
उत्तर प्रदेश के योगी राज में जंगलराज, हजरतगंज चौराहे पर पूर्व भाजपा विधायक के बेटे को गोली से उड़ाया, मचा हड़कंप
राजधानी लखनऊ के हाईसिक्योरिटी जोन वाले हजरतगंज चौराहे पर शनिवार रात भाजपा से तीन बार विधायक रहे प्रेम प्रकाश उर्फ जिप्पी तिवारी (30) की गोली मारकर हत्या कर दी गई। वैभव डुमरियागंज के दमुआपुर, गांव का प्रधान था। रात करीब नौ बजे उसके परिचित सूरज शुक्ला ने फोन कर चौराहे पर बुलाया। किसी बात पर दोनों में झगड़ा हुआ तो सूरज के दोस्त और हिस्ट्रीशीटर विक्रम ने पिस्टल निकालकर वैभव के सीने में गोली मार दी।
वैभव को लोहिया अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। वारदात की जानकारी पाकर आईजी, एसएसपी सहित पुलिस-प्रशासन के अधिकारी अस्पताल पहुंच गए।
एसएसपी दीपक कुमार ने बताया कि आरोपियों की तलाश में पुलिस की कई टीमें दबिश दे रही है। डुमरियागंज से विधायक रहे जिप्पी कसमंडा अपार्टमेंट में पत्नी संध्या, बेटे वैभव और उसकी पत्नी शिवांशु तथा तीन साल की बेटी वैष्णवी के साथ रह रहे थे। वैभव प्रॉपर्टी का कारोबार करता था।
बिजनेस की बात करने चौराहे पर बुलाया
वैभव का रिश्तेदार गोमतीनगर निवासी आदित्य शनिवार को उनके घर आया था। आदित्य ने बताया कि दोनों अपार्टमेंट के बाहर पार्क रोड पर टहल रहे थे। उसी समय वैभव के परिचित अर्जुनगंज के खुर्दही बाजार निवासी प्रॉपर्टी डीलर सूरज ने फोन कर बिजनेस की बात करने के लिए हजरतगंज चौराहे पर बुलाया। इसी बीच, वैभव के पिता आ गए। आदित्य उनके साथ अपार्टमेंट चला गया।
तनातनी हुई तो सूरज के साथी विक्रम ने फायर कर दिया
आदित्य के जाते ही सूरज और उसका हिस्ट्रीशीटर साथी नरही निवासी विक्रम सिंह काले रंग की सफारी से वहां आ गए। वैभव कसमंडा हाउस के गेट पर ही उनसे बातचीत करने लगा। आदित्य नीचे उतरा तो वैभव और सूरज के बीच तनातनी चल रही थी। उसने बीचबचाव किया तो सूरज ने धमकी और गालियां दी।
वैभव ने विरोध किया तो विक्रम ने पिस्टल निकाल ली और वैभव पर फायर कर दिया। गोली लगते ही वैभव जमीन पर गिर गया। विक्रम और सूरज भाग खड़े हुए। आदित्य ने फोन कर पूर्व विधायक को बुलाया। दोनों कार से वैभव को लोहिया अस्पताल ले गए, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी।
पुलिस की सक्रियता व नेटवर्क पर सवालिया निशान
खाकी के लिए इससे ज्यादा शर्मनाक और क्या हो सकता है कि हाईसिक्योरिटी जोन में बीच शहर पूर्व भाजपा विधायक जिप्पी तिवारी के बेटे की गोली मारकर हत्या कर दी गई और पुलिस को पता ही नहीं चला। जानकारी तब हुई जब सोशल मीडिया पर हत्या का मेसेज वायरल हुआ। आधा घंटा भटकने के बाद लोहिया में वैभव तिवारी का शव मिला, तब आला अधिकारी मौके पर पहुंचे। जिप्पी तिवारी ने सूरज शुक्ला और विक्रम सिंह के खिलाफ गंज थाने में बेटे की हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई है।
