के खिलाफ पुलिस में भी शिकायत की है, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। चहारदीवारी नहीं होने की वजह से कई बार अनजान व्यक्ति घुस आते हैं। -जयदीप भार्गव, सोसायटी निवासी
मेंटिनेंस चार्ज के हिसाब से सुविधाएं नहीं मिल रही है। इसके चलते काफी परेशानी होती है। कर्मचारियों एवं सुरक्षाकर्मियों के हड़ताल पर जाने के बाद सुरक्षा रामभरोसे होती है। -सुरेंद्र सैनी, सोसायटी निवासी





