11 years old harassed by three in Society
गाजियाबाद में राजनगर एक्सटेंशन की एक सोसायटी के अंदर बच्ची से दुष्कर्म का प्रयास, पुलिस ने 20 दिन बाद दर्ज की एफआईआर
राजनगर एक्सटेंशन की एक सोसायटी में एक बच्ची से दुष्कर्म की कोशिश के मामले में पुलिस ने 20 दिन बाद एफआईआर दर्ज की है। खास बात ये है कि शिकायत करने पर पुलिस ने बच्ची के पिता को ही हवालात में डाल दिया और फिर उनका शांतिभंग में चालान कर दिया।
कई दिन थाने और चौकी के चक्कर काटने के बाद बच्ची की मां ने एसएसपी से गुहार लगाई। एसएसपी के आदेश पर एक अक्तूबर को सिहानीगेट थाने में तीन आरोपियों के खिलाफ दुष्कर्म की कोशिश का केस दर्ज किया गया।
राजनगर एक्सटेंशन की एक सोसायटी में रहने वाली महिला का कहना है कि 10 सितंबर को उनकी सातवीं कक्षा की 11 वर्षीय बेटी सोसायटी के पार्क में खेल रही थी। इसी दौरान सोसायटी में रियल एस्टेट का ऑफिस चलाने वाले कालू प्रधान, अनिल चौधरी और रोहित उर्फ रिंकू चौधरी ने उनकी बच्ची को अपने दफ्तर में खींचकर सामूहिक दुष्कर्म की कोशिश की।
बच्ची के शोर मचाने पर आसपास के लोग इकट्ठा हो गए, जिन्होंने आरोपियों को पकड़कर पीटा और परिजनों को सूचना दी। महिला का कहना है कि उन्होंने यूपी-112 पर सूचना दी। जिसके बाद पहुंची पुलिस ने सिर्फ एक ही आरोपी को हिरासत में लिया।
साथ ही उनके पति को भी पकड़कर ले गई। आरोप है कि सिहानीगेट थाने की पुलिस ने उनके पति को रातभर हवालात में रखा और सुबह आरोपी के साथ उनका भी शांतिभंग में चालान कर दिया।
बेटी को उठाकर ले जाने की धमकी दे रहे आरोपी
महिला का कहना है कि बार-बार पुलिस से शिकायत करने और केस दर्ज कराने पर आरोपी उन्हें बच्ची का अपहरण कर जान से मारने की धमकी दे रहे हैं। दबाव डालने के लिए आरोपियों द्वारा हथियारबंद बदमाशों को उनके घर भेजा जा रहा है।
ये बदमाश घर से निकलने पर उनका पीछा कर डराते-धमकाते हैं। महिला का आरोप है कि फैसला न करने पर आरोपी उनके पूरे परिवार को जान से मारने की धमकी दे रहे हैं।
दहशत में बच्ची ने पढ़ना-खेलना छोड़ा
महिला का कहना है कि आरोपियों की धमकी से पूरा परिवार दहशत में है। उनकी बच्ची इतना खौफजदा हो गई है कि उसने पढ़ाई भी छोड़ दी है। उसे घर से निकलने में डर लगता है। जिसकी वजह से वह घर में कैद होकर रह गई है। महिला का कहना है कि आरोपियों की धमकी के चलते वह उसके पति भी घर से बाहर जाने में असुरक्षित महसूस कर रहे हैं।
कहते हैं, हम प्रधान हैं, हमारा कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता
महिला का कहना है कि आरोपियों ने उनकी बच्ची के साथ पहले भी कई बार ऐसी हरकत की है। हर बार बच्ची ने घर आकर जानकारी दी। शिकायत के बावजूद पुलिस ने आरोपियों पर कोई कार्रवाई नहीं की। अब आरोपी खुद को प्रधान बताकर उन्हें धमकाते हैं और कहते हैं पुलिस व अन्य कोई भी उनका कुछ बिगाड़ नहीं सकता।
मां बोली, ऐसे तो नहीं रुकेगा बच्चियों के खिलाफ अपराध
हापुड़, हाथरस, बलरामपुर और बुलंदशहर में जिस तरीके से बेटियों के साथ दरिंदगी की घटना सामने आई है, उसके बाद पीड़ित परिवार बेहद डरा हुआ है। उन घटनाओं की तरह इस मामले में भी पीड़ित परिवार ने पुलिस पर घोर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है।
पीड़ित मां का कहना है कि उन्होंने कई बार पुलिस से शिकायत की, लेकिन पुलिस ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया। पुलिस के रवैये को देखकर लगता है कि वह घटना होने का इंतजार करती रही। महिला का कहना है कि पुलिस के इसी रवैये के चलते ही तमाम बेटियां के साथ घटनाएं होती हैं। उन्होंने आरोपियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है।
एफआईआर में तीन और बयान में एक पर लगाया आरोप
सिहानी गेट थाने के कार्यवाहक एसएचओ संजीव कुमार का कहना है कि तहरीर के आधार पर तीन लोगों के खिलाफ दुष्कर्म की कोशिश व पोक्सो एक्ट के तहत केस दर्ज कर लिया गया था। लेकिन अपने बयानों में पीड़ित बच्ची और उसकी मां दोनों ने एक ही आरोपी अनिल चौधरी पर घटना को अंजाम देने का आरोप लगाया है।
बयान में पीड़िता ने बदमाशों द्वारा धमकाने और पीछा करने का आरोप भी लगाया है। बयान के आधार पर अनिल चौधरी को गिरफ्तार कर लिया गया है।
एसएसपी ने लगाई पुलिस को लताड़
11 साल की बच्ची के साथ हुई घटना में लापरवाही बरतने पर एसएसपी कलानिधि नैथानी ने सिहानी गेट थाना पुलिस को लताड़ लगाई है। हालांकि पुलिस ने घटना के संदिग्ध होने का हवाला देते हुए जांच के बाद कार्रवाई की सफाई दी।
एसएसपी का कहना है कि सिहानी गेट एसएचओ से जवाब तलब किया गया है। साथ ही पुलिस को निर्देश दिए गए हैं कि महिला विरुद्ध अपराध में किसी तरह की देरी या लापरवाही न बरती जाए। ऐसा मिलने पर संबंधित के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।





