Former Chief Minister Akhilesh Yadav will give two lakh rupees to victim of Gorakhpur tragedy

सफाई देते रह गए सीएम योगी, अखिलेश ने कर दिया हादसे से पीड़ितों की मदद का ऐलान
यूपी के सीएम योगी जहां गोरखपुर में हुई मासूमों की मौत पर सफाई दे रहे हैं। वहीं, पीड़ितों से मिलने पहुंचे पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने उनकी मदद का ऐलान कर दिया है। पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव सोमवार को सड़क मार्ग से गोरखपुर आए थे। वहीं, योगी ने मामले की जांच शुरू करवा दी है और कहा कि एक सप्ताह में रिपोर्ट मिल जाएगी।
अखिलेश इंसेफेलाइटिस से मृत दो मासूमों के घरवालों खोराबार के बेलवार में श्रीकिशुन गुप्ता और पिपरौली ब्लॉक के बाघाघाड़ा गांव में ब्रह्मदेव यादव से मिलने पहुंचे थे।
उन्होंने कहा कि गरीबों की मदद के लिए सपा हमेशा खड़ी रही है। मेडिकल कॉलेज की घटना में मृत सभी मासूमों के घरवालों को पार्टी अपने सदस्यता शुल्क से आई रकम में से दो-दो लाख रुपये आर्थिक मदद देगी। एक लाख जल्द मुहैया कराएंगे और एक लाख रुपये पार्टी के किसी बड़े नेता की मौजूदगी में दिया जाएगा।
अखिलेश यादव ने कहा, गरीबों की मदद के लिए सपा हमेशा खड़ी रही है। मेडिकल कॉलेज की घटना में मृत सभी मासूमों के घरवालों को पार्टी अपने सदस्यता शुल्क से आई रकम में से दो-दो लाख रुपये आर्थिक मदद देगी। एक लाख जल्द मुहैया कराएंगे और एक लाख रुपये पार्टी के किसी बड़े नेता की मौजूदगी में दिया जाएगा।

‘सरकार अपनी जिम्मेदारी ठीक से नहीं निभा रही है’
पत्रकारों से रूबरू पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार बताए कि ऑक्सीजन खत्म होने से मौत हुई थी कि नहीं, क्योंकि डीएम का बयान है कि कुछ देर के लिए लिक्विड ऑक्सीजन सप्लाई ब्रेक हुई थी। सच तो यह है कि सरकार अपनी जिम्मेदारी सही से नहीं निभा रही है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कहते हैं कि सड़क से सदन तक उन्होंने इंसेफेलाइटिस की लड़ाई लड़ी है। वे बताएं कि सरकार ने स्वास्थ्य सेवाओं के लिए अब तक क्या किया? सपा सरकार में सभी अस्पतालों में हेल्थ इंफार्मेशन की व्यवस्था की गई थी, ताकि गंभीर बीमारियों के बारे तत्काल पता चलें।
भाजपा सरकार ने यह व्यवस्था बंद कर दी। हर स्वास्थ्य केंद्र पर इंसेफेलाइटिस ट्रीटमेंट सेंटर खोला गया था, जो वर्तमान में काम नहीं कर रहा है। सरकारी डॉक्टरों के प्राइवेट प्रैक्टिस के सवाल पर अखिलेश ने कहा कि यह बंद कराना सरकार का काम है लेकिन किसी एक वर्ग को टारगेट कर कार्रवाई नहीं होनी चाहिए।
मुझे याद है कि मुख्यमंत्री ने किंग जॉर्ज मेडिकल कॉलेज में दौरे के दौरान ही प्राइवेट प्रेक्टिस बंद करने की चेतावनी दी थी, इसे बंद करना सरकार की जिम्मेदारी है।
गोरखपुर में बीआरडी अस्पताल में हुए बच्चों की मौत से नाराज होकर हंगामा और विरोध प्रदर्शन कर रहे समाजवादी पार्टी, सीपीएम और कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। बताया जा रहा है कि पुलिस ने पहले प्रदर्शनकारियों को शांत कराने की कोशिश की लेकिन प्रदर्शनकारियों ने हंगामा बंद नहीं किया। जिसके बाद पुलिस ने ये गिरफ्तारी की।
गोरखपुर में ऑक्सीजन की कमी से मृत, परिजनों से की मुलाक़ात, ग्राम बेलवार और बगहा गाँव का किया दौरा, परिजनों को हर संभव मदद का दिया भरोसा। – पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव

