
कुछ इस तरह अखिलेश यादव ने किया गृह प्रवेश
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शुक्रवार को अपने नए घर में प्रवेश किया। अखिलेश यादव ने अपने ट्वीटर अकाउंट पर नए घर की तस्वीरे भी साझा की हैं। अखिलेश ने तस्वीरों को शेयर करते हुए लिखा कि ‘आज गृह प्रवेश की पूजा भी हुई और सबके आशीर्वाद से नये घर में प्रवेश का शुभ-कार्य भी संपन्न हुआ’।
समाजवादी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का नया घर अंसल के न्यू टाउनशिप में बनी सुशांत गोल्फ सिटी का एक विला है। आपको बतां दें कि अखिलेश यादव ने अपनी पत्नी डिंपल यादव और बच्चों के साथ विधि-विधान से नए घर में प्रवेश किया।
सपा मुखिया अखिलेश यादव अपने नए घर गोल्फ सिटी में शिफ्ट
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव आज सुल्तानपुर रोड स्थित सुशांत गोल्फ सिटी में नए घर में शिफ्ट हो गए । उन्होंने ट्वीट कर इसकी जानकारी सार्वजनिक की है। उल्लेखनीय है कि अखिलेश यादव पर राज्य संपतित विभाग ने सरकारी बंगले में तोड़फोड़ के आरोप लगाए हैं। इस तोडफ़ोड़ पर राज्यपाल राम नाईक जांच के लिए कह चुके हैं। राज्य संपत्ति को नुकसान पहुंचाने की शिकायतों, खबर व चर्चा का स्वत: संज्ञान लेते हुए राज्यपाल ने आज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर राज्य संपत्ति को क्षति पहुंचाने पर कानून के अनुसार कार्रवाई करने को कहा था। राज्यपाल राम नाईक ने राज्य संपत्ति विभाग के अधिकारियों को तलब कर पूरे प्रकरण की जानकारी भी हासिल की।
ध्यान रहे कि मुख्यमंत्री को पत्र भेजने से पहले राज्यपाल ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर पूर्व मुख्यमंत्रियों को आवंटित सरकारी आवासों को खाली कराने के प्रकरण की जानकारी लेने के लिए राज्य सम्पत्ति विभाग के अधिकारियों को भी बुलाया था। अधिकारियों ने बताया था कि सभी बंगलों की वीडियोग्राफी कराई गई लेकिन, इनमें से केवल चार, विक्रमादित्य मार्ग वाले बंगले में तोडफ़ोड़ की बात सामने आयी है।
राज्य संपत्ति विभाग केपास अखिलेश यादव के बंगले पर हुए खर्च का हिसाब भी नहीं है। सूत्रों का कहना है इस बंगले के लिए अलग-अलग मदों में कुल 42 करोड़ रुपये जारी किये गए थे। इसमें राज्य संपत्ति विभाग की ओर से केवल 89.99 लाख रुपये खर्च करना ही विभागीय रिकार्ड में दर्ज है। राज्य संपत्ति अधिकारी योगेश कुमार शुक्ला का कहना है कि बाकी धनराशि का पता लगाया जा रहा है। इसके लिए लोक निर्माण विभाग की मदद ली जा रही है। पीडब्लूडी से भी क्षति का आकलन करने को कहा गया है। रिपोर्ट जल्द ही तैयार की जाएगी। सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर पूर्व मुख्यमंत्रियों से बंगले खाली कराये जाने की अंतिम तारीख तीन जून थी। सूत्रों का कहना है कि अखिलेश ने दो जून को ही बंगला खाली कर दिया लेकिन कुछ सामान रखा होने की बात कहकर उस समय चाबी राज्य संपत्ति विभाग को नहीं सौंपी। राज्य संपत्ति अधिकारी योगेश कुमार शुक्ला के अनुसार उन्हें आठ जून को चार विक्रमादित्य मार्ग स्थित सरकारी आवास की चाबी मिली थी।





