Gorakhpur tragedy is massacre: MP Sakshi Maharaj

BJP सांसद साक्षी महाराज ने किया योगी पर हमला, कहा- नरसंहार है गोरखपुर की घटना
उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में मेडिकल कॉलेज में हुई मौतों से योगी सरकार खुद अपनों के ही निशाने पर आ गई है। इसकी शुरूआत उन्नाव से भाजपा सांसद साक्षी महाराज ने कर दी है। साक्षी महाराज ने शनिवार को अपनी ही सरकार पर हमला बोलते हुए कहा गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में मासूमों की मौत सिर्फ मौत नहीं बल्कि नरसंहार है।
गौरतलब हो पांच दिन के भीतर गोरखपुर के बाबा राघवदास मेडिकल कॉलेज (बीआरडी) में ऑक्सीजन ना मिलने से 32 बच्चों सहित 48 लोगों की मौत हो गई। इससे साफ है कि अब योगी सरकार अपनों के निशाने पर आ गई है। उन्नाव से बीजेपी सांसद साक्षी महाराज ने कहा, 1 और 2 मौतें सामान्य होती है। इतने लोग एक साथ सामान्य मौत से नहीं मरते है। ऑक्सीजन की सप्लाई बंद करने वाले को पता होगा अगर ऐसा कर दिया, तो क्या होगा।
और क्या कहा साक्षी महाराज ने
साक्षी महाराज ने यहां तक कहा,’ ये नरसंहार जैसा ही है। इस नरसंहार में देश के भविष्य बनने वाले बच्चों की जान गई है। कौन जानता था कि ये बच्चे आगे चलकर क्या बनते। मैं योगी जी से मांग करता हूं, सभी दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए, जो बच्चे मौत की नींद सो गए, हम उन्हें तो वापस नहीं ला सकते है, लेकिन जो उसके लिए दोषी है, उन्हें इसकी सजा जरूर मिलनी चाहिए।
कारण बहुत छोटा सा 60-65 लाख रूपए किसी के बाकी थे, उसने ऑक्सीजन बंद कर दी। जिसने ऑक्सीजन की सप्लाई बंद की, उसको भी जानकारी होगी, अगर ऑक्सीजन बंद होगा तो क्या हाल होगा। मुझे टिप्पणी करने की आवश्यकता नहीं है। दो दिन पहले योगी जी गोरखपुर आए थे। ये उन्हीं के क्षेत्र का मामला है। योगी जी समझदार भी है, संवेदनशील भी है। अब जो बच्चे चले गए, उन्हें हम वापस तो नहीं ला सकते, लेकिन पूरा घटनाक्रम नरसंहार जैसा लगता है। मैं आप लोगों के जरिए उनसे निवेदन करुंगा, दोषियों के खिलाफ ऐसी कार्रवाई हो, दोबारा यूपी में ऐसी घटना ना घटित हो।
निलंबन के बाद बोले बीआरडी के प्रिंसिपल, मैं पहले ही लिख चुका था इस्तीफा
गोरखपुर में हुई घटना के बाद यूपी के कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थ सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके घटना की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि लापरवाही देखते हुए बीआरडी के प्रिंसिपल को निलंबित कर दिया गया है जबकि प्रिंसिपल ने इसके बाद बयान दिया कि वह पहले ही त्यागपत्र लिख चुके थे।
सिंह ने कहा, योगी जी यहां 9 जुलाई और 9 अगस्त को भी आए थे। यहां उन्होंने डॉक्टरों से भी चर्चा की थी। एक विषय जो क्रिटिकल है वो है गैस सप्लाई का वो रखा नहीं गया। उन्होंने बताया कि हमने आंकड़े भी देखने की कोशिश की है क्योंकि 20 से 23 बच्चों के मरने की खबर आई है वो चौंकाने वाला मामला है।
ये सरकार संवेदनशील है और एक बच्चे की मौत की जांच की वजह भी हमारे लिए बड़ी है। हम 23 मौतों को कम आंकने का प्रयास नहीं कर रहे हैं। 2014 से आंकड़े निकलवाए हैं। अगस्त के महीने में बच्चों की मौतें 19 प्रतिदिन होता है। 2015 में 22 और 2016 में प्रतिदिन 19 से ज्यादा है। इसका ये मतलब ये नहीं है कि हम इसे कम आंक रहे हैं पर आगे का निष्कर्ष निकालने के लिए ऐसा कर रहे हैं। बीआरडी मेडिकल कॉलेज में मौतों का आंकड़ा 17 से 18 निकलता है क्योंकि बच्चे यहां कई जगहों से आते हैं।
इसके बाद हमने गैस सप्लाई का मैटर भी देखा। 7.30 बजे लिक्विड गैस सप्लाई आती है। वो लो होती है तो मीटर बीप करता है। 7.30 बजे वो बीप किया लेकिन साथ में ये व्यवस्था भी रहती है कि जो गैस सिलिंडर का स्विच चेंज कर देंगे जिससे सप्लाई आने लगती है। उन्होंने बताया कि लिक्विड गैस की सप्लाई बंद थी लेकिन अल्टरनेट गैस की सप्लाई चालू हो गई थ। उन्होंने बताया कि 11.30 से 1.30 बजे तक गैस की सप्लाई लो थी। हम निष्कर्ष पर आए हैं कि गैस सप्लाई से बच्चों की मौत नहीं हुई है।
सप्लाई लो होने पर ये पता चला है कि डीलर का भुगतान नहीं हुआ था। इसका पत्र दिया गया था। इसके बाद 5 तारीख को बीआरडी कॉलेज के प्रिंसिपल के खाते में भुगतान भेजा गया था जो उनके मुताबिक उन्हें 7 तारीख को मिला। डीलर का कहना है कि उसको भुगतान 11 तक मिला।
उन्होंने कहा, ऑक्सीजन जीवन रक्षक है इसकी सप्लाई क्यों बंद हुई इस पूरे प्रकरण की जांच की जाएगी और दोषी के खिलाफ कठोर कार्रवाई होगी। तब तक बीआरडी कॉलेज के प्रिंसिपल आरके मिश्रा को तत्काल प्रभाव सस्पेंड किया जाता है।
क्या बोले प्रिंसिपल आरके मिश्रा
एक तरफ योगी के मंत्री ने बीआरडी के प्रिंसिपल को सस्पेंड करने की घोषणा की वहीं दूसरी ओर प्रिंसिपल आरके मिश्रा ने बयान दिया है कि निलंबन के पहले ही मैं त्यागपत्र दे चुका था। उन्होंने कहा, मासूम बच्चों की मौत की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए मैं त्यागपत्र पहले ही लिख चुका था। उन्होंने कहा कि मैंने सीएम से बात करके जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा देने की बात की थी लेकिन मुझे ये कहकर रोका गया था कि अभी कमेटी बनाई गई है, जांच की रिपोर्ट आने तक इंतजार करो।
बच्चों की मौत को लालू यादव ने बताया हत्या
गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल अस्पताल में हुई घटना के बाद शनिवार को राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने दुख जताया है। लालू ने शनिवार को अस्पताल में बच्चों की मौत पर कहा यह बहुत दुखद है। उन्होंने ने इसे हत्या करार बताते हुए कहा कि ये हत्या है, बच्चों की हत्या है।





