
मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने कहा है कि पर्यावरण असंतुलन अंतर्राष्ट्रीय स्तर की समस्या है और उत्तर प्रदेश इस समस्या से निपटने के लिए अपनी ओर से ‘क्लीन यू0पी0-ग्रीन यू0पी0’ अभियान चला रहा है। उन्होंने कहा कि पक्षी हमारे पर्यावरण का अभिन्न अंग हैं। ऐसे में, बर्ड फेस्टिवल के आयोजन से उत्तर प्रदेश में पर्यावरण संतुलन बनाने में भी मदद मिलेगी। इससे ईको टूरिज्म को भी प्रोत्साहन मिलेगा। साथ ही, अंतर्राष्ट्रीय बर्ड वाॅचिंग के महत्वपूर्ण केन्द्र के रूप में प्रदेश को बढ़ावा देकर, उभरते हुए ईको टूरिज्म क्षेत्र में राज्य को स्थापित करने में भी सहायता मिलेगी। उन्होंने यह विचार आज चम्बल सफारी, जरार (बाह), आगरा में आयोजित प्रदेश के प्रथम बर्ड फेस्टिवल के अवसर पर व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि ग्रामीण आजीविका के लिए बर्ड वाॅचिंग को एक आर्थिक गतिविधि के रूप में विकसित किया जाएगा। यही नहीं इससे
वर्तमान व भावी पीढि़यों हेतु पर्यावरण संतुलन व प्रकृति संरक्षण सुनिश्चित करने में भी सहायता मिलेगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश में ईको-टूरिज़्म को बढ़ावा देने के उद्देश्य से राज्य को पक्षी प्रेमियों के एक नये गन्तव्य के रूप में देश व विश्व स्तर पर एक ’बर्डिंग डेस्टिनेशन’ की तरह विकसित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हमारी संस्कृति में पक्षियों का एक विशिष्ट स्थान है और वे हमारे पर्यावरण के लिए अत्यन्त आवश्यक हैं। अतः उनका संरक्षण हम सबका दायित्व है। ईको पर्यटन को प्रोत्साहन देना राज्य सरकार की प्राथमिकताओं में सम्मिलित है। उन्होंने कहा कि आमजन में प्रकृति प्रेम को बढ़ावा देने तथा जन स्वास्थ्य की दृष्टि से आगरा से लायन सफारी तक साइकिल ट्रैक का निर्माण कराया जाएगा।
इस मौके पर मुख्य सचिव श्री आलोक रंजन ने अपने सम्बोधन मंे कहा कि प्रदेश में हरित आवरण विस्तार, वृक्षारोपण में जन सहभागिता प्राप्त करने, वनों व वृक्षों के प्रति जन संवेदना उत्पन्न करने एवं वन को जन से जोड़ने हेतु प्रदेश में हरित पट्टियों के विकास के लिए एक हजार एकड़ या बड़े क्षेत्रों में वृक्षारोपण एवं प्रदेश के एतिहासिक, सांस्कृतिक एवं पर्यटन की दृष्टि से महत्वपूर्ण स्थलों पर सौंदर्यीकरण हेतु पौधा रोपण जैसे प्रयास लगातार किए जा रहे हैं। उन्होंने इस बात पर प्रसन्नता व्यक्त की कि इस वर्ष वन विभाग व अन्य राजकीय विभागों द्वारा प्रदेश में 5 करोड़ पौधे रोपित करने के लक्ष्य के सापेक्ष 5.68 करोड़ पौधे रोपित किए गए हैं तथा गिनीज बुक आॅफ वल्र्ड रिकाॅर्ड में उत्तर प्रदेश के नाम एक दिन में 10 लाख पौधे रोपित करने का कीर्तिमान भी दर्ज हुआ है।

