उत्तर प्रदेश के योगी राज में प्रयागराज में सरकारी ठेके के गोदाम में बनती मिली मिलावटी शराब, चार गिरफ्तार
होली से ठीक पहले बाजार में मिलावटी शराब उतारने की बड़ी कोशिश पुलिस ने नाकाम कर दी। दारागंज में सरकारी ठेके के गोदाम में मिलावटी शराब बनाते चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया। इनके कब्जे से 191 पेटी शराब के साथ ही नकली क्यूआर कोड, खाली शीशियां व ढक्कन बरामद किए गए हैं। पुलिस व आबकारी विभाग की टीम देर रात तक मौके पर जांच पड़ताल में जुटी थी।
होली के मद्देनजर एएसपी सोमेंद्र मीणा शनिवार शाम शराब की दुकानों की चेकिंग कर रहे थे। इसी दौरान वह दारागंज में कच्ची सडक़ स्थित सरकारी ठेेके पर पहुंचे। जहां ठेके से सटे हुए गोदाम में ताला लगा था। पूछने पर सेल्समैन व एक अन्य कर्मचारी इधर उधर की बातें करने लगे। शक होने पर एएसपी ने गोदाम का ताला तोड़वाया तो भीतर का नजारा देख दंग रह गए। वहां मौजूद दो लोग ठेके पर बिकने वाली शराब से मिलावटी शराब तैयार करते मिले। मौके से खाली शीशियों के साथ ही ढक्कन व नकली क्यूआर कोड भी बरामद हुए। इसके अलावा 191 पेटी शराब भी बरामद हुई। पूछताछ मेें पता चला कि सरकारी ठेका राजकुमारी मिश्रा के नाम पर है। जिसके बाद पुलिस ने मौके से पकड़े गए सेल्समैन समेत चारों लोगों को हिरासत में ले लिया। सूचना पर आबकारी विभाग की टीम भी आ गई।
मौके से चार लोग गिरफ्तार किए गए हैं। इनमें विक्रम सिंह निवासी घूरपुर, विजय शंकर निवासी दारागंज, अंकित सिंह निवासी जेठवारा पतापगढ़ व संदीप सिंह निवासी प्रतापगढ़ शामिल हैं। मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है।- सोमेंद्र मीणा, एएसपी/सीओ दारागंज
घूरपुर का तस्कर उपलब्ध कराता था नकली क्यूआर कोड
पुलिस के मुताबिक, मौके से गिरफ्तार किए गए चारों आरोपियों ने पूछताछ में बताया है कि उन्हें फर्जी क्यूआर कोड घूरपुर का रहने वाला एक व्यक्ति उपलब्ध कराता था। जिसे सब पटेल कहकर पुकारते हैं। फिलहाल यह नहीं पता चल पाया है कि पटेल नकली क्यूआर कोड कहां से लाता था। पुलिस का कहना है कि उसके बारे में जानकारी जुटाई जा रही है।
लाइसेंस निलंबित, दुकान व गोदाम सीज
उधर मौके पर पहुंचे आबकारी विभाग के अफसरों ने जांच पड़ताल के बाद ठेके पर मिली 191 पेटी शराब सीज करते हुए दुकान व गोदाम भी सीज कर दिए। आबकारी निरीक्षक मानवेंद्र सिंह ने बताया कि ठेके का लाइसेंस निलंबित कर दिया गया है। साथ ही मौके से पकड़े गए चारों लोगों के अलावा अनुज्ञापी के खिलाफ भी रिपोर्ट दर्ज कराई जा रही है।
शराब माफिया की तीन दुकानों का लाइसेंस निरस्त
मिलावटी शराब से होने वाली मौतों पर सख्त कार्रवाई करते हुए शनिवार को जिला प्रशासनन व आबकारी विभाग ने एक बड़ी कार्रवाई की। शराब माफिया श्यामबाबू जायसवाल व उसकी पत्नी संगीता जायसवाल के नाम पर संचालित शराब की तीन दुकानों के लाइसेंस निरस्त कर दिए। इनमें फूलपुर के अमलिया, अगहुआ व चकअपराध गांव स्थित दुकानें शामिल थीं। जिला आबकारी अधिकारी जीतेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि विभाग की संस्तुति पर जिलाधिकारी की ओर से यह कार्रवाई की गई। इसके साथ ही लाइसेंस व प्रतिभूति राशि सरकारी राजस्व खाते में जमा करा दी गई। गौरतलब है कि फूलपुर में पिछले साल दिसंबर में मिलावटी शराब पीने से हुई मौतों के मामले में श्यामबाबू, उसकी पत्नी संगीता समेत सात लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था। तीन दिन पहले ही उसके अवैध रूप से निर्मित मकान को भी बुलडोजर चलवाकर ध्वस्त करा दिया गया था।