समाजवादी पार्टी और कार्यकर्ताओं की तरफ से गोरखपुर में ऑक्सीजन की कमी से मृत, प्रत्येक परिजन को 2-2 लाख रूपये की आर्थिक सहायता ।
आज पूर्व मुख्यमंत्री एवं समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अखिलेश यादव ने गोरखपुर जाकर वहां मेडिकल कालेज में हुई मासूम बच्चों की मौत के कारणों की जानकारी ली और मृत बच्चों के परिवारों से मिलकर उन्हें सांत्वना भी दी। श्री यादव ने मृत बच्चों के परिवारीजनों को 20-20 लाख रूपए की मदद दिए जाने और दोषियों को कड़ी सजा दिए जाने की भी मांग की। श्री यादव ने कहा कि भाजपा सरकार की जांच का कोई भरोसा नहीं है। घटना की निष्पक्ष जांच जांच हो। इस घटना की जिम्मेदारी और जवाबदेही भी तय होनी चाहिए। मासूमों की मौत पर राजनीति न हो।
श्री यादव गोरखपुर में मेडिकल कालेज में मृत बच्चों के तीन शोक संतप्त परिवारों के घर गए और उन्हें सांत्वना दी। गोरखपुर ग्रामीण के गांव बागागढ़ा थाना बेलीपार में ब्रम्हदेव यादव और संतोष गोंड तथा खोराबार थानान्तर्गत गांव बेलवार में किशुन गुप्ता के पर जाकर पूर्व मुख्यमंत्री जी ने उनके प्रति संवेदना जताई।
श्री अखिलेश यादव वस्तुतः गोरखपुर मेडिकल कालेज में बच्चों की मौत की घटना के दिन 10 व 11 अगस्त से ही विचलित थे और उन्होंने 12 अगस्त 2017 को जांच के लिए समाजवादी पार्टी के नेता प्रतिपक्ष श्री रामगोविंद चैधरी को एक प्रतिनिधि मण्डल के साथ तुरन्त घटना स्थल को रवाना कर दिया था।
गोरखपुर में मेडिकल कालेज की घटना के सम्बंध में भाजपा सरकार का रवैया बहुत असंवेदनशील रहा है। इस दुःखद घटना पर राज्य सरकार और उसके मंत्री बराबर बयान बदल रहे हैं। यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है। राज्य सरकार का काम जनता की समस्याएं दूर करना है पर यहां तो भाजपा सरकार अपने आचरण से समस्याओं को और ज्यादा उलझा रही है। उसके व्यवहार से ऐसा नहीं लगता कि उसे मासूम बच्चों की मौत की तनिक भी चिंता है।
भाजपा सरकार जनहित पर भी राजनीति करने से बाज नहीं आ रही है। बच्चों की मौतों को लेकर भाजपा नेताओं ने जिस तरह राजनीति का नंगा नाच किया है वह बेहद दुःखद है। गोरखपुर में श्री अखिलेश यादव ने केन्द्र सरकार को एम्स के लिए जमींन दी थी। हेल्थ इन्फार्मेशन सिस्टम की जो व्यवस्था समाजवादी सरकार ने की थाी उसे भाजपा सरकार ने क्यों बंद कर दिया ? समाजवादी सरकार ने चिकित्सा सुविधा का जो ढंाचा तैयार किया था उसे भाजपा सरकार ने चार माह में ही तहस नहस कर कर दिया। मेडिकल कालेज में अभी भी अव्यवस्था है। सही उपचार के अभाव में परिजन परेशान हाल घूम रहे हैं। वे बेहद क्षुब्ध हैं।
विश्वविद्यालयों के विद्यार्थियों और समाजवादी युवा कार्यकर्Ÿााओं द्वारा लखनऊ और इलाहाबाद में आक्सीजन की सुचारू आपर्ति हेतु भीख मांगकर पैसे इकट्ठे किया जाना सरकार के लिए बेहद शर्मनाक है।