प्रमुख सचिव वन श्री संजीव सरन ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश वन सम्पदा एवं प्राकृतिक सौन्दर्य से भरपूर है तथा प्रदेश के कुल भूभाग का 6.88 प्रतिशत क्षेत्र वनों से आच्छादित है जिसमें निरंतर वृद्धि हो रही है। विगत दो वर्षों में वन क्षेत्र में 179 स्क्वायर किमी की बढ़ोत्तरी हुई है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में पहली बार बर्ड फेस्टिवल के आयोजन से पक्षियों के संरक्षण व संवर्धन के प्रति लोगों में जागरूकता उत्पन्न करने में सफलता मिलेगी। प्रदेश में ईको पर्यटन को प्रोत्साहन देकर रोजगार के नये अवसर सृजित करने में यह आयोजन प्रभावी सिद्ध हो सकता है। देश में यह अपनी तरह का अनूठा प्रयास है। उन्होंने कहा कि हमारे प्रदेश की भौगोलिक जलवायु विविधता के कारण उत्तर प्रदेश पक्षियों की दृष्टि से अत्यंत समृद्ध है तथा धरती पर पाई जाने वाली लगभग 10 हजार पक्षी प्रजातियों में से 1200 से अधिक प्रजातियां हमारे देश में तथा लगभग 500 पक्षी प्रजातियां हमारे प्रदेश में पाई जाती हैं जिसमें अकेले राष्ट्रीय चम्बल वन्य जीव विहार में देशी एवं प्रवासी पक्षियों की 300 से अधिक प्रजातियां पाई जाती हैं।
इस अवसर पर श्री यादव ने ’बड्र्स आॅफ उत्तर प्रदेश’ पर केन्द्रित एक काॅफी टेबिल बुक का विमोचन किया। कार्यक्रम के दौरान आस्ट्रेलिया की बर्ड पेन्टर सुश्री पीट मार्शल एवं सुश्री जैकी गार्नर द्वारा मुख्यमंत्री को बर्ड पेन्टिंग भी भेंट की गई।
इस मौके पर अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त 14 देशों के 25 विदेशी एवं 50 भारतीय पक्षी विशेषज्ञों द्वारा सेमिनार में प्रतिभाग किया गया तथा पक्षियों का अवलोकन, (बर्ड वाॅचिंग) करने हेतु राष्ट्रीय चम्बल वन्य जीव विहार का भ्रमण किया गया। बर्ड फेस्टिवल में प्रदेश सरकार तथा बर्ड लाइफ इंटरनेशनल के पक्षी वैज्ञानिक टिम एपिल्टन एवं जिम लाॅरेन्स के बीच प्रदेश में पक्षी संरक्षण हेतु सहमति पत्र हस्ताक्षरित किए गए।

बर्ड फेस्टिवल में प्रदेश के वन मंत्री श्री दुर्गा प्रसाद यादव, जन्तु उद्यान मंत्री डाॅ0 शिव प्रताप यादव, वन राज्य मंत्री श्री तेज नारायण पाण्डेय उर्फ पवन पाण्डेय, सचिव वन श्री सुनील पाण्डेय, सचिव पर्यटन श्री अमृत अभिजात, सूचना निदेशक श्री आशुतोष निरंजन सहित अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त पक्षी वैज्ञानिक
श्री टिन एपिल्टन, श्री जिम लाॅरेन्स तथा बड़ी संख्या में पक्षी प्रेमी एवं देशी विदेशी डेलीगेट्स उपस्थित थे।
* उत्तर प्रदेश को पक्षी प्रेमियों का एक नया गन्तव्य बनाकर ईको टूरिज्म को बढ़ावा दिया जायेगा: मुख्यमंत्री
* पर्यावरण असंतुलन अंतर्राष्ट्रीय स्तर की समस्या है, प्रदेश में इस समस्या से निपटने के लिए चल रहा है ‘क्लीन यू0पी0-ग्रीन यू0पी0’ अभियान
* मुख्यमंत्री द्वारा बड्र्स आॅफ उत्तर प्रदेश पर केन्द्रित एक काॅफी टेबिल बुक का विमोचन
* बर्ड फेस्टिवल भावी पीढि़यों के लिए पर्यावरण संतुलन व प्राकृतिक संरक्षण हेतु मार्ग प्रशस्त करेगा
* बर्ड लाइफ इंटरनेशनल के साथ पक्षी संरक्षण हेतु सहमति पत्र हस्ताक्षरित
Chief Minister Akhilesh Yadav said that a MoU has been signed between the UP Government and Wildlife International’s Jim Lawrence to help organize the bird festival every year in Chambal which will increase the popularity of the Chambal region as a prime eco-tourism spot in UP.





