‘दो मंत्रियों की दुखद मौत के बाद भी राजनीति में उलझी भाजपा’: अखिलेश यादव
समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि प्रदेश में कोरोना से दो मंत्रियों की दुखद मृत्यु के बाद भी भाजपा सरकार सिर्फ राजनीति में उलझी है। टेस्टिंग व इलाज का हाल बहुत ही बुरा है। जनता का काम-व्यापार, नौकरी, रोजगार सब निचले स्तर पर है। अगर कुछ उच्चतम स्तर पर है तो वह है अपराध और सरकार की विपक्ष के प्रति बदले की भावना से की जा रही कार्रवाई।
अखिलेश ने समाजवादी पार्टी मुख्यालय में प्रमुख नेताओं व विधायकों से मुलाकात की। गुरुवार को भी कुछ नेता उनसे मिले थे। सपा अध्यक्ष ने उनसे प्रदेश के हालात के साथ ही विभिन्न समस्याओं पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कोरोना महामारी व कानून व्यवस्था की स्थिति पर विपक्ष ही नहीं, खुद भाजपा के सांसद और विधायक शासन-प्रशासन पर आरोप लगा रहे हैं।
प्रदेश में सरकारी सेवाओं में आरक्षण खत्म है। अब दलित व पिछड़े वर्ग के युवाओं को सड़क पर उतरकर साइकिल चलाने को कमर कस लेनी चाहिए। विधायकों ने कहा कि कोरोना संक्रमण से मरने वालों की संख्या में लगातार वृद्धि चिंताजनक है। इलाज व अस्पतालों की दशा खराब है। भाजपा सरकार गंभीर नहीं है।
परिषद में सरकार ने की लोकतंत्र की हत्या
विधान परिषद सदस्यों ने अखिलेश से शिकायत की कि सदन में विपक्ष का बहुमत होने के बावजूद उनकी मांग को अनसुना किया जा रहा है। आर्थिक आधार पर आरक्षण विधेयक की त्रुटियों को देखते हुए प्रमुख सचिव विधान परिषद को प्रतिवेदन देकर इसे प्रवर समिति को सौंपने का अनुरोध किया था। सपा ने इस पर मत विभाजन की मांग भी की थी। सत्तारूढ़ भाजपा ने आनन-फानन इसे पारित करा कर लोकतंत्र की हत्या की है।
आजम खां और कफील के साथ अन्याय
बातचीत में यह बात उभर कर आई कि भाजपा सरकार विपक्ष के प्रति बदले की भावना से काम कर रही है। सांसद आजम खां को झूठे मुकदमों में फंसाया गया है। उनके साथ ज्यादती हो रही है। डॉ. कफील के साथ हो रहे अन्याय की बात भी उठाई गई। विधायकों ने कहा कि विभिन्न जिलों में समाजवादी पार्टी कार्यकर्ताओं के खिलाफ फर्जी केस बनाए जा रहे हैं। संकट काल में पलायन कर आ रहे श्रमिकों की मदद में लगे सपा नेताओं पर भी मुकदमे लगा दिए गए हैं।





