40 new cases of Covid 19 found in Faridabad Haryana
फरीदाबाद में कोरोना के 40 नए मामले सामने आए, कुल संक्रमितों की संख्या हुई 525
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से सटे हरियाणा के औद्योगिक जिले फरीदाबाद में कोरोना के 40 नए मामले आने से स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। तेजी से फैल रहे संक्रमण को रोकने के लिए तमाम प्रयासों के बावजूद एक सप्ताह में ही मामले लगभग दोगुने हो चुके हैं। इसके साथ ही यहां जिले में कोरोना संक्रमितों की संख्या पांच सौ के पार पहुंच गई है। कुल संक्रमितों की संख्या 525 हो गई है। हालांकि एक्टिव केसों की बात करें तो 341 मरीज हैं। वहीं ठीक होकर वापस घर जाने वालों की संख्या 174 है। कोरोना के कारण जान गंवाने वालों की बात करें तो यह संख्या 10 पहुंच गई है।
फरीदाबाद के इन इलाकों से संबंधित हैं कोरोना के नए मामले
स्वास्थ्य विभाग ने बुधवार को सेक्टर-75, संजय कॉलोनी, सेक्टर-82, दयाल बाग, सेक्टर-55, सेक्टर-30, झाड़सैंतली, भारत कॉलोनी, सेक्टर-37, तिगांव, छायंसा, बसंतपुर, मवई, सेक्टर-28, हरकेश नगर, जवाहर कॉलोनी, अमर नगर, सेक्टर-16, महावीर कॉलोनी, एनआईटी-2, राहुल कॉलोनी, डबुआ कॉलोनी, इंद्रा कॉलोनी, सूरजकुंड एरिया, आदर्श नगर, श्याम कॉलोनी, प्रहलादपुर, भगत सिंह कॉलोनी से संबंधित 40 मामलों की पुष्टि की है।
इसमें अकेले संजय कालोनी से चार, सेक्टर-82 से तीन, सेक्टर-87 से दो, बसंतपुर से दो, महावीर कालोनी से दो, सूरकुंड क्षेत्र से तीन एवं आदर्श नगर से दो मामले मिले हैं। अन्य इलाकों से एक-एक संक्रमण मामले की पुष्टि स्वास्थ्य विभाग ने की है। बुधवार को संक्रमित मिले 40 मामलों में से 27 को कोविड-19 अस्पताल में उपाराधीन रखा गया है, जबकि अन्य 17 होम आइसोलेशन में उपचाराधीन हैं।
सात दिन में 3145 लोगों की सैंपलिंग में 263 संक्रमित मिले
बीते सात दिनों में 3145 लोगों की सैंपलिंग की गई। इसमें प्रत्येक सौ व्यक्ति पर करीब आठ लोग संक्रमित मिले हैं। इस तरह एक सप्ताह में कुल 263 संक्रमण के नए मामले सामने आए हैं।
बुधवार को 40 नए केस मिले हैं, कुल 525 लोग अब तक संक्रमित मिल चुके हैं। फिलहाल 523 सैंपल की रिपोर्ट आना बाकी है। बुधवार को पांच लोग कोरोना को मात देने में सफल भी रहे हैं। – डॉ. रामभगत, कोविड-19 नोडल अधिकारी
नागरिक अस्पताल में सुविधा
स्वास्थ्य विभाग मंगलवार तक कुल 13211 लोगों के सैंपल ले चुका है जिसमें से 12163 लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई है। 523 लोगों की रिपोर्ट पेडिंग है। इधर, सरकार ने एक अहम कदम उठाते हुए यह तय किया है कि नागरिक अस्पताल में आने वाले मरीजों की कोरोना जांच हो सकेगी। इसके लिए नागरिक अस्पताल की लैब में ‘ट्रू-नैट’ मशीन इंस्टॉल की गई है। इस मशीन से लोगों को काफी फायदा होगा। इससे डेढ़ घंटे में मरीज की सैंपल की रिपोर्ट मिल जाया करेगी।
मशीन से लोगों को बंधी उम्मीदें
इस मशीन से जिले के लोगों को काफी उम्मीदें हैं। मंगलवार को प्रधान चिकित्सा अधिकारी डॉ. सविता यादव ने रिबन काटकर इस सुविधा का शुभारंभ किया। यह मशीन टीबी के मरीजों के सैंपलों की जांच के लिए उपयोग में लाई जाती है।
जांच अनिवार्य
उल्लेखनीय है कि नागरिक अस्पताल में सड़क दुर्घटना, गर्भवती, गंभीर रूप से बीमार और ऑपरेशन वाले मरीज आते हैं। सरकार की ओर से सभी मरीजों की कोरोना जांच अनिवार्य की गई है। मरीजों को आइडीएसपी (इंटीग्रेटेड डिसीज सर्विलांस प्रोग्राम) लैब में सैंपल देने के लिए लाइन में लगना पड़ता है। इधर अब अस्पताल में आपातकालीन परिस्थितियों में आने वाले मरीजों को लाइन में नहीं लगना पड़ेगा। उनकी कोरोना जांच नागरिक अस्पताल की लैब में संभव हो सकेगी।
निजी अस्पतालों में 25 फीसद बेड होंगे कोरोना संक्रमितों के लिए
