‘खाकी’ और ‘खादी’ दोनों पर भारी भाजपा नेता राम बिहारी
सेवानिवृत्त लेखपाल डीलडौल से भले ही ढीला हो लेकिन ‘खाकी’ और ‘खादी’ दोनों पर ही उसका रुतबा दिखता था। इसी से उसके सारे गुनाह सिर्फ चर्चाओं तक ही सिमट कर रह गए और कभी भी किसी मामले में कोई लिखापढ़ी नहीं हुई। इलाकाई लोगों का कहना है कि यदि पुलिस और राजनैतिक संरक्षण न मिला होता तो कई मासूम रामबिहारी का शिकार बनने से बच सकते थे।
चर्चाओं तक ही सिमटे रहे भाजपा नेता के सारे गुनाह
रामबिहारी का अपने मकान से जुए और सट्टे का व्यापार चलाना किसी के लिए कोई नईं बात नहीं। भगत सिंह मोहल्ले के हर एक छोटे बड़े व्यक्ति को इसकी जानकारी थी। करीब सात आठ माह पूर्व रामबिहारी पर घर के भीतर जुआ खेलने के दौरान विवाद हुआ था।
तब रामबिहारी मोहल्ले के ही एक युवक पर लूट का आरोप लगाते हुए कोतवाली पहुंचा था। उसने जुए के दौरान रुपयों की छीनाझपटी का हार्ड डिस्क से लिया गया वीडियो भी पुलिस को दिखाया था। कोतवाली पुलिस जुआखाना चलाने पर कार्रवाई करने के बजाय तमाशबीन बनकर रामबिहारी की कहानी सुनती रही।
तब नगर भाजपा के एक प्रभावशाली नेता ने पहुंचकर मामला रफा-दफा करा दिया। बताते हैं कि इस विवाद का वीडियो एक जनप्रतिनिधि व जिला संगठन के पदाधिकारी तक भी पहुंचा था लेकिन किसी ने रामबिहारी के खिलाफ कार्रवाई नहीं कराई। इससे पार्टी की किरकिरी भी हुई थी।
इसी तरह 2017 में सेवानिवृत्त होने से कुछ समय पहले ही रामबिहारी पर नदीगांव की एक महिला ने छेड़खानी का आरोप लगाकर कोतवाली में तहरीर भी दी थी, जिसमें पुलिस ने कार्रवाई करने के बजाए दोनों पक्षों में समझौता कराकर प्रार्थना पत्र को ही फाड़कर फिकवा दिया था। इलाकाई लोगों का कहना है कि यदि उसी वक्त रामबिहारी पर शिकंजा कस जाता तो यौन उत्पीड़न के मामले भी सामने आ सकते थे और कई मासूम भी उसकी दरिंदगी से बच सकते थे।
पीड़ित किशोरों ने बयां किए भाजपा नेता के घिनौने इरादे, बोले- नहीं मंजूर था मां-बहन की इज्जत का सौदा
नाबालिगों को यौन उत्पीड़न का शिकार बनाने वाला भाजपा नेता रामबिहारी उनकी मां-बहनों पर भी बुरी नियत रखता था। इसका खुलासा एफआईआर दर्ज होने के बाद दोनों नाबालिगों ने किया। दोनों किशोरों ने पुलिस को बताया कि जब तक रामबिहारी उनके अश्लील वीडियो की आड़ में उनका यौन उत्पीड़न करता रहा, तब तक उसकी हरकतें बर्दाश्त की गई लेकिन पिछले कुछ दिनों से वह घर में रहने वाली मां और छोटी बहनों को भी साथ लाने की धमकी देने लगा था।
उनकी इज्जत बचाने के लिए एक बार तो नेता को जान से मारने का मन सा बन गया, फिर गुनाहों के दलदल में फंसने के बजाए उस हार्ड डिस्क को ही चोरी करने का फैसला किया, जिसमें उनके अश्लील वीडियो कैद थे। पुलिस का कहना है कि रामबिहारी की ओर से दिया गया चोरी का प्रार्थना पत्र ही पूरे मामले के खुलासे का कारण बना। जिस वीडियो क्लिप को रामबिहारी धमकाने के लिए इस्तेमाल करता था, उसी ने आज उसे सलाखों के पीछे पहुंचा दिया।
करता और कराता भी था शौक
वहीं इलाकाई लोगों ने बताया कि रामबिहारी पूर्व में लेखपाल और भाजपा नेता जरूर था लेकिन मदद सिर्फ उन्हीं लोगों की करता था, जिनके परिवार का कोई नाबालिग उसके शौक पूरे करते था। पीड़ित नाबालिगों ने भी कभी रुपये तो कभी जूते आदि देने की बात स्वीकारी है।
