45 new cases of Covid 19 found in Faridabad Haryana
फरीदाबाद में कोरोना के 45 नए मामले सामने आए, कुल संक्रमितों की संख्या हुई 570
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से सटे हरियाणा के औद्योगिक जिले फरीदाबाद में कोरोना के 45 नए मामले आने से स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मचा हुआ है और इससे एक और व्यक्ति की मौत हो गई।
उपसिविल सर्जन डा. रामभगत ने बताया कि शहर में अब संक्रमितों की संख्या 570 हो गई है जबकि अब तक 11 लोगों की मौत हो चुकी है। उन्होंने बताया कि वायरस से जान गंवाने वाले व्यक्ति की उम्र 65 वर्ष है, जो कई दिन से अस्पताल में भर्ती थे। उन्होंने बताया कि 13,251 नमूनों में से 12,158 नमूनों की रिपोर्ट नेगेटिव आ चुकी है जबकि 570 नमूनों की पॉजिटिव आई है। उन्होंने बताया कि 523 नमूनों की जांच रिपोर्ट आना अभी बाकी है।
इन इलाकों से संबंधित हैं नए मामले
कोविड-19 के नोडल अधिकारी डॉ. रामभगत ने बताया कि बृहस्पतिवार को 45 नए कोरोना संक्रमित मिले हैं। संक्रमित भीकम कॉलोनी बल्लभगढ़, डबुआ कॉलोनी, रोशन नगर, गांधी कॉलोनी, संजय कॉलोनी, पल्ला, धीरज नगर, टीटू कॉलोनी, पर्वतीय कॉलोनी, सेक्टर-7 ए, खेड़ी गांव, सेक्टर-22, सेक्टर- 3, आदर्श नगर, सेक्टर-56, एसजीएम नगर, सेक्टर- 46, बसेलवा कॉलोनी, सेक्टर -20, आदर्श कॉलोनी, सेक्टर-16, न्यू आर्शिवाद, शास्त्री कॉलोनी, सेक्टर-20 ए, घोट कॉलोनी, सेहतपुर, सुरजकुंड एरिया व ओल्ड फरीदाबाद से संबंधित हैं। ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज के संबंधित चार लोगों में भी संक्रमण की पुष्टि स्वास्थ्य विभाग ने की है। नए मामलों में से 22 लोगों को होम आइसोलेशन में रखा गया है। अन्य सभी अस्पताल में उपचाराधीन हैं। अब तक 570 में से 179 लोग संक्रमण से ठीक हो चुके हैं।
बुधवार को हुई मौत, बृहस्पतिवार देर शाम पुष्टि
स्वास्थ्य विभाग ने एनआईटी-4 स्थित आदर्श कॉलोनी निवासी 65 वर्षीय बुजुर्ग की संक्रमण के कारण मौत की पुष्टि की है। बुजुर्ग को फेफड़ों की समस्या थी। इस कारण वह सांस लेने में तकलीफ महसूस कर रहे थे। परिजनों ने 31 मई को निजी अस्पताल में उन्हें भर्ती कराया था। डॉक्टरों ने कोताही के तौर पर कोरोना संक्रमण की जांच की। जांच रिपोर्ट आने पर बुजुर्ग कोरोना संक्रमित मिले। बुधवार रात में ही इलाज के दौरान बुजुर्ग की मौत हो गई थी। हालांकि स्वास्थ्य विभाग ने इसकी पुष्टि बृहस्पतिवार देर शाम की।
इमरजेंसी में भर्ती मरीज निकला संक्रमित
फरीदाबाद में बीके सिविल अस्पताल के इमरजेंसी कक्ष में तीन दिन से भर्ती मरीज के कोरोना पॉजिटिव मिलने से उसी कक्ष में भर्ती अन्य मरीजों और तीमारदारों में बृहस्पतिवार सुबह अफरातफरी मच गई। आनन-फानन में अस्पताल प्रबंधन ने कक्ष खाली करा कर इमरजेंसी में भर्ती मरीजों को अस्पताल परिसर में बने पार्क में बिठा दिया। सैनिटाइजेशन के बाद मरीजों को एक घंटे बाद भर्ती किया तो एक अन्य कोरोना संदिग्ध महिला इमरजेंसी में भर्ती की गई। कुछ ही देर में उसकी मौत हो गई। ऐसे में फिर से मरीज और तीमारदारों को इमरजेंसी कक्ष से बाहर कर दिया गया। अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ तीमारदारों ने काफी रोष जाहिर किया। हालांकि फिर से इमरजेंसी सैनिटाइज कर मरीजों को भर्ती कर लिया गया।
इमरजेंसी कक्ष में भर्ती था 22 वर्षीय कोरोना संक्रमित