फरीदाबाद में कोरोना पर नियंत्रण व इससे सुरक्षा के लिए अधिकतम संसाधन तैयार करने होंगे, तभी इसके खिलाफ मजबूती से लड़ा जा सकेगा। सरकारी व प्राइवेट तंत्र मिलकर कार्य करें तथा अधिकतम संसाधन जुटाएं, ताकि आवश्यकता पड़ने पर मरीजों को हरसंभव मदद पहुंचाई जा सके। मंडलायुक्त संजय जून बुधवार को लघु सचिवालय के सभागार में स्वास्थ्य विभाग व शहर के निजी अस्पताल के डाक्टरों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि इन अस्पतालों को 25 प्रतिशत बेड कोविड-19 के मरीज के लिए आरक्षित रखने होंगे। आवश्यकता पड़ने पर यह संख्या बढ़ाई भी जा सकती है।
जिला प्रशासन कुछ अन्य स्थानों व भवनों को कोविड केयर सेंटर के रूप में विकसित कर रहा है। प्राइवेट अस्पताल इन सेंटर में भी अपना स्टाफ नियुक्त कर आवश्यक सहयोग कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण के लिए सरकार की ओर से प्राप्त गाइडलाइन के अनुसार मरीज को घर, कोविड केयर सेंटर व अस्पताल में रखा जा सकता है। अगर मरीजों की संख्या अधिक होती है तो अस्पतालों में बेडों की संख्या, ऑक्सीजन सिलेंडरों का प्रबंध भी कर लिया जाए। मरीज की अवस्था गंभीर होने की स्थिति में ही उसे अस्पताल में दाखिल किया जाए, अन्यथा जिस मरीज में लक्षण नहीं हैं, तो उसे जो दवाई व सावधानी बरतनी हैं, वह घर पर भी आइसोलेशन में रहकर कर सकते हैं। इस दौरान निगमायुक्त यश गर्ग, जिला उपायुक्त यशपाल यादव ने कहा कि कोरोना की लड़ाई में प्राइवेट अस्पताल भी आगे आएं तथा अपनी हरसंभव तैयारी रखें। बैठक में सिविल सर्जन डा. कृष्ण कुमार, उप सिविल सर्जन डा. रामभगत व अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
कोरोना संक्रमितों के इलाज से इंकार नहीं कर सकेंगे निजी अस्पताल
फरीदाबाद में निजी अस्पताल अब कोरोना पीड़ित का इलाज से इंकार नहीं कर सकेंगे। इसे लेकर स्वास्थ्य विभाग ने निजी अस्पताल प्रबंधन को निर्देश जारी किए है। निर्देशों के अनुसार शहर के नौ निजी अस्पतालों कोरोना पीड़ितों का इलाज हो सकेगा। स्वास्थ्य विभाग ने निजी अस्पताल प्रबंधन को व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने के निर्देश दिए हैं। यदि कोई अस्पताल प्रबंधन कोरोना मरीजों का इलाज करने से इंकार करता है, तो संबंधित अस्पताल के खिलाफ महामारी एक्ट के खिलाफ कार्रवाई तय है।
जिले में वर्तमान में कोरोना पीड़ितों का इलाज ईएसआइसी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल और अलफला मेडिकल कॉलेज में इलाज किया जा रहा है। पीड़ितों को स्वास्थ्य विभाग द्वारा इन दोनों अस्पतालों में भर्ती कराया जा रहा है। इसके अलावा ऐसे भी मरीज है, जिनमें कोरोना के संक्रमण की पुष्टि निजी अस्पतालों द्वारा की गई है और उन्होंने स्वास्थ्य विभाग पर दबाव बनाकर ईएसआइसी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल व अलफला कॉलेज में भर्ती करवाने का खेल चल रहा है। इसे लेकर कोविड अस्पताल प्रबंधन द्वारा आपत्ति भी दर्ज करा जा चुके हैं। जिले में अब एक्टिव केस की संख्या 319 है। इनमें से 209 मरीजों का इलाज ईएसआइसी मेडिकल कॉलेज में चल रहा है। संक्रमितों की संख्या बढ़ने से अब जिले स्थिति तेजी से बिगड़ने लगी है। बहुत जल्द ही ईएसआइसी मेडिकल कॉलेज के बेड पूरी तरह भर जाएंगे।
आइसोलेशन और आइसीयू बनाना होगा अस्पतालों को
स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी निर्देश के अनुसार निजी अस्पताल प्रबंधन को हल्के लक्षण वाले मरीज के लिए आइसोलेशन वॉर्ड और गंभीर लक्षण वालों को आइसीयू वॉर्ड बनाने होंगे। नौ अस्पतालों को पत्र जारी कर अपने यहां कोरोना मरीजों की जांच करने के निर्देश दिए है। इन निर्देशों की अवहेलना करने वालों के खिलाफ महामारी अधिनियम के तहत कार्रवाई की जाएगी और यह निर्देश तुरंत प्रभाव से लागू किए जाएंगे। – डॉ. कृष्ण कुमार, मुख्य चिकित्सा अधिकारी
हरियाणा में कोरोना संक्रमण थमने का नाम नहीं ले रहा। हर रोज कई संक्रमित मरीज मिल रहे हैं। संक्रमण से बचना है, तो घर पर रहें। लॉकडाउन में जिन्होंने मूवमेंट जारी रखी या जो कोरोना संक्रमित के संपर्क में रहे, वे ही कोरोना की चपेट में आए हैं।





