Greater Faridabad received the gift of Vigyan Bhavan
ग्रेटर फरीदाबाद को मिला विज्ञान भवन का तोहफा
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने जिले को बड़ा तोहफा दिया है। यह तोहफा विज्ञान भवन के रूप में है, जो ग्रेटर फरीदाबाद के सेक्टर-78 में बनेगा। यह दिल्ली में स्थित विज्ञान भवन से भी बड़ा होगा और इस पर 398 करोड़ रुपये की लागत आएगी। राज्य सरकार ने इस परियोजना को सोमवार देर शाम मंजूरी दे दी है।
बुधवार को मुख्यमंत्री मनोहर लाल की जन आशीर्वाद यात्रा फरीदाबाद पहुंचेगी, तो इस विज्ञान भवन की पल्ला चौक बाइपास रोड पर होने वाले स्वागत समारोह के दौरान आधारशिला रखेंगे। यहां नगर निगम के वरिष्ठ उपमहापौर देवेंद्र चौधरी ने सीएम का स्वागत समारोह रखा है। ग्रेटर फरीदाबाद के इस प्रस्तावित विज्ञान भवन में पांच हजार लोगों की क्षमता वाला एक प्रदर्शनी हॉल सहित तीन सभागार भी बनेंगे। इन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर की कांफ्रेंस व कार्यक्रम करने के लिए अत्याधुनिक तकनीकी उपकरणों से भी सुसज्जित किया जाएगा। हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण इसका निर्माण कराएगा। विज्ञान भवन का स्वरूप प्रसिद्ध कंपनी डिजाइन फोरम इंटरनेशनल ने किया है। पिछले दिनों डिजाइन फोरम इंटरनेशनल ने पंचकूला में मुख्यमंत्री को जन आशीर्वाद यात्रा के दौरान इसका थ्री डी पिक्चर के माध्यम से मॉडल भी दिखा दिया है। कई खूबियां लिए हुए होगा विज्ञान भवन
विज्ञान भवन कई खूबियां लिए हुए होगा। इसमें बनने वाले तीन सभागारों में लोगों के बैठने की क्षमता ढाई हजार, एक हजार और छह सौ की होगी। दिल्ली के विज्ञान भवन में भी सबसे बड़े सभागार में 1500 लोगों के ही बैठने की अधिकतम क्षमता है। इसमें दो बेसमेंट होंगी जिनमे 1200 से अधिक कारों की पार्किंग होगी। विज्ञान भवन की कुल ऊंचाई 34 मीटर रखी जाएगी। अंदर फूड कोर्ट बनाया जाएगा जिसकी क्षमता 3 हजार लोगों की होगी। विज्ञान भवन के लिए हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण ने साढ़े आठ एकड़ भूमि पहले से ही आरक्षित कर दी थी। गुर्जर के अनुसार फरीदाबाद के तिगांव विधानसभा क्षेत्र में गांव मंझावली के नजदीक यमुना पर निर्माणाधीन पुल और नई दिल्ली के सराय कालेखां से केएमपी तक बनने वाले छह लेन के एक्सप्रेस वे के बाद ग्रेटर फरीदाबाद से दिल्ली, नोएडा, गुरुग्राम की दूरी महज एक घंटे की रहेगी। इसलिए इसका उपयोग पूरा एनसीआर कर सकेगा। इससे ग्रेटर फरीदाबाद का चहुंमुखी विकास भी होगा। प्रस्तावित विज्ञान भवन के अन्य खास बिदु
-इमारत 8.2 एकड़ के भूखंड और 60 मीटर चौड़ी सड़क पर बनाई जाएगी।
-लगभग 2 साल में बनकर होगा तैयार।
-25 सीटों के एक बड़े हॉल के साथ-साथ 500 और 1000 की क्षमता के दो और हॉल की व्यवस्था होगी।
-ऑडिटोरियम के साथ-साथ राउंड टेबल हॉल के अलावा एक बड़े फूड कोर्ट की भी व्यवस्था होगी।
-इंडोर और आउटडोर स्पेस के बीच किसी भी समय 2000 से 5000 लोग रह सकते हैं।
भवन में 2 बेसमेंट होंगी जिसमें 1200 से और 2400 वाहनों की पार्किंग की व्यवस्था होगी। यह विज्ञान भवन उत्तर भारत में सबसे बड़ा होगा। प्रदेश की भाजपा सरकार ने जिले को एक और बड़ी सौगात दी है। इस भवन के बनने से विकास के नए रास्ते खुलेंगे। मुख्यमंत्री का इसके लिए आभार। -कृष्णपाल गुर्जर, केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्यमंत्री
तीन माह से प्रदेश सरकार इसके लिए प्रयासरत थी और अब मुख्यमंत्री के प्रयासों से बड़ा तोहफा मिला है। फरीदाबादवासी इसके लिए मुख्यमंत्री मनोहर लाल का तहेदिल से धन्यवाद करते हैं। -विपुल गोयल, उद्योग मंत्री, हरियाणा