वैभव की हत्या ने पुलिस की सक्रियता और नेटवर्क की पोल खोल दी है। यह तय हो गया है कि राजधानी में ताबड़तोड़ अपराध से निपटने में पुलिस नाकाम साबित हो रही है। कसमंडा हाउस में जिस जगह पर वारदात हुई, उसके चारों तरफ हाई सिक्योरिटी जोन है। दस कदम दूर पर हजरतगंज चौराहे पर चौबीस घंटे पुलिस फोर्स तैनात रहती है। यूपी 100 सेवा की पीसीआर मौजूद रहती है तो 50 मीटर दूर सिविल अस्पताल चौराहा पर पार्क रोड चौकी पर पुलिसकर्मी मौजूद रहते हैं। बावजूद इसके पूर्व विधायक के बेटे को गोली मारकर मौत के घाट उतारने के बाद हत्यारे आराम से फरार हो गए।
आधा घंटे तक पुलिस को वारदात की भनक तक नहीं लगी। सोशल मीडिया पर मैसेज वायरल होने के बाद हजरतगंज पुलिस की नींद टूटी और इंस्पेक्टर आनंद शाही पार्क रोड पहुंचे। हालांकि, तब तक यहां सन्नाटा पसर चुका था। लोगों से पूछताछ के बाद भी पुलिस को कुछ पता नहीं चल सका। पुलिस इधर-उधर भटकती रही। इसी दौरान लोहिया अस्पताल में गोली से घायल युवक के पहुंचने की जानकारी मिली। पुलिस वहां पहुंची तब वारदात स्पष्ट हुई।
चार साल पहले हुई थी शादी, परिवार में मचा कोहराम
भव तिवारी की शादी चार साल पहले उदयगंज निवासी शिवांशु से हुई थी। उसकी मौत से परिवारीजनों में कोहराम मचा है। शिवांशु को पति की मौत का पता चला तो वह गश खाकर गिर पड़ी। उसकी तीन साल की बेटी वैष्णवी रोना-पीटना सुनकर चीखने लगी। रिश्तेदारों ने उसे संभाला। परिवारीजनों ने बताया कि वैभव की मां संध्या डुमरियागंज से बीडीसी हैं। वैभव इकलौता बेटा था।
सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई हत्या की वारदात
कसमंडा हाउस में लगे सीसीटीवी कैमरों में हत्या की वारदात कैद हो गई है। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज कब्जे में ले ली है। इंस्पेक्टर हजरतगंज आनंद शाही ने बताया कि फुटेज देखी जा रही है। फिलहाल पुलिस की चार टीमें सूरज और विक्रम की तलाश में दबिश दे रही हैं।
सीएमएस स्कूल में वैभव का जूनियर था सूरज
एसएसपी ने बताया कि सूरज और वैभव एक-दूसरे के काफी पुराने जानने वाले थे। वैभव सीएमएस स्कूल में पढ़ता था और सूरज उसका जूनियर था। इसके बाद दोनों ने एक साथ प्रॉपर्टी का काम शुरू किया। हालांकि, बाद में वैभव अलग काम करने लगा। उन्होंने कहा कि कहीं किसी प्रॉपर्टी या कारोबार को लेकर तो दोनों के बीच में कोई विवाद नहीं था, इस बारे में भी जांच की जा रही है।
चश्मदीद ने बताया- भइया पर पिस्टल तानी और दो कदम पीछे हटकर फायर कर दिया
वारदात स्थल पर वैभव के साथ मौजूद उसके रिश्तेदार आदित्य ने बताया कि दोनों नीचे खड़े होकर सूरज का इंतजार कर रहे थे, तभी पूर्व विधायक आ गए। वह उनके साथ ऊपर फ्लैट तक चला गया। इसी दौरान सूरज नीचे आ गया। कुछ मिनट बाद आदित्य नीचे आया तो देखा कि वैभव और सूरज के बीच धक्कामुक्की हो रही थी। बीच-बचाव करने पर विक्रम उससे भिड़ गया और गालियां देने लगा। बकौल आदित्य, उसने वैभव से कहा कि देखो भइया गालियां दे रहा है। इस पर वैभव भड़क गया और उन्हें चेतावनी दी। विक्रम ने पिस्टल निकाल ली और गोली मारने की धमकी देने लगा। वैभव ने उकहा भी कि तुम मुझे गोली मारोगे? इस पर विक्रम ने कहा कि हां, गोली मार दूंगा। दोनों के बीच गरमागरमी हुई और विक्रम ने दो कदम पीछे हटते हुए फायर कर दिया।





