69 new cases of Covid 19 found in Faridabad Haryana
फरीदाबाद में कोरोना का कहर, अब तक के सबसे ज्यादा 69 नए मामले सामने आए, कुल संक्रमितों की संख्या हुई 485
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से सटे हरियाणा के औद्योगिक जिले फरीदाबाद में कोरोना ने कहर मचा दिया है। फरीदाबाद जिले में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ने के साथ संक्रमण की वजह से मरने वालों का ग्राफ भी बढ़ रहा है। मंगलवार को उपचाराधीन दो संक्रमितों की मौत हो गई है, इससे मरने वालों की संख्या 10 हो गई है। संक्रमित मरीज अन्य रोगों से भी पीड़ित थे। कोविड गाइड लाइन के अनुसार एक का अंतिम संस्कार कराया गया है, जबकि दूसरे को दफनाया गया है। इसके अलावा 9 लोग कोरोना को मात देने में कामयाब रहे हैं। वहीं जिले में अब तक एक दिन में सबसे अधिक 69 नए मामले भी आए।
पिछले 48 घंटे में जिले में कोरोना के 114 नए मामले मिले हैं। स्वास्थ्य विभाग ने मंगलवार को एसजीएम नगर निवासी एक ही परिवार के सात लोगों को संक्रमण की पुष्टि की। नीमका जेल के दो कैदी और बीके अस्पताल के दो कर्मचारी भी पॉजिटिव मिले हैं। सेक्टर-29 नजदीक स्थित बसेलवा कॉलोनी एवं बल्लभगढ़ स्थित महावीर कालोनी से भी संक्रमण के कई मामले मिले हैं। गांव नरियाला एवं बहादुरपुर में भी नए कोरोना पॉजिटिव मामलों की पुष्टि हुई है। जवाहर कॉलोनी, डबुआ कॉलोनी, सेक्टर-55, सेक्टर-31, भूड कॉलोनी, जीवन नगर, गौंछी, दयालनगर, संयज कॉलोनी, भूपानी, सेक्टर-31, राजीव नगर डीएलएफ एरिया, भूदत्त कॉलोनी, एसी नगर, आदर्शन नगर, सेक्टर-62, चंदावली, राहुल कॉलोनी, एसएसबी कैंप नीलम चौक, न्यू बसेलवा कॉलोनी, संत नगर, चौहान कॉलोनी, मेवला महाराजपुर और धीरज नगर में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की पुष्टि हुई है।
स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्राप्त जानकारी के अनुसार बाड़ मोहल्ला ओल्ड फरीदाबाद 53 वर्षीय निवासी कुछ दिन पूर्व निजी अस्पताल में शुगर और हृदय की समस्या लेकर निजी अस्पताल में भर्ती हुआ था। कोरोना पॉजिटिव आने के बाद 27 मई को ईएसआइसी मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। वहीं एसजीएम नगर का 43 वर्षीय निवासी निजी अस्पताल में निमोनिया के चलते भर्ती हुआ था। अस्पताल प्रबंधन ने एहतियातन कोरोना जांच कराई थी, जिसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई।
कोरोना संक्रमितों की संख्या हुई 485
फरीदाबाद जिले में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़कर 485 हो गई है। इनमें से अधिकतर मामले एसजीएम नगर, ओल्ड फरीदाबाद की विभिन्न कॉलोनियों एवं बल्लभगढ़ की महाबीर कॉलोनी से आए हैं। 69 संक्रमितों में से 30 लोगों को होम आइसोलेशन में रखा गया है। शेष 39 को ईएसआइसी मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया। मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ.कृष्ण कुमार ने बताया कि जिले में 306 एक्टिव केस हैं और अब तक 169 लोग ठीक हो चुके हैं। 196 अस्पताल में भर्ती है और 110 होम आइसोलेशन में हैं। अभी 515 सैंपलों की रिपोर्ट आना बाकी है।
