उत्तर प्रदेश के योगी राज में सरकारी अस्पताल में बदली फाइल, मरीज को लगा दिया गलत इंजेक्शन, हालत गंभीर
सिविल अस्पताल में सोमवार देर रात दो मरीजों की फाइलें बदल गईं। आरोप है कि नर्स ने एक वृद्धा को लगने वाला इंजेक्शन दूसरी महिला को लगा दिया। कुछ देर बाद ही उसकी तबीयत बिगड़ने लगी।
तीमारदारों ने आनन-फानन डॉक्टर को बुलाया। डॉक्टर ने फाइल मंगवा कर दवाएं चेक की तो स्टाफ की लापरवाही सामने आई, जिसके बाद डॉक्टर ने स्टॉफ को फटकार लगाई। वहीं नाराज परिजनों ने हंगामा शुरू कर दिया।
तेलीबाग निवासी सलीम ने तीन दिन पहले सीने में दर्द की शिकायत होने पर अपनी पत्नी को अस्पताल में भर्ती कराया था। उन्होंने बताया कि सोमवार रात डॉक्टर राउंड के बाद सभी मरीजों की फाइलों पर दवाएं लिखकर चले गए। कुछ देर बाद नर्स ने मरीजों को इंजेक्शन लगाए। मगर इंजेक्शन लगते ही उनकी पत्नी की तबीयत बिगड़ने लगी।
मामले की कराई जाएगी जांच
इस पर उन्होंने डॉक्टर को बुलाया, जिसके बाद लापरवाही का पता चला। आरोप है कि नर्स ने दूसरी वृद्ध महिला को लगने वाला इंजेक्शन उनकी पत्नी को लगा दिया। नाराज तीमारदारों को स्टॉफ ने किसी तरह समझाबुझाकर शांत कराया।
वहीं निदेशक डॉ. एचएस दानू ने एक मरीज का इंजेक्शन दूसरे को लगने के आरोप को ही गलत करार दिया। हालांकि उनका कहना है कि अगर ऐसा हुआ है तो मामले की जांच कराई जाएगी और जो भी दोषी होगा उस पर कार्रवाई होगी।





