Five new Corona positive cases found in Faridabad Haryana
फरीदाबाद में कोरोना संक्रमण के पांच नए मामले सामने आए, कुल संक्रमितों की संख्या हुई 181
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से सटे हरियाणा के औद्योगिक जिले फरीदाबाद में कोरोना के मामलों में बृहस्पतिवार को एक बार फिर इजाफा हुआ। स्वस्थ्य विभाग ने पांच नए कोरोना के मामलों की पुष्टि की है। इनमें दो एक्सपोर्ट हाउस काम करने वाली महिलाएं है, जबकि अन्य दो में डबुआ सब्जीमंडी आढ़ती की पत्नी और दूसरी वृद्धाश्रम में काम करती थी। इसके अलावा ग्रीन फील्ड निवासी में कोरोना की पुष्टि की गई है। जिले में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़कर 181 हो गई है। वहीं दो लोग स्वस्थ हो गए हैं। स्वस्थ होने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 92 हो गई है।
स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के अनुसार के भारत कॉलोनी में रहने वाली 35 एवं 48 वर्षीय दो महिलाएं एक एक्सपोर्ट हाउस में काम करती हैं। दोनों को कुछ दिनों से खांसी की शिकायत थी। दोनों 17 मई को सैंपल कराया है और बृहस्पतिवार को रिपोर्ट में कोरोना पॉजिटिव आया है। वहीं पिछले दिनों डबुआ सब्जी मंडी में आढ़त का काम करने वाले एनआइटी एक निवासी में कोरोना का संक्रमण पाया गया है और अब उसकी 47 वर्षीय पत्नी भी करोना संक्रमित हो गई है।
इसके अलावा एनआइटी एक स्थित वृद्धाश्रम में काम करने वाली 45 वर्षीय महिला में कोरोना की पुष्टि हुई है। वहीं कंटेनमेंट जोन ग्रीन फील्ड में रहने वाले 31 वर्षीय व्यापारी में कोरोना पाया गया है। वह व्यापार के सिलसिले में दिल्ली आता जाता है। आशंका जताई जा रही है कि दिल्ली में किसी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आया हो। इन सभी को ईएसआइसी मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया है। बृहस्पतिवार को डिस्चार्ज होने वाले दोनों लोगों में से एक होम आइसोलेशन में था, जबकि दूसरा व्यक्ति ईएसआइसी मेडिकल कॉलेज में भर्ती था।
फरीदाबाद जिले में 79 संक्रमितों का इलाज चल रहा है। इनमें से चार होम आइसोलेशन में हैं। इसके अलावा 842 सैंपलों की रिपोर्ट आना बाकी है। 2652 लोगों ने 28 दिनों का क्वारंटाइन पीरियड पूरा कर लिया है। -डॉ.रामभगत, उपमुख्य चिकित्सा अधिकारी
हरियाणा के औद्योगिक जिले फरीदाबाद में कोरोना संक्रमण का ग्राफ लगातार बढ़ रहा है। कोरोना संक्रमण से बचना है, तो घर पर रहें। लॉकडाउन में जिन्होंने मूवमेंट जारी रखी या जो कोरोना संक्रमित के संपर्क में रहे, वे ही कोरोना की चपेट में आए।
फरीदाबाद में सांस के रोगियों का COVID-19 टेस्ट अनिवार्य
हरियणा के फरीदाबाद में सभी गंभीर श्वांस रोगियों का कोरोना टेस्ट अब अनिवार्य तौर पर होगा। वहीं, अस्पताल में भर्ती जिस भी मरीज में खांसी-जुकाम जैसे लक्षण पाए जाएंगे उनका भी कोविड-19 टेस्ट किया जाएगा। कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए कोरोना टेस्ट व इलाज के संबंध में ये फैसला लिया गया है।
इस बाबत सोमवार देर रात भारतीय आयुर्विज्ञान आनुसंधान परिषद् (आईसीएमआर) की ओर से नई गाइडलाइंस जारी की गई हैं। जिला स्वास्थ्य विभाग की ओर से मंगलवार को इस बारे में सभी संबंधित आधिकारियों और विभागों को निर्देश जारी कर दिए गए हैं। कोविड 19 टेस्ट के लिए बनाए गए नए नियमों के मुताबिक, कोरोना वायरस को लेकर सतर्कता बरती जा सके, इसलिए इनका पालन करना होगा। हालांकि, जांच के इंतजार में इमरजेंसी सेवाओं को नहीं रोकने के आदेश भी दिए गए हैं। जिला उपायुक्त ने इलाज के इन नए निर्देशों के बारे में अपने ट्विटर हैंडल के जरिए भी लोगों को सूचना जारी की है। नए नियमों के तहत कोरोना जांच के लिए कुल आठ तरह के श्रेणी बनाई गई हैं।
भर्ती मरीज में फ्लू के लक्षण होने पर भी कोरोना टेस्ट होगा : आदेशानुसार जिले के अस्पताल में भर्ती किसी भी मरीज में सर्दी, खांसी या बुखार जैसे फ्लू के लक्षण दिखने पर उसका कोविड-19 टेस्ट किया जाएगा। इस बाबत सभी अस्पतालों को विशेष ध्यान रखना होगा। किसी भी कोरोना मरीज के संपर्क में आए सभी लक्षण ग्रस्त लोगों की जांच होगी। वहीं गैर लक्षण लोगों की भी दो बार जांच होगी। इसके तहत किसी में कोरोना की पुष्टि होने पर उसके संपर्क में आए गैर लक्षण वाले लोगों की पांचवें और 10वें दिन कोरोना की जांच की जाएगी।
कर्मचारियों और कंटेनमेंट जोन पर भी विशेष फोकस : फ्रंट लाइन में काम करने वाले हेल्थ वर्कर्स और कोरोना के खिलाफ जंग लड़ रहे सभी कर्मचारियों की जांच भी लक्षणों के आधार पर की जाएगी। वहीं कंटेनमेंट जोन पर भी विशेष फोकस रहेगा। कंटनेमेंट या हॉटस्पॉट जोन से संबंधित सभी सर्दी-खांसी-बुखार पीड़ितों की कोविड की जांच कराई जाएगी। खांसी-जुकाम-बुखार से पीड़ित वह सभी लोग जांच के दायरे में होंगे जो पिछले 14 दिनों में अंतरराष्ट्रीय सीमाएं पार करके लौटे हैं। वहीं गंभीर श्वसन रोग संबंधी बीमारियों से जूझ रहे लोगों की जांच होगी।