सेक्टर-16 निवासी 22 वर्षीय युवक 30 मई को बीके अस्पताल में भर्ती हुआ था। युवक को फिस्टूला (गुप्तांग समस्या) थी। युवक का ऑपरेशन किया जाना था। ऑपरेशन से पहले उसकी कोरोना जांच कराई गई। रिपोर्ट बृहस्पतिवार सुबह आई तो तब पता चला कि वह कोरोना संक्रमित है।
कोरोना संदिग्ध महिला की मौत
बुधवार दोपहर बीके सिविल अस्पताल की इमरजेंसी में रेफर की गई एक महिला मरीज की मौत हो गई। महिला कुछ दिनों से उच्च रक्तचाप की परेशानी से जूझ रही थी। इलाज के लिए वह निजी अस्पताल में भर्ती हुई थी। तीन दिन के उपचार के बाद महिला को निजी अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया था। बुधवार देर रात अचानक तबीयत खराब होने पर बृहस्पतिवार को उसे ईएसआईसी डिस्पेंसरी ने बीके अस्पताल रेफर कर दिया। महिला को सांस लेने में परेशानी महसूस हो रही थी। इमरजेंसी में जांच के दौरान ही उसकी मौत हो गई।
इमरजेंसी में मरीजों का उपचार कोविड-19 गाइड लाइन अनुसार किया जा रहा है। चूंकि केस बढ़ते जा रहे हैं। ऐसे में स्टाफ को होम आइसोलेट करना संभव नहीं। सभी पीपीई किट पहनकर उपचार कर रहे हैं। ऐसे में संक्रमण होने की संभावना नाम मात्र है। स्टाफ की सैंपलिंग की जा रही है। तीन दिन बाद फिर सैंपल ले लिया जाएगा। यदि कोई संक्रमित मिलता है तो उन्हें होम आइसोलेट किया जाएगा। – राजेश धीमन, सहायक प्रबंधक, बीके अस्पताल
हरियाणा में कोरोना संक्रमण थमने का नाम नहीं ले रहा। हर रोज कई संक्रमित मरीज मिल रहे हैं। संक्रमण से बचना है, तो घर पर रहें। लॉकडाउन में जिन्होंने मूवमेंट जारी रखी या जो कोरोना संक्रमित के संपर्क में रहे, वे ही कोरोना की चपेट में आए हैं।
फरीदाबाद का गोल्ड फील्ड मेडिकल कॉलेज भवन बनेगा कोविड अस्पताल
फरीदाबाद में कोरोना संक्रमण को लेकर शहर में अधिक से अधिक आइसोलेशन बेड व संदिग्ध मरीजों के लिए क्वारंटाइन सेंटर तैयार करने की योजना पर काम चल रहा है। इसके लिए गांव छांयसा में लगभग 12 सालों से खाली पड़े मेडिकल कॉलेज के भवन को भी तैयार करने का काम होगा, ताकि इसे कोविड अस्पताल के रूप में इस्तेमाल किया जा सके। लगभग 27.175 एकड़ जमीन पर बने 500 बेड वाले गोल्ड फील्ड मेडिकल कॉलेज को पिछले दिनों प्रदेश सरकार ने टेकओवर करने की घोषणा की थी।
इसके लिए गोल्ड फील्ड मेडिकल कॉलेज की विशेष रूप से मरम्मत करने की तैयारियां भी शुरू हैं। यहां कॉलेज एवं हॉस्टल भवन को दुरुस्त करने का काम पीडब्ल्यूडी करेगा। इन कार्यों पर 3.18 करोड़ रुपये से अधिक की राशि खर्च की जाएगी। जिले में कोरोना मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग ने मरीजों को तीन श्रेणियों में बांटकर उन्हें इलाज देने की योजना बनाई है। पूरे जिले में लगभग 10 हजार बेड की व्यवस्था करने का प्रयास है। इसमें क्वारंटाइन, आइसोलेशन व गंभीर मरीजों के लिए वेंटिलेटर व आइसीयू वाले बेड शामिल होंगे।
कॉलेज का भवन लंबे समय से सील था। रखरखाव न होने से अब काफी मरम्मत की जरूरत है। मरम्मत कार्यों के लिए हमने टेंडर प्रक्रिया शुरू है। बिजली विग ने बिजली संबंधित कामों के लिए टेंडर आमंत्रित किए हैं। प्रक्रिया पूरी होने के बाद जल्द ही काम शुरू होगा। काम पूरा करने के लिए छह महीने का लक्ष्य तय है। इन कार्यों पर 3.18 करोड़ रुपये से अधिक की राशि खर्च होगी। -राहुल सिंह, अधीक्षण अभियंता, पीडब्ल्यूडी