
सबको रोशनी दिखाकर चले गए
कन्नौज: भविष्य के भारत को सौर ऊर्जा की जरूरत बताकर कन्नौज के गांव रोशन करने वाले पूर्व राष्ट्रपति भारत रत्न डा. एपीजे अब्दुल कलाम का चिरनिद्रा में सो गए। उन्होंने जिले के एक गांव को सौर ऊर्जा से रौशन करने के इसी माह कन्नौज आए थे। उन्होंने इसमें जहां लोगों को विशेष कर देशप्रेम की सीख देते शिक्षित समृद्ध भारत बनाने में योगदान के लिए प्रेरित किया था, वहीं युवाओं को आगे बढ़कर देश की बागडोर संभालने की जरूरत बताई थी। उनके निधन की खबर जैसे ही जिले के लोगों को मिली तो सब शोक में डूब गए।
बतातें चलें कि इसी माह 7 जुलाई को कन्नौज के उमर्दा विकास खंड के गांव फकीरपुरा-चंदुआहार में बने प्रदेश के पहले 250 केवीए के सोलर प्लांट का शुभारंभ करने डा. एपीजे अब्दुल कलाम प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के आमंत्रण पर आए थे। जिले के हजारों लोग उनसे रूबरू हुए थे। अभी भी जिले में उनके आने के किस्से होते ही रहते थे। इसी बीच जब शाम को लोगों को उनके निधन की जानकारी हुई तो सब अवाक रह गए। सभी ने दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की।
राज्यपाल राम नाईक, मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने पूर्व राष्ट्रपति भारत रत्न डा. एपीजे अब्दुल कलाम के निधन पर गहरा दु:ख व्यक्त किया है।
राज्यपाल राम नाईक ने कहा कि वह महान वैज्ञानिक थे और राष्ट्रपति रहते हुए संविधान के प्रति जो निष्ठा दिखायी वह अतुलनीय है। उधर विदेश दौरे पर गए मुख्यमंत्री अखिलेश यादव डा. एपीजे अब्दुल कलाम के निधन की खबर मिलते ही श्रद्धांजलि का ट्वीट किया। उन्होंने कहा कि उनके निधन की खबर से उन्हें आघात पहुंचा है। मुख्यमंत्री ने बयान जारी कर कहा है कि डा.कलाम ने अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर भारत को नई पहचान दिलायी। उनकी मृत्यु से देश को अपूरणीय क्षति हुई है। इसके अलावा सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव ने कलाम के साथ कार्यों का उल्लेख करते हुए उनके निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है। कैबिनेट मंत्री शिवपाल यादव ने भी गहरा दुख व्यक्त करते हुए एक सप्ताह पूर्व हुई मुलाकात का अनुभव साझा किया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार उनके मिशन 2020 पर कार्य कर रही है।





