55 new cases of Corona Virus found in Faridabad Haryana
फरीदाबाद में कोविड-19 के 55 नए मामले सामने आए, कुल संक्रमितों की संख्या हुई 955
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से सटे हरियाणा के औद्योगिक जिले फरीदाबाद में स्वास्थ्य विभाग ने बुधवार को तीन लोगों की मौत की पुष्टि की है। तीनों कोरोना सहित अन्य बीमारियों से जूझ रहे थे। अब कोरोना सहित अन्य बीमारियों से मरने वालों की संख्या 17 हो गई है। तीनों का कोविड गाइड लाइन के अनुसार अंतिम संस्कार किया गया है। वहीं कोरोना के 55 नए मामले प्रकाश में आए हैं। संक्रमितों की संख्या बढ़कर 995 हो गई है।
स्वास्थ्य विभाग ने बुधवार को सेक्टर नौ निवासी एक 84 साल के बुजुर्ग के मौत की पुष्टि की है, जो 31 मई से निजी अस्पताल में दाखिल थे। उन्हें कोरोना के साथ फेफड़ों व हृदय संबंधित गंभीर बीमारियां बताई गई हैं। साथ ही उन्हें उच्च रक्तचाप की भी समस्या थी। ओल्ड फरीदाबाद में रहने वाले एक 67 व्यक्ति की भी मौत हुई है। वह पांच जून से निजी अस्पताल में दाखिल थे, जहां पर इनमें कोरोना की पुष्टि हुई। इन्हें अनियंत्रित मधुमेह व किडनी संबंधित बीमारियां थी। वहीं, सेहतपुर निवासी एक 46 वर्षीय व्यक्ति की भी मौत हो गई है, जिसे कोरोना के साथ अनियंत्रित मधुमेह भी था। जिले में कोरोना से अभी तक 17 लोगों की मौत हो चुकी है। हालांकि इस सभी को दूसरी गंभीर बीमारियां भी थी।
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार बुधवार को कोरोना के 55 नए मामले सामने आए हैं। यह एनआइटी फरीदाबाद, ओल्ड फरीदाबाद के अलग-अलग क्षेत्रों से संबंधित है। फिलहाल जिले में 307 लोग कोरोना को मात देने में कामयाब हो गए हैं। वहीं, जिले में कोरोना के 671 एक्टिव केस हैं। जबकि 286 को होम आइसोलेशन में रखा गया है। उपमुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. रामभगत ने बताया कि 385 संक्रमितों का कोविड अस्पतालों में इलाज चल रहा है, जबकि 286 संक्रमितों को होम आइसोलेशन में रखा गया है और 839 सैंपलों की रिपोर्ट आना शेष है। यह स्पष्ट रूप से नहीं कहा जा सकता है संक्रमितों की मौत कोरोना की वजह से हुई है।
फरीदाबाद में खुल गए होटल-रेस्टोरेंट, पर करते रहे ग्राहकों का इंतजार
फरीदाबाद में लॉकडाउन की वजह से बंद पड़े होटल-रेस्टोरेंट बुधवार से खोल दिए गए। लेकिन यहां चहल-पहल बहुत कम थी। होटल-रेस्टोरेंट के अंदर इक्का-दुक्का लोग दिखाई दिए लेकिन वह सामान पैक कराकर तुंरत निकल लिए। उधर प्रशासन के होटल-रेस्टोरेंट खोलने से संबंधित आदेश के बारे में भी अधिक होटल संचालकों को जानकारी नहीं थी। इसलिए वह होटल के अंदर ग्राहकों को खिलाने की व्यवस्था नहीं कर पाए। हालांकि दैनिक जागरण ने जब इस आदेश से संचालकों को अवगत कराया तो वह काफी खुश दिखाई दिए और बृहस्पतिवार से पूरी तैयारी करने के बारे में कहा लेकिन ग्राहक न आने को लेकर भी चिता जाहिर की। उधर शहर में अधिकतर सैलून बंद रहे। यहां भी जिला प्रशासन के आदेश के प्रति दुकानदारों ने अनभिज्ञता जाहिर की। ग्रामीण अंचल में तो नाई की दुकान खुली दिखाई दी, लेकिन पहले की तरह भीड़ नहीं थी। दुकानदार और उसके कर्मचारी चेहरे पर मास्क लगाए हुए थे।
तीन महीने बाद खाएंगे लड्डू
कोरोना वायरस की वजह से चल रहे लॉकडाउन में लोग बाहर का खाना ही भूल गए हैं। मिठाई के शौकीन एक परिवार मेट्रो रोड स्थित पीयूष महेंद्रा मॉल पहुंचा। सैनिक कॉलोनी निवासी आरके पांचाल, इनकी पत्नी व बेटी यहां के स्पेशल लड्डू लेने आए थे। आरके पांचाल ने बताया कि जैसे ही उन्हें पता लगा कि होटल-रेस्टोरेंट खुल गए हैं तो तुरंत मिठाई खरीदने आए हैं। उन्हें मिठाई बहुत पसंद हैं, तीन माह से मन मसोसकर घर बैठे हुए थे।
ये हैं गाइडलाइन
- होटल व रेस्टोरेंट में केवल पचास प्रतिशत ग्राहकों को ही बिठाया जा सकेगा।
- सभी को दो गेट बनाने होंगे, एक आने के लिए व दूसरा जाने के लिए।
- होटल-रेस्टोरेंट के मुख्य द्वार पर सैनिटाइज टनल लगाना होगा और प्रत्येक व्यक्ति को उसमें से ही गुजरकर अंदर प्रवेश करना होगा।
- ग्राहक व होटल स्टॉफ के बीच कम से कम 6 फुट की दूरी बनाए रखनी होगी।
- होटल में मेन्यू कार्ड डिस्पोजेबल रखना होगा, जोकि दोबारा से इस्तेमाल में नहीं लाया जा सकेगा।
- ग्राहक के जाने के बाद उसके बैठने के स्थान को सैनिटाइज करना होगा।
- सैलून चलाने वालों को भी मास्क, सैनिटाइजर रखने होंगे। हर ग्राहक के चेहरे पर मास्क लगा होना चाहिए।
मुझे पता लगा कि बुधवार से होटल-रेस्टोरेंट में खाना खा सकेंगे, इसलिए पीयूष महेंद्रा मॉल में आया था, मुझे डोसा खाना था, लेकिन यहां अभी कुछ तैयारी ही नहीं की गई थी। इसलिए वापस जाना पड़ रहा है। -राहुल, सेक्टर-23ए।
मैं पीयूष महेंद्रा मॉल में हल्दीराम की स्पेशल थाली का स्वाद चखने आया था, लेकिन अभी यहां खिलाने का काम शुरू ही नहीं हुआ है। इसलिए वापस लौटना पड़ रहा है। -लवकेश, मुजेसर।
प्रशासन के आदेश की जानकारी नहीं है, पर हमारे पास पैकिग की सुविधा है। अभी किसी को बिठाकर नहीं खिला रहे हैं। कोरोना की वजह से 10 फीसद ग्राहक भी नहीं आ रहे हैं। -हेमंत, प्रबंधक, बीटीडब्ल्यू, एनआइटी-पांच।
अभी ग्राहकों को रेस्टोरेंट के अंदर खिलाने के इंतजाम नहीं किए हैं, क्योंकि इस तरह के आदेश के बारे में पहले जानकारी नहीं थी। लोगों को खाने का सामान पैक करके दिया जा रहा है। -विशाल, प्रबंधक, हल्दीराम, पीयूष-महेंद्रा मॉल, मेट्रो रोड।