लेखपाल पद से ही हुआ था सेवानिवृत्त
रामबिहारी अपनी नौकरी के दौरान कुछ समय के लिए किन्हीं कारणों से कानूनगो के पद पर कार्यरत रहा था लेकिन उसकी सेवानिवृत्ति लेखपाल पद से ही हुई थी। इसकी पुष्टि तहसीलदार राजेश विश्वकर्मा ने की। रौब गांठने के लिए वह स्वयं को कानूनगो भी बताता था।
दबाव के लिए अफसरों की करता था शिकायत
रामबिहारी से नाबालिग और मोहल्ले के लोग ही नहीं परेशान थे बल्कि पुलिस भी उससे दूरी बनाकर ही रखती थी। पुलिस पर अपना दबाव बनाने के लिए वह आए दिन पुलिस अधिकारी की शिकायतें किया करता था। इन अधिकारियों में कोतवाली में तैनात रहे एक सीओ और इंस्पेक्टर का नाम शामिल है।
रात भर घनघनाते रहे थे भाजपा नेताओं के फोन
भाजपा भले ही अब रामबिहारी से अपना पल्ला झाड़ रही हो लेकिन सोमवार की जिस रात उसे पुलिस पकड़कर कोतवाली लाई, उस पूरी रात नगर के भाजपा नेताओं के फोन थानेदार और दरोगाओं के मोबाइल पर घनघनाते रहे और एफआईआर दर्ज होने के बाद ही फोन आना बंद हुए।
भाजपा नेता किशोरों संग करता था गंदा काम, पार्टी मुख्यालय तक पहुंची रामबिहारी की करतूत
जालौन जिले के कोंच में भाजपा नेता की करतूत गुरुवार को पार्टी मुख्यालय तक पहुंची। लखनऊ मुख्यालय से मामले की जानकारी के लिए सीधा फोन क्षेत्रीय अध्यक्ष मानवेंद्र सिंह के पास आया और फिर क्षेत्रीय अध्यक्ष ने फोन पर जिलाध्यक्ष रामेंद्र सिंह बना से जानकारी ली।
पार्टी के सूत्रों का कहना है कि जल्द ही एक टीम गठित कर संगठन के प्रमुख पदों पर काबिज नेताओं की जांच कराई जाएगी। वहीं भाजपा नेता के मामले को लेकर अब विरोधी दलों की भी प्रतिक्रिया आने लगी है। निष्कासन सिर पर है।
कांग्रेस के पूर्व विधायक विनोद चतुर्वेदी के मुताबिक दल चाहे कोई भी हो, उसमें राम बिहारी जैसे लोगों का प्रवेश नहीं होना चाहिए। सपा नेता सुरेंद्र मौखरी के मुताबिक सत्ता का दुरुपयोग देखना हो तो भाजपा नेता उदाहरण साबित हो सकते हैं। बसपा जिलाध्यक्ष संजय गौतम के मुताबिक भाजपा का असली चेहरा धीरे-धीरे जनता के सामने आता जा रहा है।
आरोपी के घर पहुंचे एसपी, गूंजे फांसी दो के नारे
भाजपा नेता एवं पूर्व लेखपाल पर लगे यौन उत्पीड़न के मामलों की जांच के लिए एसपी डॉ. यशवीर सिंह कोंच स्थित उसके आवास पर पहुंचे। पुलिस टीम के साथ एसपी ने आरोपी के मकान में ही स्थित कार्यालय का निरीक्षण किया।
इसके बाद उन्होंने आरोपी की बहन और बहू से भी पूछताछ की। एसपी के बाहर निकलते ही इलाकाई लोगों ने आरोपी को फांसी दो के नारे लगाने शुरू कर दिए।
रामबिहारी ने घर पर बनाया था भाजपा का दफ्तर, पीड़ित किशोर बोले- कार्यालय के बिस्तर पर भी करता था गलत हरकतें
भाजपा नेता एवं पूर्व लेखपाल पर लगे यौन उत्पीड़न के मामलों की जांच के लिए एसपी डॉ. यशवीर सिंह कोंच स्थित उसके आवास पर पहुंचे। पुलिस टीम के साथ एसपी ने आरोपी के पूरेे मकान खासतौर से उसके मकान में ही स्थित कार्यालय का निरीक्षण किया।
इसके बाद उन्होंने आरोपी की बहन और बहू से भी पूछताछ की। एसपी के बाहर निकलते ही इलाकाई लोगों ने आरोपी को फांसी दो के नारे लगाने शुरू कर दिए। इस पर सीओ और इंस्पेक्टर ने भीड़ को कार्रवाई का भरोसा देकर शांत किया।