दो लोगों की हुई मौत
दो लोगों की मौत की बात स्वास्थ्य विभाग के उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ.रामभगत ने बताया कि 53 वर्षीय बाड़ मोहल्ला ओल्ड फरीदाबाद निवासी कुछ दिन पूर्व निजी अस्पताल में शूगर बढ़ने और हृदय की समस्या के चलते भर्ती हुआ था। कोरोना पॉजिटिव आने के बाद उसे 27 मई को ईएसआइसी मेडिकल कॉलेज स्थित कोविड-19 अस्पताल में शिफ्ट कराया गया।
निमोनिया के कारण हुए थे भर्ती
वहीं, एसजीएम नगर के 43 वर्षीय व्यक्ति को निजी अस्पताल में निमोनिया के चलते भर्ती कराया गया था। अस्पताल प्रबंधन ने एहतियातन कोरोना जांच कराई थी, जिसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। दोनों की मंगलवार को मौत हुई।
बदमाश को कोरोना, पुलिसकर्मी क्वारंटाइन
फरीदाबाद में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामले के बीच पुलिस के लिए बड़ी सिरदर्दी हो गई है। अब बदमाशों को पकड़ते समय पुलिस को डर लगा रहता है कि कहीं इसे कोरोना तो नहीं। कुछ ऐसा ही हुआ है दयालबाग पुलिस के साथ। पुलिस ने 29 मई को तीन आरोपितों को अवैध पिस्तौल के साथ गिरफ्तार किया था। तीनों का कोरोना टेस्ट कराया गया, जिनमे से एक संक्रमित निकला। इसकी रिपोर्ट आते ही पुलिस में हलचल मच गई। तुरंत पुलिस आयुक्त केके राव ने चौकी प्रभारी समेत उनके संपर्क में आने वाले सभी पुलिसकर्मियों को भी क्वारंटाइन करा दिया गया। अभी इस बात की भी जांच की जा रही है कि संक्रमित आरोपित गिरफ्तारी के बाद चौकी प्रभारी हरकेश व इसके संपर्क में आने वाले पुलिसकर्मी किन-किन लोगों से मिले थे। वह कहां-कहां गए थे। सूरजकुंड थाने में भी उनका आना-जाना था, इसलिए थाने में तैनात पुलिसकर्मियों में भी हड़कंप मच गया है। फिलहाल पुलिस आयुक्त ने सभी पुलिसकर्मियों को सावधानी बरतने के निर्देश दिए हैं।
कोरोना संक्रमण पर नियंत्रण के लिए बन रहा विस्तृत प्लान – जिलाधीश यशपाल यादव
फरीदाबाद जिले में कोरोना संक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है। : कोरोना संक्रमण पर नियंत्रण के लिए अब विस्तृत प्लान तैयार किया जा रहा है। शहरी क्षेत्र को छोटे-छोटे कलस्टर में बांटा गया है, जहां प्रत्येक 10 घरों पर लोकल कमेटी का एक सदस्य होगा, जो सभी प्रकार की जानकारियां देने व उन परिवारों की मदद को तत्पर रहेगा। जिलाधीश यशपाल यादव ने बताया कि वह अपने क्षेत्र से संबंधित सूचनाओं को भी उच्च अधिकारियों तक भेजेगा। उपायुक्त मंगलवार को लघु सचिवालय के सभागार में जिला प्रशासन के अधिकारियों की बैठक को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जिले में सभी एंबुलेंस का डाटा एकत्रित कर ट्रांसपोर्ट प्लान तैयार किया जाए। 250 या 300 घरों के कलस्टर बनाए जा रहे हैं, उनके हिसाब से एक एंबुलेंस के लिए एरिया निर्धारित कर दिया जाए, ताकि जब भी उस एरिया में कोरोना पॉजिटिव के मामले में एंबुलेंस की जरूरत पड़े तो उसे तुरंत ट्रांसपोर्ट की सुविधा उपलब्ध हो सके।
