एसआरएस के खिलाफ एक और मुकदमा दर्ज
एसआरएस कंपनी के चेयरमैन अनिल जिदल व निदेशकों राजेश सिगला, नानकचंद तायल, बिशन बंसल, विनोद जिदल पर मोटे मुनाफे का लालच देकर करोड़ों रुपये ठगने व घोटाले के आरोप हैं। रियल एस्टेट, ज्वैलरी और सिनेमा के कारोबार से जुड़े एसआरएस ग्रुप के खिलाफ सब्जबाग दिखाकर विला बेचने का मुकदमा दर्ज हुआ है। यह मुकदमा डिफेंस कालोनी दिल्ली निवासी रूबी सिंह की शिकायत पर तिगांव थाने में दर्ज हुआ।
रूबी सिंह ने कहा है कि एसआरएस ग्रुप ने ग्रेटर फरीदाबाद में रिट्रीट फार्म नाम से साल 2013 में एक रियल एस्टेट स्कीम लांच की थी। इसमें उन्होंने आरडब्ल्यूए आफिस, क्लब हाउस, गोल्फ कोर्स सहित अन्य सुविधाएं देने का वादा किया था। रूबी सिंह के मुताबिक उन्होंने इन सुविधाओं को देखते हुए एक विला खरीद लिया था। आरोप है कि ग्रुप ने इनमें से कोई भी सुविधाएं उन्हें प्रदान नहीं की। आरोप है कि उन्होंने जब सुविधाओं के लिए ग्रुप से मांग की तो उनसे भुगतान के लिए कहा गया। पुलिस का कहना है कि शिकायत के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया है। जांच की जा रही है।
बता दें कि एसआरएस ग्रुप के चेयरमैन सहित अन्य अधिकारियों के खिलाफ पहले भी कई मुकदमे दर्ज हैं। मार्च 2019 में आरोपितों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। तभी से वे जेल में हैं।





