Builder stolen the electricity in Omex Society Faridabad
फरीदाबाद में एक कनेक्शन से 8 यूनिटों को बिजली बेच रहा था ओमैक्स बिल्डर, छापा मारा
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से सटे हरियाणा के फरीदाबाद में बिजली निगम की ओर विजिलेंस टीम ने सूरजकुंड रोड स्थित ओमैक्स सोसाइटी पर छापा मारा है। टीम ने यहां एक करोड़ रुपये की बिजली चोरी पकड़ी है। अधिकारियों ने बताया कि बिल्डर सोसाइटी में बनी अन्य आठ यूनिटों को बिजली बेच रहा था। इस दौरान 3110 किलोवाट का अतिरिक्त लोड पाया गया है।
विजिलेंस टीम के एक अधिकारी ने बताया कि ओमैक्स बिल्डर ने सूरजकुंड रोड स्थित ओमैक्स सोसाइटी के लिए ओमैक्स हिल्स सोसाइटी के नाम पर 1156.76 किलोवाट का बिजली निगम ने कनेक्शन ले रखा है। इस कनेक्शन से ओमैक्स हिल्स-2 को बिजली सप्लाई की जा रही थी। यहां 1005.7 किलोवाट का लोड चल रहा था। इसी तरह विला की आठ यूनिटों में बिजली बेची जा रही थी। यहां 2105 किलोवाट का लोड चल रहा था। खास बात यह थी कि बिल्डर अपने एक कनेक्शन से दूसरी सोसाइटियों को बेच रहा था। बिजली के नाम पर रेजीडेंट्स से मोटा बिल भी वसूला जा रहा था मगर बिल केवल एक कनेक्शन का भर रहा था। सूचना के आधार पर बिजली निगम की ओर से छापा मारने के लिए एक टीम गठित की गई। इस टीम में एसडीओ दिनेश, जेई रोहताश, एसडीओ एम एंड पी रोहताश, बिजली थाना प्रभारी सुभाष चंद, और एएसआई विजय शामिल थे। टीम ने मौके पर छापा मार कर मामले का भंडाफोड़ किया है।
ये सेल ऑफ पावर का केस है। इस दौरान 3110 किलोवाट के लोड का आंकलन हुआ है। बिल्डर पर करीब एक करोड़ रुपये का जुर्माना बनता है। मामले की जांच शुरू कर दी गई है। जल्द ही जुर्माना लगाने के साथ उच्च स्तरीय कार्रवाई की जाएगी। – नरेश कक्कड़, अधीक्षण अभियंता, बिजली निगम
फार्म हाउस संचालकों पर दर्ज कराई जाएगी एफआईआर
यमुनापार स्थित फरीदाबाद के गांवों से बिजली चोरी कर उत्तर प्रदेश को दिए जाने के मामले में दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम (डीएचबीवीएन) जांच शुरू कर दी है। इसके लिए बुधवार रात टीम ने एक फिर फार्म हाउसों पर छापा मारा। संचालकों द्वारा इस्तेमाल किए जा रहे लोड का आंकलन किया। अधिकारियों का कहना है कि मामले में शामिल सभी संचालकों के खिलाफ बिजली निगम के पुलिस थाने में एफआईआर दर्ज कराई जाएगी। साथ ही उपभोक्ता के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।
शहर में बुधवार को एक बड़े बिजली चोरी का भंडाफोड़ हुआ था। इसमें यमुनापार यूपी सीमा में बने फार्म हाउसों को हरियाणा से बिजली दी जा रही थी। इस मामले में हिसार से आई छापामार टीम ने 11 केवी की लाइन से जुड़े 24 ट्रांसफॉर्मर पकड़े हैं, जिनसे उत्तर प्रदेश के फार्म हाउसों को बिजली आपूर्ति की जा रही थी। यह खेल साल 2014 से चल रहा था। हिसार से आई टीम ने इसकी एक रिपोर्ट तैयार कर कार्रवाई के लिए फरीदाबाद सर्कल सहित उच्च अधिकारियों को सौंप दी। बिजली निगम के एक अधिकारी ने बताया कि भूपानी पावर हाउस से 11 हजार वोल्टेज की बड़ी लाइन द्वारा यमुना पार बिजली पहुंचाई गई थी। जहां पर 24 ट्रांसफॉर्मर चलाए जा रहे थे। इस गोरखधंधे में दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम के अधिकारी और ठेकेदार के भी मिले होने का आरोप लगाया जा रहा है। फिलहाल फॉर्म हाउसों को बेची जा रही बिजली के लिए ट्रांसफॉर्मर कहां से आया इसका पता लगाया जा रहा है।
ट्रांसफार्मर मंजूरी की फाइलों को खंगाल रहे अधिकारी
बिजली निगम के कार्यकारी अभियंता ने बताया कि एक ट्रांसफॉर्मर पास करने के लिए बिजली निगम के संबंधित अधिकारी एरिया से आ रहे राजस्व और ट्रांसफॉर्मरों के लोड की जांच करके दूसरा ट्रांसफॉर्मर पास करते हैं, मगर यहां पर मात्र 15 किलोवाट के कनेक्शन पर 24 ट्रांसफॉर्मर लगाने की मंजूरी कैसे दी गई है और किसने पास की इसकी जांच की जा रही है।
मालिकों के गुर्ग चला रहे थे फार्म हाउस
बिजली निगम के अधीक्षण अभियंता नरेश कक्कड़ ने बताया कि हरियाणा की बिजली चोरी से उत्तर प्रदेश के फॉर्म हाउसों के मालिकों के गुर्ग चला रहे थे। टीम को मौके पर कोई संचालक नहीं मिला। गुर्गों ने बताया कि उनके मालिकों को बिजली चोरी की जानकारी पहले से थी।
अधिकारी भी जांच के दायरे में
बिजली निगम की ओर से हरियाणा के जिस उपभोक्ता को 15 किलोवाट का कनेक्शन दिया गया है। वह भी इस मामले में शामिल हो सकता है। इसलिए उसकी भी जांच की जा रही है। उपभोक्ता सहित सभी फॉर्म हाउस संचालकों पर बिजली चोरी का केस दर्ज कराया जाएगा, साथ ही अधिकारियों को भी जांच के दायरे में शामिल किया जाएगा। – नरेश कक्कड़, अधीक्षण अभियंता, बिजली निगम





