BJP’s plan for UP Election 2022
क्या BJP का गुजरात फॉर्मूला UP में भी होगा ‘हिट’! जानें पूरा प्लान
यूपी में अगले साले विधानसभा चुनाव होने हैं और इसके लिए बीजेपी (BJP) ने अपनी रणनीति को लेकर कवायद तेज कर दी है. वहीं, वह इस बार यूपी की सत्ता पर फिर काबिज होने के लिए गुजरात फॉर्मूला (Gujarat Formula) अपनाने की तैयारी कर रही है. अगर ऐसा होता है तो सीएम योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) के करीब 100 मौजूदा विधायकों की जगह नये व युवा चेहरे मैदान में नजर आएंगे.
बीजेपी (BJP) ने यूपी के विधानसभा चुनाव 2022 (UP Assembly Elections 2022) को लेकर अपनी चुनावी रणनीतियों पर तेजी से काम करना शुरू कर दिया है. यही नहीं, बीजेपी एक बार फिर यूपी की सत्ता पर काबिज होने के लिए गुजरात फॉर्मूला (Gujarat Formula) अपनाने की तैयारी कर रही है. इसी वजह से यूपी के मौजूदा विधायकों के काफी संख्या में टिकट कट सकते हैं. हालांकि इस वक्त बीजेपी हाईकमान के आदेश पर सीएम योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) के विधायकों की परफॉर्मेंस रिपोर्ट तैयार करवाने की कवायद चल रही है.
बता दें कि बीजेपी गुजरात में हर बार एंटी इनकमबेंसी (Anti Incumbency) की काट के लिए पुराने विधायकों का टिकट काटकर नए चेहरे पर दांव लगाती आ रही है, जो कि काफी समय से कामयाब भी है. सूत्रों के मुताबिक, बीजेपी आलाकमान इसी फॉर्मूले को अपनाते हुए यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के करीब 100 मौजूदा विधायकों की जगह नये और युवा चेहरों को वरीयता देने की रणनीति पर काम कर रही है. इसके लिए बीजेपी अपने विधायकों की परफॉर्मेंस रिपोर्ट तैयार करवा रही है और उसी के आधार पर विधायकों के भविष्य फैसला होगा.
इस दांव से गुजरात में बीजेपी है अजेय
बीजेपी हर चुनाव में नये चेहरों पर दांव लगाने के फॉर्मूले की वजह से गुजरात की सत्ता पर काफी लंबे समय से काबिज है. जबकि दिल्ली नगर निगम के 2017 में हुए चुनाव में भी बीजेपी का गुजरात फॉर्मूला हिट रहा था. जबकि भारी बहुमत से दिल्ली की सत्ता पर काबिज अरविंद केजरीवाल ने खूब ताकत लगाई थी. यही नहीं, 2014 में भारी बहुमत से केंद्र में सरकार बनाने वाली बीजेपी ने 2019 के लोकसभा चुनाव में 90 सांसदों के टिकट काटे थे, तो कुछ 75 प्लस उम्र के क्राइटेरिया की वजह से पिछड़ गए थे. वहीं, पांच सांसदों ने चुनाव से पहले बीजेपी का दामन छोड़ दिया था.
यूपी में लागू हुआ गुजरात फॉर्मूला तो…
बीजेपी ने गुजरात फॉर्मूला में भी लागू किया तो 100 से अधिक मौजूदा विधायकों के टिकट कट सकते हैं. इनकी जगह पार्टी नये चेहरों पर दांव लगाएगी. यूपी में अगले साल फरवरी या फिर मार्च में चुनाव हो सकते हैं. 2017 में सूबे की सत्ता पर बीजेपी ने 403 में से 312 सीट पर जीत दर्ज करते हुए कब्जा किया था. जबकि समाजवादी पार्टी को 47, बसपा को 19 और कांग्रेस को सात सीटों पर जीत मिली थी. इस चुनाव में सपा और कांग्रेस ने मिलकर चुनाव लड़ा था.





