तीन दिन से कुछ खा नहीं रही दुष्कर्म पीड़ित आठ वर्षीय बच्ची
फरीदाबाद के सारन थाना क्षेत्र में आठ वर्षीय बच्ची के दुष्कर्म को तीन दिन बीत गए लेकिन दर्द की उस रात को वह भुला नहीं पा रही। उसने न तो तीन दिन से ठीक से कुछ खाया है न की परिजनों से अपना दुख बांट पा रही है। वह दिल्ली स्थित सफदरजंग अस्पताल में भर्ती है। जहां माता-पिता उसकी देखभाल के लिए हैं लेकिन पिता मुलाकात को तरस गए हैं और मां यहां नियमित समय पर ही उससे मिल पा रही है।
पीड़िता की मां ने बताया कि उनके पांच बच्चे हैं। ऐसे में पीड़ित बच्ची की देखभाल के लिए वह अपने दो वर्ष के बेटे सहित बाकी बच्चों को अब रिश्तेदार के घर छोड़कर अस्पताल में ही हैं।
बुधवार देर रात सारन थाना क्षेत्र निवासी परिवार की आठ वर्षीय बच्ची को 22 वर्षीय पड़ोसी सोनू ने हवस का शिकार बनाया था। वह अपने घर में पांच वर्षीय छोटी बहन के साथ सो रही थी। माता-पिता उस वक्त छत पर थे। हालांकि, पुलिस ने मामले की सूचना के आधे घंटे में ही आरोपी को गिरफ्तार कर लिया था।
न उठ पा रही है न लेट, हर वक्त होता है दर्द
बच्ची की हालत को देखते हुए बीके सिविल अस्पताल से उसे सफदरजंग अस्पताल में भेज दिया गया था। पहले के मुकाबले अब उसकी हालत में सुधार है। शनिवार सुबह मासूम का ऑपरेशन किया गया है। पीड़िता की मां ने बताया कि मासूम न तो उठ पा रही है न ही लेट पा रही है। हर वक्त उसे दर्द महसूस हो रहा है।
पीड़ित के परिजनों का कहना है कि वह मजदूरी कर पेट भरते हैं। इसलिए बेहतर इलाज के लिए दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल के परिसर में ही रात काट रहे हैं। दंपती रिश्तेदार के घर रह रहे हैं। दो वर्ष बेटा मां के बिना नहीं रह पाता।
तीन दिन से बेटी से नहीं मिले हैं पिता:
पीड़ित के पिता से जब फोन पर बच्ची का हाल पूछा गया तो वह दुख से कराह उठे। उनका कहना है कि वह पुरुष हैं, इसलिए उन्हें महिला वार्ड में प्रवेश की अनुमति नहीं है। वह तीन दिन से अस्पताल में तो मौजूद हैं लेकिन अपनी बेटी से बहुत दूर हैं। मां को भी बेटी का हाल पूछने के लिए अंदर जाने की अनुमति मिलती है। ऐसे में वह पत्नी के जरिए ही बेटी के संपर्क में हैं। उन्हें उम्मीद है कि हैवानियत के दर्द से जल्द ही उनकी बेटी बाहर आएगी।