दो दिन से भाजपा नेता की गिरफ्तारी का मामला पूरे जिलेे मेें चर्चा का केंद्र बना रहा। बुधवार की देर रात तक कोंच पुलिस और फील्ड यूनिट की टीम आरोपी रामबिहारी का मकान खंगालती रही। इस कार्रवाई में भी पुलिस के हाथ कुछ अहम सुराग लगे हैं।
इसी कड़ी में गुरुवार की दोपहर अचानक एसपी भी कोंच पहुंचे और उन्होंने रामबिहारी के मकान का निरीक्षण किया। उसके कार्यालय में रखे लैंडलाइन फोनसेट, मेज की दराज, अलमारियां, वहीं रखे बेड की भी तलाशी कराई। इसके बाद एसपी ने रामबिहारी की बीमार बहन व भाई की पत्नी से भी पूछताछ की।
करीब दस से पंद्रह मिनट मकान में रहने के बाद जैसे ही एसपी बाहर निकले तो इलाकाई लोगों की भीड़ दोषी को फांसी दो के नारे लगाते हुए पुलिस की ओर बढ़ी। इस दौरान एसपी तो वहां से रवाना हो गए, सीओ और इंस्पेक्टर ने ही भीड़ को कड़ी से कड़ी कार्रवाई का आश्वासन देकर शांत कराया।
साइबर क्राइम की टीम साथ ले गई लैपटॉप, डीवीआर
एसपी से पहले झांसी से आई साइबर क्राइम की टीम ने आरोपी रामबिहारी के खिलाफ साक्ष्य जुटाने शुरू कर दिए थे। टीम ने भी आरोपी के घर विशेष तौर पर उसके कार्यालय जहां वह सोता भी था, का गहनता से निरीक्षण किया। इस दौरान टीम अपने साथ रामबिहारी का लैपटॉप, डीवीआर, हार्ड डिस्क, दो पेन ड्राइव, एक मोबाइल फोन व एक सीडीवी लेकर अपने साथ झांसी वापस हो गई। टीम प्रभारी शिवशंकर सिंह ने बताया कि जांच में जो कुछ भी निकलेगा उससे उच्चाधिकारियों को अवगत कराया जाएगा।
तहरीर के लिए चक्कर काटते रहे अधिकारी
मामला दर्ज कराने वाले नाबालिगों ने जिन तीन अन्य किशोरों को उत्पीड़न का शिकार बताया है, पुलिस को उनके नाम पते व चेहरेे सभी मिल गए हैं लेकिन देर शाम तक पुलिस के हाथ एक भी तहरीर नहीं आई थी। नए पीड़ितों से तहरीर लेने के लिए सिपाही दरोगा और इंस्पेक्टर सभी परिजनों के आसपास चक्कर काटते रहे। अब मामला तूल पकड़ गया है इसलिए पुलिस को तहरीर भी आसानी से नहीं मिल पा रही है। हालांकि कोंच पुलिस का दावा है कि गुरुवार की रात नहीं तो शुक्रवार की सुबह तक तहरीर लेकर रिपोर्ट दर्ज कर ली जाएगी।
कार्यालय को ही बना रखा था ऐशगाह
रामबिहारी ने अपने मकान के बाहर कार्यालय नगर उपाध्यक्ष का न सिर्फ बोर्ड लगा रखा था बल्कि मकान के भीतर ही छोटा सा दफ्तर भी बना रखा था। इसमें भाजपा के बड़े नेताओं की तस्वीरें भी लगी थी। हैरत की बात तो यह है कि इसी कार्यालय वाले कमरे को ही रामबिहारी ने अपना सोने वाला कमरा बना रखा था। इसमें एक सिंगल बेड पड़ा हुआ था और छत के एक कोने में सीसी कैमरा भी लगा था। पीड़ित किशोरों का कहना है कि रामबिहारी उनके साथ सारी गलत हरकतें कार्यालय के बिस्तर पर भी करता था।
कभी थप्पड़ मारता तो कभी मुंह दबा देता
रामबिहारी की दरिंदगी ने पुलिस को भी हैरत में डाल दिया। क्लिपिंग करीब 10 से 16 मिनट की है। यौन उत्पीड़न के वक्त कुछ नाबालिग दर्द से चीखते तो रामबिहारी उनका मुंह दबाते हुए भी दिख रहा है। इतना ही नहीं जिन किशोरों ने कभी विरोध किया उन पर थप्पड़ों की बारिश कर उन्हें बिस्तर पर गिराते हुए भी रामबिहारी दिखाई दे रहा है। अधिकांश वीडियो में राम बिहारी बनियान और लुंगी पहने है।