उन्होंने बताया कि गंभीर मरीज को ही अस्पताल में भर्ती करवाने की आवश्यकता है। प्राइवेट होटल या ओयो रूम को कोविड केयर सेंटर बनाने के लिए रेट फाइनल करने को कहा गया है। उपायुक्त ने कहा कि कोरोना से संबंधित सभी प्रकार की सूचनाओं के आदान-प्रदान के लिए कंट्रोल रूम एक्टिव रहना चाहिए, एसडीएम फरीदाबाद इसके इंचार्ज होंगे। एक कंट्रोल रूम सिविल अस्पताल में भी निरंतर एक्टिव रहना चाहिए। लोकल कमेटियां अपना वाट्सएप ग्रुप बनाएंगी तथा सभी सूचनाएं जिला प्रशासन के अधिकारियों से आदान-प्रदान करेंगी।
नागरिक अस्पताल में भी हो सकेगी कोरोना जांच – प्रधान चिकित्सा अधिकारी डॉ. सविता यादव
फरीदाबाद में अब आपातकालीन परिस्थितियों में नागरिक अस्पताल में आने वाले मरीजों की कोरोना जांच हो सकेगी। इसके लिए नागरिक अस्पताल की लैब में ‘ट्रू-नैट’ मशीन इंस्टॉल की गई है। इससे डेढ़ घंटे में मरीज की सैंपल की रिपोर्ट मिल जाया करेगी। मंगलवार को प्रधान चिकित्सा अधिकारी डॉ. सविता यादव ने रिबन काटकर इस सुविधा का शुभारंभ किया। यह मशीन टीबी के मरीजों के सैंपलों की जांच के लिए उपयोग में लाई जाती है।
उल्लेखनीय है कि नागरिक अस्पताल में सड़क दुर्घटना, गर्भवती, गंभीर रूप से बीमार और ऑपरेशन वाले मरीज आते हैं। सरकार की ओर से सभी मरीजों की कोरोना जांच आवश्यक की गई है। मरीजों को आइडीएसपी (इंटीग्रेटेड डिसीज सर्विलांस प्रोग्राम) लैब में सैंपल देने के लिए लाइन में लगना पड़ता है। पर अब अस्पताल में आपातकालीन परिस्थितियों में आने वाले मरीजों को लाइन में लगने की आवश्यकता नहीं होगी। उनकी कोरोना जांच नागरिक अस्पताल की लैब में संभव हो सकेगी। इसके अलावा आइडीएसपी लैब से सैंपल जांच के लिए ईएसआइसी मेडिकल कॉलेज भेजे जाते हैं। इसमें सैंपल की रिपोर्ट आने में तीन से चार दिन का समय लग जाता है। ऐसे में यदि भर्ती मरीज कोरोना पॉजिटिव पाया जाता है, तो अन्य भर्ती मरीजों को भी संक्रमित होने की आशंका रहती है। अभी हाल ही में नागरिक अस्पताल में भर्ती एक गर्भवती महिला की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई थी। तब तक महिला की डिलीवरी हो चुकी थी। यह स्थिति दोबारा न हो, इसी लिए ‘ट्रू-नैट’ मशीन लगाने का निर्णय लिया गया था।
इस अवसर पर डॉ. शीला भगत, डॉ.संजीव भगत, डॉ.हेमंत, डॉ.कीर्ति, डॉ.रचना शर्मा, डॉ.हेमंत, राजकुमार व लैब टेक्नीशियन राकेश मुख्य रूप से मौजूद रहे।
रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर सैंपल की होगी दोबारा जांच
माइक्रो बायलॉजिस्ट एसएस दहिया ने बताया कि यदि ‘ट्रू-नैट’ मशीन से सैंपल की रिपोर्ट पॉजिटिव आती है, तो दोबारा सैंपल की जांच के लिए ईएसआइसी मेडिकल कॉलेज की आरटीपीसीआर (रियल टाइम- पालिमेरेज चैन रिएक्शन) लैब भेजा जाएगा। आइसीएमआर ने आरटीपीसीआर लैब की रिपोर्ट को पुख्ता मानने के निर्देश दिए हैं।
हरियाणा में कोरोना संक्रमण थमने का नाम नहीं ले रहा। हर रोज कई संक्रमित मरीज मिल रहे हैं। संक्रमण से बचना है, तो घर पर रहें। लॉकडाउन में जिन्होंने मूवमेंट जारी रखी या जो कोरोना संक्रमित के संपर्क में रहे, वे ही कोरोना की चपेट में आए हैं।





