Doctor Hathi of Taarak Mehta Ka Ooltah Chashmah died due to heart attack
नहीं रहे तारक मेहता का उल्टा चश्मा के डॉ.हाथी, दिल का दौरा पड़ने से निधन
छोटे पर्दे के चर्चित कलाकार एवं टीवी सीरियल तारक मेहता का उल्टा चश्मा में डॉ हंसराज हाथी के किरदार में दमदार अभिनय से रूपहले पर्दे तक में अपनी पहचान बनाने वाले 42 वर्षीय कवि आजाद का सोमवार की दोपहर में निधन की खबर मिलते ही स्थानीय लोगों में मायूसी छा गई।
बचपन से लेकर युवावस्था की शुरुआत तक सासाराम में रहे कवि आजाद की यादें आज भी यहां के लोगों के मानस पटल पर विराजमान है। लगभग डेढ़ दशक पहले सासाराम से मुंबई पहुंचे कवि आजाद ने अभिनय के क्षेत्र में लगातार शिखर की तरफ अपना सफर तय करते रहे। फिल्म जगत के मशहूर अभिनेता आमिर खान के साथ फिल्म मेला और सलमान खान के साथ भी एक पिक्चर में काम कर चुके थे।
इसके अलावा टीवी सीरियल योद्धा अकबर में भी अभिनय किया था। वर्ष 2003 में सासाराम से मुंबई में शिफ्ट कर गए। उनके परिवार में पिता भरत आजाद उर्फ भरत बादवानी, मां सगीता बादवानी व बड़े भाई रवि आजाद वर्ष 2014 तक सासाराम में रहने के बाद मुंबई चले गए।
नहीं रहे तारक मेहता के डॉ. हाथी, दिल का दौरा पड़ने से निधन
‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा’ में डॉ. हाथी के नाम से मशहूर कवि कुमार आजाद का हार्टअटैक से निधन हो गया है। डॉ. हाथी लंबे समय से इस शो में जुड़े हुए थे। शो में उनका किरदार काफी पसंद किया जा रहा था। जानकारी के मुताबिक महाराष्ट्र के मीरा रोड वॉकहार्ट हॉस्पिटल में उनका हार्टअटैक से निधन हो गया है।
जिस समय उन्हें दिल का दौरा पड़ा वे घर पर थे। उनके निधन से टीवी इंडस्ट्री को बहुत बड़ा झटका लगा है। जैसे ही डॉ. हाथी के निधन की खबर लगी तारक मेहता शो की शूटिंग कैंसिल कर दी गई। मीडिया रिपोर्ट की मानें तो साल 2010 में कवि कुमार आजाद उर्फ डॉ. हाथी ने अपना 80 किलो वजन सर्जरी से कम किया था। इस सर्जरी के बाद उन्हें रोजाना की जिंदगी में काफी आसानी हो गई थी।
डॉ. हाथी बॉलीवुड में भी काम कर चुके हैं। साल 2000 में आई आमिर खान की फिल्म ‘मेला’ में वो नजर आए थे। इसके अलावा डॉ. हाथी ने परेश रावल के साथ ‘फंटूश’ जैसी फिल्मों में भी काम किया था।
‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा’ को 10 साल पूरे हो चुके हैं। जुलाई 2008 से शुरू हुआ ये सीरियल टीवी की हिस्ट्री में सबसे लंबा चलने वाला पांचवा शो है। इस शो के अबतक करीब ढाई हजार एपिसोड टेलिकास्ट हो चुके हैं।
बिहार के कवि कुमार आजाद कैसे बने तारक मेहता शो में डॉ. हाथी, कहानी बड़ी दिलचस्प है
तारक मेहता का उल्टा चश्मा के ‘डॉ. हाथी’ यानि एक्टर ‘कवि कुमार आजाद’ का निधन हो गया है। उनके निधन की वजह हार्ट अटैक बताई जा रही है। डॉ. हाथी लंबे समय से इस शो में जुड़े हुए थे। शो में उनका किरदार काफी पसंद किया जा रहा था। डॉ. हाथी के अचानक निधन से पूरे टीवी इंडस्ट्री में शोक की लहर है।
बिहार के सासाराम के रहने वाले कवि कुमार बचपन से एक्टर बनना चाहते थे। उन्हें कविताएं लिखने का बहुत शौक था लेकिन उनके घर वाले उनके एक्टर बनने के खिलाफ थे लेकिन अपने सपने को पूरा करने के लिए वो घर से भाग गए।
साल 2010 में कवि कुमार आजाद उर्फ डॉ. हाथी ने अपना 80 किलो वजन सर्जरी से कम किया था। पहले वह लगभग 200 किलो के थे। इस सर्जरी के बाद उन्हें रोजाना की जिंदगी में काफी आसानी हो गई थी।
तारक मेहता में डॉ. हाथी का किरदार भी उन्हें अचानक मिल गया था। स्ट्रगल के दौरान उन्हें एक प्रोडक्शन हाउस से कॉल आया। फोन में उनसे कहा कि आपको हमारे बॉस ने बुलाया है। डॉ. हाथी ने एक इंटरव्यू में बताया था कि जैसे ही मैं केबिन के अंदर गया तो उन्होंने देखते ही डॉक्टर हाथी के रोल के लिए मुझे सेलेक्ट कर लिया था।
डॉ. हाथी अपनी गाड़ी में हमेशा गिटार रखते थे हालांकि उन्हें गिटार बजाना नहीं आता था लेकिन उनका एक दोस्त अक्सर डॉ. हाथी के कहने पर गिटार बजाता था। कभी-कभी वह अपने दोस्तों के साथ मरीन ड्राइव पर जाते थे और गिटार बजाकर गाने गाते थे।





