भाजपा राज जैसी किसानों की बर्बादी पहले कभी नहीं रही: अखिलेश यादव
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि प्रदेश में भाजपा राज जैसी किसानों की बर्बादी पहले कभी नहीं रही। धान की फसल के लिए किसान खाद को तरस रहे हैं। गन्ना किसानों का 15 हजार करोड़ रुपया बकाया है।
किसानों का अपमान करने के लिए केंद्र सरकार ने गन्ने के उचित एवं लाभकारी मूल्य (एफआरपी) में मात्र 10 रुपये की वृद्धि कर 285 रुपये क्विंटल तय किया है। उन्होंने सवाल किया कि किसानों की आय दोगुनी कब होगी? किसान इंतजार कर रहा है कि घोषित राहत पैकेज में उसकी रकम कहां है ?
अखिलेश ने कहा, भाजपा राज में किसान आपदा और अभाव से अभिशप्त है। किसान अन्नदाता है लेकिन भाजपा उसकी हित चिंता से बेपरवाह है। वह तो कॉरपोरेट की संरक्षक है। किसानों की मौत पर भी उसकी संवेदना नहीं जागती है। अब किसानों ने अपनी आय दोगुना करने का झांसा देने वालों से बदला लेने के लिए वर्ष 2022 निश्चित कर रखा है।
खरीफ की फसल के लिए यूरिया की जरूरत है लेकिन तमाम साधन सहकारी समितियों के गोदाम खाली है। अमरोहा में खाद वितरण में घोटाला मिला है। हरदोई में यूरिया के नाम पर कालाबाजारी चल रही है। बाराबंकी के जिलाधिकारी ने खुद अपनी जांच में गड़बड़ी पाई। मुख्यमंत्री के गृह जनपद गोरखपुर में 23,252 क्विंटल खाद घोटाला उजागर हुआ है। फर्जी नामों पर खाद बिक्री के धंधे में 18 विक्रेताओं की सूची बनी है।





